Home बिहार भागलपुर सिटी Bihar Flood: गंगा ने मचाई तबाही, स्लुईस गेट और पुल टूटा, हजारों लोग हुए बेघर, अब जलस्तर बढ़ने की रफ्तार हुई धीमी

Bihar Flood: गंगा ने मचाई तबाही, स्लुईस गेट और पुल टूटा, हजारों लोग हुए बेघर, अब जलस्तर बढ़ने की रफ्तार हुई धीमी

0

Bhagalpur Flood: गंगा के लगातार बढ़ रहे जलस्तर ने भारी तबाही मचा दी है. बाढ़ की वजह से लोगों के बीच हाहाकार मच गया है. स्लुईस गेट और पुल ध्वस्त होने से हजारों लोग बेघर हो गए हैं. जलस्तर अभी भी खतरे के निशान से 80 सेंटीमीटर ऊपर है और गंगा ने रौद्र रूप धारण कर लिया है. 

Bihar Flood
सड़क पर चढ़ा गंगा का पानी.

Bhagalpur Flood: गंगा के बढ़ते जलस्तर ने तबाही मचा दी है. भागलपुर जिले में हाहाकार मच गया है. पुल और स्लुईस गेट ध्वस्त हो गया है. इससे लोगों में भय व्याप्त है. हजारों लोग बेघर हो गए हैं. इस बीच केंद्रीय जल आयोग की आयी रिपोर्ट राहत की उम्मीद जगी है. जलस्तर बढ़ने की रफ्तार धीमी हुई है. पहले जहां प्रति घंटे एक सेंटीमीटर की रफ्तार से पानी बढ़ रहा था, वहीं अब इसकी रफ्तार प्रति घंटे आधा सेंटीमीटर हो गयी है. 24 से 26 घंटे में जलस्तर स्थिर होने का अनुमान किया गया है.

इधर, शनिवार को प्रखंड मुख्यालय से बकिया जाने वाली आरडब्लूडी की सड़क पर बना पुल टूट गया व लोगों का आवागमन अवरुद्ध हो गया. सूचना पर ग्रामीण कार्य विभाग के सहायक अभियंता अरुण कुमार सिंह ने तत्काल टूटे पुल के एक किनारे टूटे ईंटों को गिरा कर फिलवक्त पैदल चलने लायक बना दिया है. इस पुल के टूटने से अठनियां, माधोपुर, खुशालपुर, बकिया, रामनगर, लक्ष्मण टोला, गोविन्दपुर, जालीटोला आदि गांवों के लोग प्रभावित हो गये है.

ध्वस्त हुआ स्लुईस गेट का फाटक

शनिवार को पूर्वाह्न करीब साढ़े तीन बजे जाह्नवी चौक-लत्तीपुर सड़क पर महादेवपुर गंगा घाट के समीप निर्मित स्लुईस गेट का फाटक गंगा नदी में आयी बाढ़ के पानी के दबाव से ध्वस्त हो गया. सैकडों ग्रामीणों के साथ स्लुईस गेट के पास पहुंच ग्रामीणों के सहयोग से मिट्टी का बोरा सीमेंटेड पाइप समेत बचाव से संबंधित पेड़ के तना व डालियों को काट कर बचाव कार्य शुरू किया. दरअसल, बाढ़ का पानी स्लूईश गेट के नीचे से तेज रफ्तार में बहने लगा. पानी का दबाव इतना अधिक था कि कुछ ही देर में स्लूईश गेट का फाटक टूट कर ध्वस्त हो गया. स्लूईश गेट टूटने की सूचना पर आसपास के इलाकों में सनसनी फैल गयी.

स्लुईस गेट का फाटक टूटने से देखते ही देखते सैकड़ों एकड़ खेत में गंगा नदी का पानी फैल गया और खेत में लगी सब्जी समेत अन्य फसल पूरी तरह बर्बाद हो गयी. घटना के स्थल के समीप स्थित दुकान, घर समेत राघोपुर, अलालपुर, बहत्तरा, जपतेली, फरीदपुर, अठगामा, उस्मानपुर, मिरजाफरी, ध्रुबगंज सहित दर्जनों गांवों और जाह्नवी चौक-लत्तीपुर सड़क के अस्तित्व पर संकट का बादल मंडराने लगा. जानकारी मिलते ही इलाके में खलबली मच गयी.

सुल्तानगंज-अकबरनगर में हजारों बेघर

नगर पंचायत अकबरनगर के कई वार्ड बाढ़ की चपेट में आ गये हैं. लोगों के घरों में पानी प्रवेश करने से हजारों लोग एनएच-80 मुख्य सड़क व रेलवे लाइन के किनारे शरण लिये हैं. एनएच-80 मुख्य सड़क भवनाथपुर गांव के समीप पानी सड़क पर चढ़ गया. सड़क पर चार फीट से अधिक पानी बहने से वाहनों के आवाजाही पर रोक लगा दी गयी है. बड़े वाहनों का आवागमन जारी है.

सामुदायिक किचन शुरू

सदर एसडीओ ने सुलतानगंज प्रखंड के किशनपुर, महेशी, तिलकपुर व गनगनियां पंचायत में बाढ़ ग्रस्त इलाके की स्थिति का निरीक्षण किया. बाढ़ पीड़ितों के लिए सामुदायिक किचन शुरू किया गया है. इन स्थानों पर सभी व्यवस्था की गयी है.

Exit mobile version