Home पॉलिटिक्स Jharkhand Politics News: झामुमो मेरे लिए एक परिवार जैसा रहा, पार्टी छोड़ते हुए इमोशनल हुए चंपाई सोरेन, 30 अगस्त को ज्वाइन करेंगे बीजेपी

Jharkhand Politics News: झामुमो मेरे लिए एक परिवार जैसा रहा, पार्टी छोड़ते हुए इमोशनल हुए चंपाई सोरेन, 30 अगस्त को ज्वाइन करेंगे बीजेपी

0

Jharkhand Politics, Ranchi: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन शुक्रवार 30 अगस्त को बीजेपी में शामिल होने जा रहे हैं. इससे पहले उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा की प्राथमिक सदस्यता समेत सभी पदों से त्यागपत्र दे दिया. ईमेल के माध्यम से उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो और शिबू सोरेन को इस्तीफा भेजा है. 

Jharkhand Politics: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री सह मंत्री चंपाई सोरेन ने बुधवार को झामुमो (झारखंड मुक्ति मोर्चा ) को छोड़ दिया है. झारखंड मुक्ति मोर्चा छोड़ने का उनका यह फैसला झारखंड की राजनीति के लिहाज से बहुत बड़ा तो है ही साथ ही चंपाई सोरेन के लिए पीड़ादायी भी है. ऐसा उन्होंने स्वयं गुरुजी शिबू सोरेन को अपने पत्र में लिखा है. के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है. वे 30 अगस्त को रांची में भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन करेंगे. नयी दिल्ली में उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी. 28 अगस्त 2024 बुधवार को वे नयी दिल्ली से रांची लौटे थे.

झारखंड के पूर्व CM चंपाई सोरेन शुक्रवार 30 अगस्त को BJP में शामिल होंगे. इसको लेकर झारखंड की राजनीति के जानकारों का कहना है कि सोरेन के बीजेपी में आने से आदिवासी वोटों में पार्टी की सेंध तो लगेगी. लेकिन इसके साथ राज्य इकाई में खेमेबाजी बढ़ने से इनकार नहीं किया जा सकता है. चंपई सोरेन के आने से बीजेपी के कई नेता अपने स्थान को लेकर चिंतित हैं. पार्टी पहले से ही खेमेबाजी से परेशान है. इसका ही असर था कि बीजेपी लोकसभा चुनाव में आदिवासियों के लिए आरक्षित कोई भी सीट नहीं जीत पाई.

यहां सौंपे इस्तीफा

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री सह मंत्री चंपाई सोरेन ने ईमेल के जरिए इस्तीफा सौंपा है. उन्होंने सीएम हेमंत सोरेन, स्पीकर रवींद्रनाथ महतो और झामुमो के केंद्रीय अध्यक्ष शिबू सोरेन को सभी पदों से इस्तीफा भेजा है.

चंपाई सोरेन ने पत्र में लिखा


आदरणीय गुरु जी, जोहार. मैं चंपई सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा की वर्तमान कार्य शैली एवं नीतियों से क्षुब्ध होकर पार्टी छोड़ने को विवश हूं. अत्यंत ही दुख से के साथ कहना पड़ रहा है कि आपके मार्गदर्शन में जिस पार्टी का सपना हम जैसे कार्यकर्ताओं ने देखा था एवं इसके लिए लोगों ने जंगलों, पहाड़ों एवं गांवों की खाक छानी थी, आज पार्टी अपने उसे दिशा से भटक चुकी है. झामुमो मेरे लिए एक परिवार जैसा रहा एवं मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि मुझे इसे छोड़ना पड़ेगा. लेकिन, पिछले कुछ दिनों में के घटनाक्रम की वजह से मुझे बहुत ही पीड़ा के साथ यह कठिन निर्णय लेना पड़ रहा है. आपके वर्तमान स्वास्थ्य की वजह से आप सक्रिय राजनीति से दूर हैं तथा आपके अलावा पार्टी में ऐसा कोई फोरम नहीं है जहां हम अपने मन की पीड़ा को बता सकें, इस वजह से मैं झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्राथमिक सदस्यता एवं सभी पदों से इस्तीफा दे रहा हूं. आपके मार्गदर्शन में झारखंड आंदोलन के दौरान तथा उसके बाद भी मुझे जीवन में बहुत कुछ सीखने का अवसर प्राप्त हुआ है. आप सदैव मेरे मार्गदर्शक बने रहेंगे, अतः आपसे विनम्र अनुरोध है कि मेरा इस्तीफा स्वीकार करने की कृपा करें.

भवदीय चंपाई सोरेन

Exit mobile version