लोग अक्सर परमाणु बम और परमाणु ऊर्जा को एक ही समझ लेते हैं, जबकि परमाणु ऊर्जा एक शक्तिशाली और विवादों से भरा ऊर्जा का स्रोत है.
परमाणु बमों का अविष्कार युद्ध की स्थिति में दुश्मन देश को खत्म करने के उद्देश्य से किया गया था, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसका एक दूसरा उद्देश्य भी है. ऐसे में चलिए जानते हैं कि परमाणु बम और परमाणु ऊर्जा में क्या अंतर है? परमाणु ऊर्जा से बिजली कैसे उत्पन्न होती है और इसके फायदे और नुकसान क्या हैं.
परमाणु बम और परमाणु ऊर्जा में अंतर इस प्रकार है
- परमाणु बम, नाभिकीय विखंडन पर आधारित होता है, जबकि परमाणु ऊर्जा, नाभिकीय संलयन पर आधारित होती है:
- परमाणु बम में, भारी तत्व जैसे यूरेनियम या प्लूटोनियम के नाभिक का विभाजन होता है.
- परमाणु ऊर्जा में, हल्के नाभिकों के मिलने से भारी परमाणु बनते हैं और ऊर्जा मुक्त होती है.
- परमाणु बम की विस्फोटक क्षमता किलोटन में मापी जाती है, जबकि परमाणु ऊर्जा को मेगाटन में मापा जाता है.
- परमाणु बम के विस्फोट से उत्पन्न ऊर्जा की मात्रा कम होती है, जबकि परमाणु ऊर्जा से उत्पन्न ऊर्जा की मात्रा लाखों गुना ज़्यादा होती है.
- परमाणु बम का प्रभाव छोटे दायरे में होता है, जबकि परमाणु ऊर्जा का प्रभाव लाखों वर्ग किलोमीटर तक फैल सकता है.
- परमाणु बम को परमाण्वस्त्र या नाभिकीयास्त्र भी कहा जाता है.
- परमाणु भट्टी में नियंत्रित नाभिकीय श्रृंखला अभिक्रिया होती है, जबकि परमाणु बम में अनियंत्रित नाभिकीय श्रृंखला अभिक्रिया होती है.
परमाणु ऊर्जा से कैसे बनती है बिजली?
- जनरेटर से बिजली पैदा होती है.
- परमाणु ऊर्जा संयंत्रों में परमाणुओं के विखंडन की प्रक्रिया होती है. इस प्रक्रिया को परमाणु विखंडन कहते हैं.
- इस प्रक्रिया में, एक कण को परमाणु पर फेंका जाता है, जिससे वह दो छोटे परमाणुओं और कुछ न्यूट्रॉन में टूट जाता है.
- ये न्यूट्रॉन फिर दूसरे परमाणुओं से टकराते हैं और उन्हें भी विखंडित कर देते हैं. इस प्रक्रिया को चेन रिएक्शन कहते हैं.
- इस प्रक्रिया में बहुत ज़्यादा गर्मी पैदा होती है.
- इस गर्मी को पानी में मिलाकर भाप बनाई जाती है.
- इस भाप से टर्बाइन घूमता है और जनरेटर को चलाता है.
क्या हैं परमाणु ऊर्जा के फायदे?
परमाणु ऊर्जा एक अत्यधिक शक्तिशाली ऊर्जा स्रोत है. थोड़े से ईंधन से बहुत अधिक मात्रा में बिजली उत्पादित की जा सकती है. वहीं परमाणु ऊर्जा से बिजली उत्पादन में जीवाश्म ईंधनों की तुलना में बहुत कम कार्बन उत्सर्जन होता है, जिससे जलवायु परिवर्तन को कम करने में मदद मिलती है. साथ ही परमाणु ईंधन की उपलब्धता लंबे समय तक हो सकती है, जिससे यह एक स्थिर और विश्वसनीय ऊर्जा स्रोत बन जाता है.
परमाणु ऊर्जा के नुकसान क्या होते हैं?
परमाणु रिएक्टरों से विकिरण निकलता है, जो इंसान के स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए नुकसानदेह हो सकता है. परमाणु रिएक्टरों से परमाणु कचरा उत्पन्न होता है जो पर्यावरण के लिए हानिकारक होता है.