- HelloCities24 स्पेशल
- Home
- Shravani Mela Live
- एजुकेशन
- ऑटो
- कोलकाता
- क्राइम
- खेल
- जनरल नॉलेज न्यूज
- जमशेदपुर
- झारखंड
- टेक्नोलॉजी
- धनबाद
- धर्म
- नौकरी न्यूज
- पटना
- पश्चिम बंगाल
- पूर्णिया
- पॉलिटिक्स
- बड़ी खबर
- बिजनेस
- बिहार
- बिहार चुनाव
- बॉलीवुड
- बोकारो
- भागलपुर
- भोजपुरी सिनेमा
- मनोरंजन
- मुजफ्फरपुर
- मौसम
- रांची
- राज्य
- राशिफल
- राष्ट्रीय
- रिजल्ट
- लाइफ स्टाइल
- वर्ल्ड
- वीडियो

PM Modi-Donald Trump Talk: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच मंगलवार को ऑपरेशन सिंदूर को लेकर अहम बातचीत हुई. इस 35 मिनट की बातचीत में क्षेत्रीय सुरक्षा, रणनीतिक सहयोग और ऑपरेशन सिंदूर से जुड़े मसलों पर विस्तार से चर्चा हुई. इसकी पुष्टि भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने की है.
राष्ट्रपति ट्रंप ने इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी को अमेरिका आने का निमंत्रण भी दिया. उन्होंने कनाडा से सीधे अमेरिका आने का प्रस्ताव रखा, लेकिन आगे की व्यस्त अंतरराष्ट्रीय यात्राओं के चलते पीएम मोदी ने फिलहाल अमेरिका दौरे से इनकार कर दिया.
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने आधिकारिक जानकारी साझा की
#WATCH विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा, "क्वाड की अगली बैठक के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति ट्रंप को भारत आने का निमंत्रण दिया। राष्ट्रपति ट्रंप ने निमंत्रण स्वीकार करते हुए कहा कि वे भारत आने के लिए उत्सुक हैं।"
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 18, 2025
(वीडियो: डीडी न्यूज) pic.twitter.com/J6egEzvehI
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने बताया कि राष्ट्रपति ट्रंप ने प्रधानमंत्री मोदी से पूछा कि क्या वे कनाडा से लौटते वक्त अमेरिका में रुक सकते हैं. प्रधानमंत्री ने पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों का हवाला देते हुए असमर्थता जताई. दोनों नेताओं ने तय किया कि वे निकट भविष्य में आमने-सामने मुलाकात की कोशिश करेंगे.
35 मिनट की बातचीत में सुरक्षा और सहयोग पर चर्चा
प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप की यह बातचीत ट्रंप के आग्रह पर हुई. दरअसल, G7 समिट में दोनों नेताओं की मुलाकात तय थी, लेकिन ट्रंप को अचानक अमेरिका लौटना पड़ा, जिससे यह भेंट नहीं हो सकी.
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद ट्रंप ने पीएम मोदी को फोन कर शोक संवेदना जताई थी और आतंक के खिलाफ अमेरिका के समर्थन का भरोसा दिलाया था. उसके बाद यह दोनों नेताओं की पहली बातचीत रही, जिसमें ऑपरेशन सिंदूर, रणनीतिक सहयोग और क्षेत्रीय सुरक्षा जैसे अहम मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई.