
Midcap Fund: भारत का म्यूचुअल फंड सेक्टर बीते कुछ सालों में लगातार तेज़ी से बढ़ा है. खासतौर पर सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) निवेशकों की पहली पसंद बन चुका है, क्योंकि यह छोटे-छोटे निवेश को लंबे समय में बड़ी पूंजी में बदल देता है. इसी कड़ी में मोतीलाल ओसवाल मिडकैप फंड मिडकैप कैटेगरी का ऐसा स्कीम उभरकर सामने आया है, जिसने पिछले 3, 5 और 10 सालों में जबरदस्त रिटर्न देकर निवेशकों को मालामाल कर दिया.
रिपोर्ट्स बताती हैं कि एसआईपी रिटर्न के मामले में इसने 5 और 10 साल की अवधि में सभी प्रतिद्वंद्वियों को पीछे छोड़ दिया, जबकि 3 साल की अवधि में यह दूसरे स्थान पर रहा.
मोतीलाल ओसवाल मिडकैप फंड का मजबूत ट्रैक रिकॉर्ड
इस फंड का डायरेक्ट प्लान 24 फरवरी 2014 को लॉन्च हुआ था. यह एक ओपन-एंडेड इक्विटी स्कीम है, जिसका मकसद मिडकैप कंपनियों में निवेश कर निवेशकों को लंबी अवधि में संपत्ति निर्माण का अवसर देना है. शुरुआत से ही इसका प्रदर्शन सराहनीय रहा है. सीन्स–इन (SI) रिटर्न 24.07% CAGR रहा है. यानी इसने औसतन हर साल 24% की दर से निवेशकों को फायदा पहुंचाया.
31 जुलाई 2025 तक इसका एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) 33,609 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है और खर्च अनुपात केवल 0.70% है. यह फंड निफ्टी मिडकैप 150 TRI को बेंचमार्क मानता है और इसे वेरी हाई रिस्क कैटेगरी में रखा गया है.
- 3 साल का CAGR: 29.66% (बेंचमार्क–22.93%)
- 5 साल का CAGR: 34.82% (बेंचमार्क–27.96%)
- 10 साल का CAGR: 18.50% (बेंचमार्क–17.52%)
आंकड़े साफ दिखाते हैं कि 3, 5 या 10 साल – हर अवधि में इस फंड ने बेंचमार्क को मात दी है.
SIP में भी दिखा कमाल
SIP के जरिए निवेश करने वालों के लिए भी यह फंड बेहद फायदेमंद रहा है.
- 3 साल का SIP CAGR: 28.58% (10,000 रुपये मासिक = 5.45 लाख रुपये)
- 5 साल का SIP CAGR: 30.57% (10,000 रुपये मासिक = 13 लाख रुपये)
- 10 साल का SIP CAGR: 23.75% (10,000 रुपये मासिक = 42 लाख रुपये)
यानी, 10 साल पहले हर महीने केवल 10,000 रुपये लगाने वाले निवेशकों की राशि अब 42 लाख रुपये से ज्यादा हो चुकी है.
मिडकैप कैटेगरी में प्रतिस्पर्धा
मिडकैप फंड कैटेगरी में कई स्कीमें अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं. इनमें इनवेस्को इंडिया मिडकैप फंड और क्वांट स्मॉल कैप फंड शामिल हैं. 3 साल की अवधि में इनवेस्को इंडिया मिडकैप फंड ने मोतीलाल ओसवाल से बेहतर प्रदर्शन किया, लेकिन 5 और 10 साल की अवधि में मोतीलाल ओसवाल मिडकैप फंड सबसे आगे रहा. यही निरंतरता इसे निवेशकों के लिए भरोसेमंद विकल्प बनाती है.
जोखिम और अस्थिरता का प्रोफाइल
यह फंड वेरी हाई रिस्क श्रेणी में आता है, यानी निवेशकों को उतार-चढ़ाव झेलने के लिए तैयार रहना चाहिए.
- स्टैंडर्ड डेविएशन: 17.46% – फंड की अस्थिरता को दर्शाता है.
- शार्प रेशियो: 1.28 – यानी जोखिम के अनुपात में बेहतर रिटर्न.
- सॉर्टिनो रेशियो: 1.51 – सकारात्मक रिटर्न नकारात्मक से अधिक.
- बीटा: 0.89 – बाजार से थोड़ी कम अस्थिरता.
- अल्फा: +7.28 – बेंचमार्क से अतिरिक्त रिटर्न देने की क्षमता.
पोर्टफोलियो में शामिल कंपनियां
मोतीलाल ओसवाल मिडकैप फंड का पोर्टफोलियो मजबूत और विविध है. इसमें टेक्नोलॉजी, कंज्यूमर और इंडस्ट्रियल सेक्टर की कंपनियां शामिल हैं.
- डिडक्शन टेक्नोलॉजीज: 10.52%
- कोफोर्ज: 9.36%
- कल्याण ज्वेलर्स: 8.86%
- परसिस्टेंट सिस्टम: 8.29%
- ट्रेंट: 7.84%
- पोलीकैब इंडिया: 5.58%
- वन97 कम्यूनिकेशंस (Paytm): 4.50%
- KEI इंडस्ट्रीज: 4.00%
इन निवेशों से स्पष्ट है कि फंड मैनेजर तेजी से बढ़ते और उभरते सेक्टर्स पर भरोसा जता रहे हैं.
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निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण सबक
मोतीलाल ओसवाल मिडकैप फंड का ट्रैक रिकॉर्ड यह दर्शाता है कि लंबी अवधि का निवेश और नियमित SIP रणनीति निवेशकों को संपत्ति निर्माण का बेहतरीन अवसर देती है. हालांकि निवेशकों को कुछ बातें हमेशा ध्यान में रखनी चाहिए –
- अपनी जोखिम क्षमता को समझकर निवेश करें.
- केवल मिडकैप पर निर्भर न रहें, लार्जकैप और स्मॉलकैप में भी संतुलन रखें.
- निवेश की अवधि कम से कम 5 से 10 साल होनी चाहिए.
- खर्च अनुपात पर हमेशा नजर रखें.
- पिछला रिटर्न भविष्य की गारंटी नहीं है.
भरोसेमंद विकल्प साबित हुआ यह फंड
मोतीलाल ओसवाल मिडकैप फंड ने बीते दशक में खुद को इस श्रेणी का सबसे भरोसेमंद फंड साबित किया है. 3, 5 और 10 साल की अवधि में इसने लगातार अपने बेंचमार्क से बेहतर प्रदर्शन किया और SIP निवेशकों को शानदार रिटर्न दिलाए. हालांकि यह फंड हाई रिस्क वाला है, लेकिन लंबे समय तक अनुशासित निवेश करने वाले इसे अपने पोर्टफोलियो का हिस्सा बना सकते हैं. मजबूत पोर्टफोलियो, बेहतरीन अल्फा और निरंतर रिटर्न इसे मिडकैप कैटेगरी का विश्वसनीय धन सृजनकर्ता बनाते हैं.
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