Bhagalpur: भागलपुर नगर निगम को नया नगर आयुक्त मिल गया है. बाढ़ (पटना) के अनुमंडल पदाधिकारी शुभम कुमार को भागलपुर नगर निगम का नया नगर आयुक्त नियुक्त किया गया है. वे शीघ्र ही पदभार ग्रहण करेंगे. इससे पहले नगर आयुक्त का दायित्व डॉ. प्रीति संभाल रही थीं, जिनका तबादला जहानाबाद कर दिया गया है. उन्हें अब वहां डीडीसी (उप विकास आयुक्त) के पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है, साथ ही जिला परिषद के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी का अतिरिक्त प्रभार भी दिया गया है.
तबादलों से धीमा हो रहा भागलपुर का विकास
नगर निगम में नगर आयुक्तों के बार-बार हो रहे तबादलों का सीधा असर भागलपुर शहर के विकास कार्यों पर पड़ रहा है. देखा गया है कि जैसे ही कोई अधिकारी स्थानीय परिस्थितियों को समझकर योजनाओं को गति देना शुरू करता है, तब तक उनका स्थानांतरण हो जाता है. इस वजह से नीतियों का क्रियान्वयन अधूरा रह जाता है और विकास की रफ्तार थम जाती है.
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डॉ. प्रीति का कार्यकाल
सितंबर 2024 में पदभार संभालने वाली डॉ. प्रीति का कार्यकाल अपेक्षाओं पर खरा नहीं उतर पाया. शुरुआत के कुछ महीने फाइलों के अध्ययन और बैठकें करने में बीते, वहीं सफाईकर्मियों से तालमेल की कमी के कारण कई बार नगर निगम को हड़तालों का सामना करना पड़ा. जब उनके कार्यों में गति आने की संभावना बनी, तब उनका स्थानांतरण कर दिया गया.
नितिन कुमार सिंह का कार्यकाल
डॉ. प्रीति से पहले नगर आयुक्त रहे नितिन कुमार सिंह का भी लगभग आठ महीनों का कार्यकाल कुछ खास नहीं रहा. लोकसभा चुनाव की तैयारियों और नगर सरकार व निगम प्रशासन के बीच की खींचतान में अधिकांश समय निकल गया. कार्य योजनाओं को जमीन पर उतारने का समय आया ही था कि उनका भी तबादला हो गया.
विकास की राह में रुकावट
भागलपुर जैसे महत्वपूर्ण नगर में प्रशासनिक स्थायित्व की कमी से विकास परियोजनाएं प्रभावित हो रही हैं. बार-बार तबादलों के कारण अधिकारी नगर की ज़मीनी हकीकत को पूरी तरह समझ ही नहीं पाते कि उन्हें हटा दिया जाता है. नतीजा यह होता है कि अधूरी योजनाएं अधूरी ही रह जाती हैं और शहर विकास की रफ्तार पकड़ नहीं पाता.