- HelloCities24 स्पेशल
- Home
- Shravani Mela Live
- एजुकेशन
- ऑटो
- कोलकाता
- क्राइम
- खेल
- जनरल नॉलेज न्यूज
- जमशेदपुर
- झारखंड न्यूज (Jharkhand News)
- टेक्नोलॉजी
- धनबाद
- धर्म न्यूज (Religion News)
- नौकरी न्यूज
- पटना
- पश्चिम बंगाल
- पूर्णिया
- पॉलिटिक्स
- बड़ी खबर
- बिजनेस
- बिहार चुनाव
- बिहार न्यूज (Bihar News)
- बॉलीवुड
- बोकारो
- भागलपुर
- भोजपुरी सिनेमा
- मनोरंजन
- मुजफ्फरपुर
- मौसम
- रांची
- राज्य
- राशिफल
- राष्ट्रीय
- रिजल्ट
- लाइफ स्टाइल
- वर्ल्ड
- वीडियो (Video)

Bhagalpur News: सैंडिस कंपाउंड गेट पर शनिवार की सुबह एक महिला से चार फर्जी बाबाओं ने तंत्र-मंत्र के बहाने डेढ़ लाख रुपये के जेवर ठग लिये हैं. पीड़ित महिला आशा देवी, जो इशाकचक थाना क्षेत्र की रहने वाली हैं, ने थाने में शिकायत दर्ज करायी है. महिला ने बताया कि वह सुबह करीब पौने सात बजे मार्निंग वॉक से लौट रही थीं. गेट पर चार बाबा और एक युवक खड़े थे. बाबा युवक से बोले कि शनिवार है, हनुमानजी के नाम पर कुछ दान करो. युवक ने कहा कि उसके पास छुट्टा नहीं है और उसने पर्स से 1600 रुपये निकालकर महिला को थमा दिया.
रकम हाथ में आते ही महिला चकित रह गयी. तभी बाबाओं ने कहा कि उसके घर में कुछ अनहोनी होने वाली है, इसे टालने के लिए अभी एक विशेष अनुष्ठान करना होगा. बाबाओं ने महिला को पत्ता लाने भेजा और कहा कि क्रिया के समय उसके शरीर पर कोई सोना नहीं होना चाहिए. इसी बहाने उन्होंने महिला से उसके कान की बाली और कंगन उतरवा लिये. जैसे ही महिला कुछ दूर गयी, सभी बाबा और युवक मौके से फरार हो गये.
महिला के शोर मचाने पर आस-पास के लोग जुटे. सूचना मिलने पर इशाकचक थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची और पूरे घटनाक्रम की छानबीन की. पुलिस ने स्थानीय लोगों से पूछताछ की है और घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला जा रहा है ताकि ठगों की पहचान की जा सके. पीड़िता की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है और पुलिस कार्रवाई में जुटी है.
इसे भी पढ़ें-
काशी से आज किसानों को बड़ी सौगात, पीएम मोदी करेंगे 20वीं किस्त जारी
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की सुरक्षा में चूक कैसे हुई? देवघर में 4 पुलिसकर्मी निलंबित
F-35 Fighter Jets : अमेरिका को बड़ा झटका! F-35 फाइटर जेट खरीदने से किया इनकार
रांची पहुंचीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने किया आत्मीय स्वागत
भारत पर क्यों ठोंका टैरिफ बम? क्या रूस से दोस्ती की मिली सजा