- HelloCities24 स्पेशल
- Home
- Shravani Mela Live
- एजुकेशन
- ऑटो
- कोलकाता
- क्राइम
- खेल
- जनरल नॉलेज न्यूज
- जमशेदपुर
- झारखंड न्यूज (Jharkhand News)
- टेक्नोलॉजी
- धनबाद
- धर्म न्यूज (Religion News)
- नौकरी न्यूज
- पटना
- पश्चिम बंगाल
- पूर्णिया
- पॉलिटिक्स
- बड़ी खबर
- बिजनेस
- बिहार चुनाव
- बिहार न्यूज (Bihar News)
- बॉलीवुड
- बोकारो
- भागलपुर
- भोजपुरी सिनेमा
- मनोरंजन
- मुजफ्फरपुर
- मौसम
- रांची
- राज्य
- राशिफल
- राष्ट्रीय
- रिजल्ट
- लाइफ स्टाइल
- वर्ल्ड
- वीडियो (Video)
Cyber Crime: देवघर में सारवां थाना क्षेत्र के गोरेमारा गांव के समीप जंगल में साइगर ठग गिरोह का ऑफस चल रहा था. साइबर थाने की विशेष टीम ने गुप्त सूचना पर छापेमारी की. यहां से सात साइबर आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. यह सभी पीएम किसान सम्मान निधि का लिंक भेजकर लोगों से साइबर ठगी कर रहे थे. इन लोगों के खिलाफ साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज कर आरोपियों को पुलिस ने कोर्ट में पेश कराया और कोर्ट के निर्देश पर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
9 मोबाइल सहित 11 सिम कार्ड और तीन प्रतिबिंब सिमकार्ड जब्त
जंगल में बैठक कर साइबर ठग पीएम किसान सम्मान निधि का लिंक लोगों के मोबाइल पर भेजते थे और उनसे ठगी करते थे. इस आरोप में देवघर पुलिस ने सात साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से नौ मोबाइल सहित 11 सिम कार्ड और तीन प्रतिबिंब सिमकार्ड जब्त किया गया है.
झारखंड की ताजा खबरों के लिए यहां क्लिक करें
गिरफ्तार आरोपियों में ये सभी
पुलिस मीडिया सेल ने मिली जानकारी के अनुसार गिरफ्तार आरोपियों में रिखिया थाना क्षेत्र के नया चितकाठ गांव निवासी पंकज कुमार, मोहनपुर थाना क्षेत्र के दहीजोर गांव निवासी पंकज कुमार उर्फ बमबम यादव, छोटेलाल यादव, मोहनपुर के ही चितरपोका गांव के ढ़ोड़वारी टोला निवासी अशोक यादव, पालोजोरी थाना क्षेत्र के दुधवाचक गांव निवासी ब्रह्मदेव कुमार मंडल व चितरा थाना क्षेत्र के श्रीडंगाल गांव निवासी मुस्ताक अंसारी शामिल हैं.
इसे भी पढ़ें
- भारतीय समेत 14 देशों के लोगों के लिए साउदी अरब जाने पर रोक, प्रिंस ने क्यों लगाया वीजा बैन?
- बिहार के जमीन मालिकों के लिए राहत, 15 अप्रैल तक अब जमा कर सकेंगे स्वघोषणा पत्र
झांसा देकर बनाते थे ठगी का शिकार
पुलिस की कड़ी पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे लोग मुख्य रूप से पीएम किसान योजना के लाभुकों को फोन कर योजना का लाभ दिलाने का झांसा देकर फर्जी लिंक भेजकर ठगी का शिकार बनाते हैं. फर्जी फोन-पे व पेटीएम का कस्टमर केयर पदाधिकारी बनकर लोगों को कैश बैक और इनाम मिलने का झांसा देकर ठगी करते हैं.