
Shibu Soren Death: झारखंड की राजनीति के स्तंभ और आदिवासी स्वाभिमान के प्रतीक शिबू सोरेन का पार्थिव शरीर सोमवार शाम 6:40 बजे रांची पहुंचा. दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में 4 अगस्त को उनका निधन हुआ था. जैसे ही बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर विमान की लैंडिंग हुई, ‘शिबू सोरेन अमर रहें’ के नारों से पूरा इलाका गूंज उठा. उनके पार्थिव शरीर को पुराने टर्मिनल भवन पर बने विशेष पोर्टिको में रखा गया, जहाँ सभी दलों के नेता और हजारों समर्थक उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि देने पहुंचे.
पूरे झारखंड में शोक, मोरहाबादी आवास में अंतिम दर्शन
शिबू सोरेन का पार्थिव शरीर एक विशेष रूप से सजे ट्रक में मोरहाबादी स्थित सरकारी आवास ले जाया गया. ट्रक पर उनके विशाल चित्रों के साथ भावभीनी सजावट की गई थी. मोरहाबादी पहुंचते ही हजारों लोग उन्हें अंतिम बार देखने उमड़ पड़े. हर उम्र के लोग, खासकर ग्रामीण और आदिवासी समुदाय, अपने प्रिय ‘गुरुजी’ को अंतिम विदाई देने टूट पड़े.
झारखंड सरकार ने तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है. राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री समेत देश के तमाम बड़े नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है. राज्यसभा ने भी उनके सम्मान में अपनी कार्यवाही स्थगित कर दी, जबकि झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया.
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