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Bhagalpur News : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भागलपुर में 413 करोड़ रुपये की लागत से तैयार एसटीपी (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट) का शुभारंभ किया. इसके साथ ही शहरी जलापूर्ति योजना की नींव भी रखी गई. मौके पर मेयर डॉ. बसुंधरा लाल, डिप्टी मेयर, नगर आयुक्त शुभम कुमार, बुडको के कार्यपालक अभियंता अखिलेश प्रसाद, परियोजना निदेशक मो. सद्दाम और कनीय अभियंता पंकज कुमार समेत कई पदाधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे. मेयर ने इसे शहर के विकास की दिशा में अहम उपलब्धि बताया. उन्होंने कहा कि यह परियोजना गंगा नदी को प्रदूषण मुक्त करने और पर्यावरण की रक्षा में अहम भूमिका निभाएगी. इसकी क्षमता 45 एमएलडी है.
एसटीपी क्या है और कैसे करता है काम
एसटीपी वह संयंत्र है जहां गंदे पानी को शुद्ध कर उसे सुरक्षित रूप से फिर से पर्यावरण में छोड़ा जाता है. इसका उद्देश्य लोगों के स्वास्थ्य और पारिस्थितिकी तंत्र को अपशिष्ट जल के हानिकारक तत्वों से बचाना है. यह प्रक्रिया तीन चरणों में पूरी होती है.
प्राथमिक शोधन
पहले चरण में अपशिष्ट जल से बड़े ठोस पदार्थों को हटाया जाता है. पानी को जाली से गुजारा जाता है ताकि प्लास्टिक, कपड़े या लकड़ी के टुकड़े अलग हो जाएं.
द्वितीयक शोधन
इसके बाद पानी को बड़े टैंकों में भेजा जाता है, जहां हवा डाली जाती है. इससे सूक्ष्मजीव विकसित होते हैं, जो पानी में मौजूद कार्बनिक तत्वों को तोड़कर साफ करते हैं. बाद में यह गाद के रूप में नीचे बैठ जाते हैं.
तृतीयक शोधन
अंतिम चरण में बचे हुए पानी से नाइट्रोजन और फॉस्फोरस जैसे सूक्ष्म प्रदूषक हटाए जाते हैं. इसके बाद यह पानी पूरी तरह स्वच्छ होकर नदियों, झीलों या समुद्र में सुरक्षित छोड़ा जा सकता है.
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