
Bhagalpur News: बिजली विभाग के दफ्तरों में इन दिनों अजीब सी दहशत का माहौल है. वजह है स्पीड पोस्ट बुकिंग से जुड़े ऐसे मैसेज, जो विभाग के दो अलग-अलग कर्मचारियों के मोबाइल पर अचानक आ गए. इन संदेशों ने यह आशंका गहरा दी है कि कहीं उनके नाम से कोई फर्जी पत्र या शिकायत मुख्यालय तक न पहुंचा दी जाए. अधिकारियों को डर है कि यदि किसी ने झूठा दस्तावेज भेज दिया, तो उन्हें अनावश्यक जांच और कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है.
दो कर्मियों को मिले संदिग्ध मैसेज
घटना की शुरुआत तब हुई जब विभाग के कर्मचारी अजय कुमार पोद्दार के मोबाइल पर स्पीड पोस्ट बुकिंग का मैसेज आया. उन्होंने साफ कहा कि उन्होंने कोई बुकिंग नहीं की है. कुछ दिन बाद यही स्थिति ओएस रवींद्र कुमार के साथ भी हुई. उनके मोबाइल पर भी बिना बुकिंग किए स्पीड पोस्ट का मैसेज आया. लगातार दो कर्मचारियों को ऐसे संदेश आने से विभागीय वातावरण तनावपूर्ण हो गया. रवींद्र कुमार ने कहा कि पहले लगा शायद डाक विभाग की तकनीकी गलती हो, लेकिन जब मेरे पास भी वैसा ही मैसेज आया तो यह गंभीर लगने लगा. किसी भी व्यक्ति के नाम से गलत तरीके से चिट्ठी भेज दी जाए तो बड़ी मुसीबत खड़ी हो सकती है.
शिकायत दर्ज, ओटीपी सिस्टम की मांग
इस मामले में दोनों कर्मचारियों ने डाक अधीक्षक से शिकायत दर्ज कराई है. उन्होंने कहा कि यदि बुकिंग के दौरान मोबाइल नंबर अनिवार्य है, तो उसकी पुष्टि के लिए ओटीपी की व्यवस्था भी होनी चाहिए. तभी ऐसे दुरुपयोग को रोका जा सकता है. कर्मचारियों का कहना है कि वर्तमान प्रणाली में किसी का भी नाम या नंबर लिखकर फर्जी बुकिंग संभव है, जो बेहद खतरनाक है.
पोस्ट विभाग की सफाई
भागलपुर प्रधान डाकघर के पोस्टमास्टर सुबोल कुमार सिंह ने कहा कि बुकिंग करने वाले और प्राप्तकर्ता दोनों का मोबाइल नंबर दर्ज करना अनिवार्य है. मामले की जांच की जाएगी और इसे गंभीरता से लिया जाएगा. उन्होंने बताया कि विभाग जल्द ही ओटीपी व्यवस्था लागू करने की तैयारी में है, जिससे ऐसी समस्याओं से छुटकारा मिल सकेगा.
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