Shravani Fair 2025: विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला 2025 की तैयारी अंतिम चरण में पहुंच गई है. 11 जुलाई से शुरू हो रहे इस धार्मिक आयोजन से पहले जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी ने बुधवार को सुल्तानगंज मेला क्षेत्र का निरीक्षण किया. नमामि गंगे घाट, अजगैबीनाथ मंदिर, कांवड़ पथ और शहर की सड़कों पर हर ज़रूरी इंतजाम की समीक्षा की गई. निरीक्षण के दौरान विधायक ललित नारायण मंडल, नगर परिषद सभापति राजेश कुमार गुड्डू और जिले के तमाम वरीय अधिकारी मौजूद रहे. डीएम ने सभी विभागों को निर्देश दिया कि सात दिनों के भीतर सभी कार्य गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूरे कर लिए जाएं.
घाट की सुरक्षा पर विशेष ध्यान, पत्थरों को ढकने व बैरिकेडिंग के निर्देश
नमामि गंगे घाट पर निरीक्षण के दौरान विधायक के सुझाव पर जिलाधिकारी ने घाट की सीढ़ियों के नीचे फैले पत्थरों को बालू और मिट्टी के बैग से ढकने का निर्देश दिया ताकि श्रद्धालु फिसलने या चोटिल होने से बच सकें. साथ ही नदी में पिछले वर्षों की तरह जालीदार बैरिकेडिंग करने और जल स्तर के अनुसार उसे समायोजित करने को भी कहा गया है.
नगर परिषद को सफाई, नाली ढंकने और सड़क चिह्नांकन के निर्देश
डीएम ने नगर परिषद को स्पष्ट निर्देश दिया कि सड़कों पर दोनों ओर तीन फीट चौड़ी पीली पट्टी बनाई जाए और नालियों को ढंका जाए. पंडा चौकी रजिस्ट्रेशन, उनकी संख्या निर्धारित करने और चौकियों की पेंटिंग की जिम्मेदारी पंडों को देने की बात कही गई.
दुकानदारों के लिए दर सूची अनिवार्य, होटल में ब्रांडेड सामग्री की शर्त
श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए दुकानों में कांवड़ सामग्री, पूजा और खाद्य वस्तुओं की कीमतों की सूची प्रदर्शित करना अनिवार्य होगा. होटल व भोजनालयों को उपयोग में लाई जाने वाली सामग्री के ब्रांड की सूची भी सार्वजनिक करनी होगी.
पेयजल व चिकित्सा व्यवस्था की समीक्षा, पार्किंग पर भी निर्देश
पीएचईडी को सभी चापाकलों की जांच व राइजर पाइप लगाने का निर्देश दिया गया है, जो 26 जून तक हर हाल में पूरा होना है. छह जगहों पर हो रहे बोरिंग कार्य को भी शीघ्र पूर्ण करने को कहा गया. नमामि घाट और सीढ़ी घाट पर एक-एक एंबुलेंस तैनात करने की योजना है. निजी वाहन पार्किंग संचालन के लिए नगर परिषद से पूर्व अनुमति लेना अनिवार्य होगा.
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अजगैबीनाथ मंदिर व रिवर फ्रंट का निरीक्षण, सड़क निर्माण का प्रस्ताव भी
जिलाधिकारी ने अजगैबीनाथ मंदिर परिसर में बन रहे रिवर फ्रंट की समीक्षा की और महंत द्वारा बोरिंग की मांग पर विचार किया. साथ ही कृष्णा घाट से रिवर फ्रंट तक सड़क निर्माण का प्रस्ताव भी दिया गया. यातायात डीएसपी को बैरियर स्थलों का निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया.
सात दिन में पूरे हों सभी कार्य, डीएम ने दिए सख्त निर्देश
निरीक्षण के अंत में जिलाधिकारी ने सभी विभागों को निर्देशित किया कि समयबद्ध तरीके से, बिना किसी लापरवाही के सभी कार्य 7 दिनों में पूरे किए जाएं. मेला क्षेत्र में सफाई, सुरक्षा, चिकित्सा, यातायात और श्रद्धालु सुविधाओं की हर व्यवस्था तय मानकों के अनुरूप होनी चाहिए.
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