Muzaffarpur News: सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और बीमा कंपनियों के प्रस्तावित निजीकरण और कथित कर्मचारी विरोधी नीतियों के खिलाफ बैंक तथा बीमा यूनियनों ने एकजुट होकर राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है. यह हड़ताल आगामी 20 मई को होगी, जिससे बैंकिंग और बीमा सेवाओं के प्रभावित होने की संभावना है.
हड़ताल से पहले, इन यूनियनों ने विरोध प्रदर्शन की रणनीति भी तय की है. इसके तहत, 8 मई और 19 मई को कार्यालय समय समाप्त होने के बाद संयुक्त रूप से विरोध प्रदर्शन आयोजित किए जाएंगे.
इस राष्ट्रव्यापी हड़ताल में कई प्रमुख कर्मचारी संगठन शामिल हैं, जिनमें ऑल इंडिया बैंक एम्प्लॉइज एसोसिएशन (AIBEA), बैंक एम्प्लॉयज फेडरेशन ऑफ इंडिया (BEFI), ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन (AIBOA), ऑल इंडिया इंश्योरेंस एम्प्लॉयज एसोसिएशन (AIIEA), ऑल इंडिया एलआईसी एम्प्लॉयज फेडरेशन (AILIEF), और ऑल इंडिया नेशनल लाइफ इंश्योरेंस एम्प्लॉयज फेडरेशन (AINLIEF) शामिल हैं। इन सभी यूनियनों ने मिलकर एक संयुक्त मोर्चा बनाया है.
यूनियनों द्वारा उठाई गई प्रमुख मांगों में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और बीमा निगमों को मजबूत करना, बैंकों और एलआईसी के निजीकरण और विनिवेश की प्रक्रिया पर तत्काल रोक लगाना, बीमा क्षेत्र में 100% प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) को वापस लेना, सार्वजनिक क्षेत्र की सामान्य बीमा कंपनियों का विलय करना, सभी बैंकों और बीमा कंपनियों में पर्याप्त संख्या में कर्मचारियों की भर्ती करना, आउटसोर्सिंग और ठेका प्रथा को समाप्त करना, नई पेंशन योजना (NPS) को खत्म करके पुरानी पेंशन योजना (OPS) को फिर से लागू करना, कॉरपोरेट घरानों द्वारा लिए गए बकाया ऋणों की सख्ती से वसूली करना, जीवन और स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम की दरों को कम करना, श्रमिक विरोधी श्रम कानूनों को वापस लेना, और ट्रेड यूनियन के अधिकारों में किसी भी प्रकार के हस्तक्षेप को बंद करना शामिल है.
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जिला समिति के उपमहासचिव पंकज कुमार ठाकुर ने इस संबंध में कहा कि बैंकिंग क्षेत्र पहले से ही कई तरह की चुनौतियों का सामना कर रहा है, और सरकार द्वारा लागू की जा रही एकतरफा नीतियां कर्मचारियों के हितों के विपरीत हैं, जिसके कारण यह राष्ट्रव्यापी हड़ताल आवश्यक हो गई है.