Home मनोरंजन Indian Music : जुबिन गर्ग का लोकगीत, जिसे सुनकर दिल भर आए...

Indian Music : जुबिन गर्ग का लोकगीत, जिसे सुनकर दिल भर आए और आंखों में आंसू आ जाएं

Indian Music : जुबिन गर्ग का असमिया लोकगीत आज भी दिलों को छू रहा है. उनके निधन के बाद यह गीत और भी भावुक कर देने वाला बन गया है.

Jaane Kya Chaahe Mann Baawra
Jaane Kya Chaahe Mann Baawra (फोटो: सोशल मीडिया)

Indian Music : बॉलीवुड के कई गाने समय की कसौटी पर टिके रहते हैं. कुछ गीत हंसी और खुशी लाते हैं, कुछ दिल को छूकर रुला देते हैं, और कुछ ऐसे होते हैं जिनके अर्थ गहराई से समझ में आए तो भी हर सुनने पर नए एहसास देते हैं. ऐसे ही एक कलाकार थे जुबिन गर्ग, जिनका 19 सितंबर 2025 को सिंगापुर में स्कूबा डाइविंग के दौरान निधन हो गया. असम के ब्राह्मण परिवार से ताल्लुक रखने वाले जुबिन ने केवल भारत ही नहीं, बल्कि 40 भाषाओं में अपनी आवाज़ से लाखों दिलों को छुआ.

जुबिन ने अपने करियर में करीब 32 हजार गाने रिकॉर्ड किए. बॉलीवुड में उनके कई गाने हिट रहे. इनमें से एक खास गाना है, जिसमें असमिया लोकगीत के बोल शामिल हैं. यह गीत 2006 में आई फिल्म ‘प्यार के साइड इफेक्ट्स’ का है, और इसके बोल हैं ‘जाने क्या चाहे मन बावरा’. जुबिन के जाने के बाद यह गीत और भी भावुक कर देने वाला बन गया है.

इसे भी पढ़ें-‘जॉली एलएलबी 3’ ने दिखाई दमखम, ‘निशानची’ और ‘मिराय’ की कमाई में गिरावट

गाने की शुरुआत अंग्रेजी में इस तरह होती है

“Feeling blue feeling blue feeling blue… My heart says can’t be true”
अर्थात, “नीला-नीला महसूस हो रहा है… लेकिन दिल कहता है कि यह सच नहीं हो सकता”.

पहला अंतरा गहरी भावनाओं को है दर्शाता

“सघन आंचला सारा होवे, सजन आंसूओं में क्या जोर होवे”
इसका मतलब है कि जब दिल भारी होता है और भावनाएं उमड़ती हैं, तो आंसू अपने आप बह जाते हैं. गाने की शांत धुन इसे और भी मार्मिक बनाती है. यह गीत मूल रूप से असमिया लोकगीत है, जिसे जुबिन ने अपनी फिल्म ‘दिसंग’ के लिए गाया था.

दूसरे अंतरा में भावनाओं का मिलता है विस्तार

“पवन पूर्वा में यूं उड़ता जावे, बदरा-चंदा से मन जुड़ता जावे, आवे हवा का झोंका फिर ऐसा, टूटे पतंग की डोर सा”
इसका अर्थ है कि प्रेम और भावनाओं के असर से मन कभी बादलों और चाँद जैसी ऊंचाइयों तक पहुंच जाता है, तो कभी अचानक हवा के झोंके से टूटी पतंग की तरह असहाय हो जाता है. जुबिन के निधन के बाद उनके प्रशंसक इस गीत को सुनकर वही भाव अनुभव कर रहे हैं—प्यार, खोने की पीड़ा और बेचैनी.

जुबिन गर्ग की आवाज़ ने सिर्फ बॉलीवुड नहीं, बल्कि पूरे देश के संगीत प्रेमियों के दिलों में अमिट छाप छोड़ी. उनका यह लोकगीत, जिसमें असमिया संस्कृति की झलक है, आज भी सुनने वालों के दिल को छू रहा है और उनके संगीत को अनंत स्मृति में बदल रहा है.

इसे भी पढ़ें-

सुपरस्टार Mohanlal को मिला दादासाहेब फाल्के पुरस्कार, पीएम मोदी ने दी बधाई; बोले– प्रतिभा के प्रतीक

टाइगर श्रॉफ की एक्शन फिल्म ने पहले दिन मचाया धमाका, कमाई में बनाया रिकॉर्ड

टाइगर श्रॉफ और संजय दत्त के धमाकेदार एक्शन से फैंस उत्साहित

आयुष्मान-रश्मिका की ‘थामा’ ने मचाई सनसनी, दिवाली पर हिट होगी या फ्लॉप?

सैयारा की ब्लॉकबस्टर पर भावुक हुए बॉबी देओल, बोले – जैसे अपने बच्चे की जीत देखी

रजनीकांत की ‘कुली’ ने वॉर 2 को एडवांस बुकिंग में पछाड़ा, 16 करोड़ की कमाई

नेशनल अवॉर्ड्स में शाहरुख खान का जलवा, रानी मुखर्जी बनीं बेस्ट एक्ट्रेस, देखिए पूरी लिस्ट

Exit mobile version