
Purnia News: प्रखंड के जलालगढ़ पंचायत के संतोषनगर वार्ड संख्या 8 में सोमवार रात गैस सिलिंडर ब्लास्ट होने से एक मकान के तीन कमरे क्षतिग्रस्त हो गए. हादसे में घर का लगभग दो लाख रुपये का सामान नष्ट हो गया. गनीमत यह रही कि धमाके के समय परिवार का कोई सदस्य रसोई या उसके आस-पास मौजूद नहीं था, वरना बड़ा हादसा हो सकता था.
कैसे हुआ हादसा?
जानकारी के मुताबिक रात करीब 9:15 बजे जयराम साह के घर यह घटना घटी. घटना के वक्त जयराम साह और उनकी पत्नी रिश्तेदार के यहां गए थे. घर पर उनके पुत्र शिवनंदन गुप्ता समेत परिवार के अन्य सदस्य मौजूद थे. रात 8:30 बजे तक सभी ने खाना बना लिया और करीब 9 बजे तक खा भी चुके थे. तभी अचानक तेज धमाका हुआ और पूरे घर में गैस की गंध फैल गई.
नुकसान का अंदाजा
परिजनों ने बताया कि धमाके के बाद रसोई का सारा सामान बिखर गया. फ्रिज, चूल्हा, बेसिन और अन्य घरेलू सामान पूरी तरह नष्ट हो गए. मकान की दीवारों में कई जगह दरार आ गई और छत का सहारा भी कमजोर पड़ गया है. परिवार इस डर में है कि कहीं घर गिर न जाए.
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पहले से थी सिलिंडर लीक की शिकायत
शिवनंदन गुप्ता ने बताया कि यह सिलिंडर 17 अगस्त को गैस एजेंसी से लिया गया था. उसी समय चेक करने पर इसमें लीकेज मिला था. एजेंसी कर्मियों को वीडियो दिखाया गया, लेकिन सिलिंडर बदलने के बजाय उन्होंने सिर्फ वॉशर बदलने की सलाह दी. परिजनों ने दावा किया कि सिलिंडर पर D-23 अंकित है, जो इसकी एक्सपायरी को दर्शाता है.
प्रशासन और पुलिस की जांच
घटना की जानकारी मिलते ही जलालगढ़ थाना के पुअनि शिवम कुमार, अंचल निरीक्षक सुमन कुमार और राजस्व कर्मचारी सत्यजीत कुमार मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया.
कंपनी करेगी तकनीकी जांच
भारत गैस एजेंसी के प्रोपराइटर दिलीप कुमार ने बताया कि घटना की प्रारंभिक जांच एजेंसी स्तर पर की गई है. बंद सिलिंडर के ब्लास्ट की जानकारी कंपनी को भेज दी गई है और जल्द ही विशेषज्ञों की टीम जांच करेगी. उन्होंने कहा कि सिलिंडर प्लांट से रिफिल होकर सीधे वितरण के लिए आते हैं, इसलिए कंपनी स्तर पर जांच आवश्यक है.