Home राज्य झारखंड दिसंबर 2025 तक पूरा होगा देवघर-बासुकीनाथ फोरलेन; श्रावणी मेले में भी जारी रहेगा काम

दिसंबर 2025 तक पूरा होगा देवघर-बासुकीनाथ फोरलेन; श्रावणी मेले में भी जारी रहेगा काम

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देवघर-बासुकीनाथ फोरलेन(सांकेतिक फोटो AI)

Deoghar Basukinath Four Lane: झारखंड के विकास को नई रफ्तार देने वाली एक बड़ी खबर है! देवघर और बासुकीनाथ के बीच बन रहे फोरलेन का काम अब और तेजी पकड़ेगा. इस साल, पवित्र श्रावणी मेले के दौरान भी यह महत्वपूर्ण परियोजना नहीं रुकेगी, जिससे श्रद्धालुओं को भी सहूलियत मिलेगी और सड़क तय समय, यानी दिसंबर 2025 तक बनकर तैयार हो जाएगी.

यह फोरलेन झारखंड के विकास में मील का पत्थर साबित होगा और देवघर और बासुकीनाथ के बीच यात्रा को सुगम बनाएगा, खासकर श्रावणी मेले जैसे महत्वपूर्ण अवसरों पर.

पिछले साल 2024 में श्रावणी मेले के कारण देवघर-बासुकीनाथ फोरलेन का काम रोकना पड़ा था, लेकिन इस साल ऐसी स्थिति नहीं होगी. सड़क निर्माण कंपनी को निर्देश दिए गए हैं कि श्रावणी मेले से पहले टू लेन का काम पूरा कर लिया जाए.

इसका मतलब है कि कांवरियों के वाहनों की आवाजाही टू लेन से होती रहेगी, जबकि बाकी टू लेन पर निर्माण कार्य जारी रहेगा. यह सुनिश्चित करेगा कि श्रद्धालुओं को असुविधा न हो और परियोजना समय पर पूरी हो सके.

भूमि अधिग्रहण और बाइपास का निर्माण

कुछ जगहों पर भूमि अधिग्रहण में देरी के कारण काम रुका हुआ है, खासकर घोरमारा के पहले बांझी जंगल में, जहां अभी तक वन विभाग की अनुमति नहीं मिली है. इस वजह से इस साल भी श्रावणी मेले के दौरान घोरमारा बाजार के बाइपास का उपयोग नहीं हो पाएगा और वाहनों को बाजार से ही गुजरना होगा.

यहां बाइपास का होना है निर्माण

देवघर-बासुकीनाथ फोरलेन में घोरमारा, तालझारी, सहारा और जरमुंडी में बाइपास का निर्माण किया जाना है. हाल ही में, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने 175 मकानों के मुआवजे के भुगतान में तेजी लाने के लिए भू-अर्जन अधिकारी को पत्र लिखा था, ताकि निर्माण कार्य में कोई बाधा न आए.

1444 करोड़ रुपये से बन रहा हाइवे

NH-114A पर बन रहे इस फोरलेन की कुल लंबाई 45.16 किलोमीटर होगी और इसकी अनुमानित लागत 1444 करोड़ रुपये है. इसका टेंडर अप्रैल 2023 में फाइनल हुआ था और दिसंबर 2025 तक इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. इस परियोजना का लगभग 50% हिस्सा ग्रीन फील्ड एरिया में बनाया जा रहा है, जो इसे और भी महत्वपूर्ण बनाता है.

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