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Punjab Floods Videos: पंजाब में 37 साल बाद यानी 1988 के बाद बाढ़ आयी है और राज्य सबसे गंभीर स्थिति का सामना कर रहा है. अधिकारियों के अनुसार भारी बारिश और नदियों में उफान के कारण अब तक कम से कम 30 लोगों की जान जा चुकी है और लगभग 2.56 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के जलग्रहण क्षेत्रों में लगातार बारिश के चलते सतलुज, व्यास और रावी नदियों के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हुई है, वहीं बरसाती नाले भी खतरे के निशान तक पहुंच गए.

इन जिले में सबसे अधिक नुकसान

गुरदासपुर, पठानकोट, फाजिल्का, कपूरथला, तरनतारन, फिरोजपुर, होशियारपुर और अमृतसर सहित कुल 12 जिले बाढ़ की चपेट में हैं.

स्कूल तीन सितंबर तक बंद

चंडीगढ़ प्रशासन ने खराब मौसम को देखते हुए शहर के सभी स्कूलों को तीन सितंबर तक बंद रखने का फैसला किया है. मंगलवार को भी स्कूल बंद रहे.

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24 घंटे में हुई बारिश का रिकॉर्ड

मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में पटियाला जिले में सबसे ज्यादा 70.5 मिमी बारिश दर्ज हुई. अमृतसर में 18.3 मिमी, बठिंडा में पांच मिमी, फरीदकोट में एक मिमी, गुरदासपुर में 32.8 मिमी, मनसा में 10 मिमी और मोहाली में 44.5 मिमी बारिश हुई. व्यास नदी और काली बेईं बरसाती नाले के जलस्तर में वृद्धि के कारण कपूरथला जिला प्रशासन ने जनता को नदी किनारे से दूर रहने की चेतावनी दी है.

राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने लिया जायजा

राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया और मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बाढ़ प्रभावित फिरोजपुर का दौरा कर राहत कार्य और पुनर्वास की स्थिति का निरीक्षण किया. मुख्यमंत्री मान ने केंद्र सरकार से पंजाब के 60,000 करोड़ रुपये के बकाया कोष जारी करने की मांग दोहराई और स्पष्ट किया कि यह राज्य के अधिकारों के तहत किया जा रहा है, ‘भीख’ के लिए नहीं.

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