
Bihar Politics: बिहार की सत्ता में काबिज जनता दल यूनाइटेड ने अपने बांका सांसद गिरधारी यादव को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. मामला चुनाव आयोग के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) अभियान को लेकर दिए गए बयान से जुड़ा है, जिसमें गिरधारी यादव ने आयोग पर व्यवहारिक ज्ञान न होने की बात कही थी. जेडीयू ने इस बयान को पार्टी लाइन के खिलाफ बताया है और कहा है कि इससे विपक्ष के आरोपों को बल मिला है. अब गिरधारी यादव को 15 दिन में जवाब देना होगा.
ऐसे बयान से विपक्ष के आरोपों को मिल रहा बल: JDU
JDU द्वारा जारी नोटिस में कहा गया है कि विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान के दौरान सार्वजनिक मंच पर की गई आपकी टिप्पणियों ने पार्टी को शर्मिंदा किया है. यह बयान ऐसे समय में आया है जब बिहार में चुनावी माहौल बन रहा है और विपक्ष पहले से ही सरकार पर जनता को परेशान करने के आरोप लगा रहा है. आपकी बातों ने अनजाने में विपक्ष के निराधार आरोपों को बल दिया है. ऐसे में पार्टी अनुशासन के तहत आपसे 15 दिन के भीतर जवाब मांगा जाता है.
क्या कहा था बांका सांसद ने?
एएनआई से बातचीत में गिरधारी यादव ने कहा था, “चुनाव आयोग को कोई व्यावहारिक ज्ञान नहीं है, उसे न तो बिहार का इतिहास पता है और न ही भूगोल का. आयोग जिन दस्तावेजों की मांग कर रहा है, उन्हें इकट्ठा करने में मुझे खुद 10 दिन लग गए. ऐसे में बरसात और खेती के मौसम में किसानों के लिए यह और मुश्किल है. यह SIR हमारे ऊपर जबरन थोपा गया है.”
CM नीतीश के करीबी हैं गिरधारी यादव
गिरधारी यादव ने आगे कहा कि चुनाव आयोग को इस प्रक्रिया के लिए कम से कम छह महीने का समय देना चाहिए था. उन्होंने इसे अपना निजी विचार बताया और कहा कि उन्हें फर्क नहीं पड़ता कि पार्टी इस पर क्या सोचती है. गौरतलब है कि गिरधारी यादव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेहद करीबी नेताओं में गिने जाते हैं. वे चार बार लोकसभा के सदस्य रह चुके हैं.
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JDU has issued a show-cause notice to party MP Giridhari Yadav over his statement on the Special Intensive Revision (SIR) exercise in Bihar.
— ANI (@ANI) July 24, 2025
The notice reads, "…Your public comments on such a sensitive matter, especially in an election year, not only cause embarrassment to the… pic.twitter.com/WyHlVGz1B8