
Heavy Rain in India:बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव और सक्रिय मानसून ने देश के कई हिस्सों में भारी बारिश का संकट खड़ा कर दिया है. ओडिशा, कर्नाटक, तेलंगाना, दिल्ली से लेकर जम्मू-कश्मीर, हिमाचल, पंजाब और छत्तीसगढ़ तक बारिश का कहर जारी है. कई राज्यों में नदियां उफान पर हैं, बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं और प्रशासन को स्कूलों तक बंद करने पड़े हैं.
हिमाचल प्रदेश : मणिमहेश यात्रा बाधित
हिमाचल प्रदेश में तेज बारिश और भूस्खलन ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. चंबा जिले में मणिमहेश यात्रा पर निकले हज़ारों श्रद्धालु जगह-जगह फंसे हुए हैं. कई सड़कों के टूटने और ब्यास नदी के उफान पर आने से मनाली और चंबा के अधिकांश क्षेत्रों का संपर्क टूट गया है. राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के मुताबिक, 12 में से 10 जिलों में करीब 584 सड़कें बंद हैं. अब तक एनडीआरएफ की टीम 3,200 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाल चुकी है.
जम्मू-कश्मीर : झेलम नदी खतरे के निशान से ऊपर
कश्मीर घाटी में लगातार बारिश के बाद झेलम नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है. श्रीनगर और अनंतनाग समेत कई जगहों पर निचले इलाके डूब गए हैं. हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है. अखनूर में तेज धारा में बह जाने से बीएसएफ के एक जवान की मौत हो गई. उधर, वैष्णो देवी यात्रा भूस्खलन की वजह से दूसरे दिन भी बंद रही. इस हादसे में अब तक 34 लोगों की जान जा चुकी है. शिक्षा मंत्री ने ऐहतियातन गुरुवार को सभी स्कूल-कॉलेज बंद रखने की घोषणा की है. वहीं, बारिश और बाढ़ के कारण जम्मू-कटरा रेलमार्ग पर 58 ट्रेनें रद्द करनी पड़ीं.
पंजाब : बाढ़ से हालात बिगड़े, स्कूलों की छुट्टी
पंजाब में भी लगातार वर्षा से नदियों का जलस्तर बढ़ गया है. रावी और उझ नदी के कारण कई गांव डूब गए हैं. पठानकोट ज़िले में हालत गंभीर है. एनडीआरएफ और सेना के जवान राहत-बचाव में जुटे हुए हैं. माधोपुर बैराज पर तैनात 60 अफसरों को वायुसेना ने सुरक्षित निकाला है. गुरदासपुर के जवाहर नवोदय विद्यालय में फंसे 381 छात्रों और 70 शिक्षकों को भी रेस्क्यू किया गया. सरकार ने राज्यभर के सभी स्कूल 27 से 30 अगस्त तक बंद रखने का फैसला किया है.
छत्तीसगढ़ : बस्तर संभाग में तबाही
बस्तर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और सुकमा जिलों में मूसलाधार बारिश से अचानक बाढ़ आ गई. कई नदियों का जलस्तर खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है. अब तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है और 2,000 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित निकाला गया है. कई मकान और खेतों को नुकसान पहुंचा है.
दक्षिण भारत और दिल्ली : पानी-पानी हालात
इसे भी पढ़ें-जम्मू-कश्मीर में वैष्णो देवी यात्रा पर भूस्खलन, 7 की मौत, 21 घायल
कर्नाटक और तेलंगाना के कई हिस्सों में मानसूनी बारिश ने बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिए हैं. निचले इलाकों में पानी भर गया है. ओडिशा में भी लगातार वर्षा से सामान्य जीवन बाधित है. राजधानी दिल्ली में अगस्त महीना इस बार रिकॉर्डतोड़ बारिश वाला साबित हुआ है. औसत से 60% अधिक बारिश दर्ज की गई है. यमुना का जलस्तर पुराने रेलवे पुल पर 205.35 मीटर तक पहुंच गया है, जो खतरे की सीमा से ऊपर है.
इसे भी पढ़ें-
भारत की ताकत से हिला पाकिस्तान, स्वतंत्रता दिवस पर शहबाज ने किया ऐलान; हम बनाएंगे नई आर्मी कमांड
भारत पर क्यों ठोंका टैरिफ बम? क्या रूस से दोस्ती की मिली सजा