Bhagalpur News: बिहार के भागलपुर शहर में बूढ़ानाथ मंदिर, मशाकचक स्थित दुर्गाबाड़ी, मानिक सरकार घाट रोड स्थित कालीबाड़ी, मानिकपुर, अलीगंज, मोहनपुर दुर्गा स्थान, कर्णगढ़ मनसकामना नाथ, तिलकामांझी चौक समेत 12 से अधिक स्थानों पर मां दुर्गा पूजा की भव्य तैयारी की गयी है. इस दौरान कहीं बांग्ला विधि से तो कहीं वैदिक विधि-विधान से पूजन होगा. चैत्र शुक्ल पक्ष रविवार 30 मार्च को वासंतिक नवरात्र (चैत्र नवरात्र) कलश स्थापना के साथ शुरू हो जायेगा. इसी के साथ ही रविवार से विक्रम संवत 2082 वर्ष शुरू हो जायेगा.
नवरात्र शुरू होने के साथ ही हिंदू संवत्सर के अनुसार नव वर्ष शुरू होगा. इस दिन सनातनी घर के मुख्य द्वार या छत पर ध्वज निशान भी लगायेंगे. चैती दुर्गा पूजा को लेकर कहीं नयी कार्यकारिणी कमेटी का गठन किया गया, तो कहीं पूजा स्थानों को सजाने का काम चल रहा है.
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कलश स्थापना के साथ हर रोज होगा दुर्गा सप्तशती पाठ
बूढ़ानाथ मंदिर के प्रबंधक बाल्मिकी सिंह ने बताया कि नवरात्र के पहले दिन प्रात: कलश स्थापना के साथ ही हर रोज दुर्गा सप्तशती पाठ होना शुरू हो जायेगा. दुर्गाबाड़ी एवं कालीबाड़ी में बांग्ला विधि-विधान से पूजा होगी. मानिकपुर दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष हरिशंकर सहाय ने बताया कि 30 मार्च को कलश स्थापना के साथ ही पूजा शुरू होगी. पांच अप्रैल को महाष्टमी पूजा होगी. इस दिन कलाकारों द्वारा जागरण का आयोजन होगा. छह को रामनवमी विजयादशमी पर सात अप्रैल को जागरण का होगा. आठ को प्रतिमा विसर्जन के बाद भंडारा होगा.
पंचमी तिथि पर प्रतिमा वेदी पर स्थापित की जायेगी
तिलकामांझी चौक समीप महावीर मंदिर में मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की जायेगी. छठी पूजा पर मां दुर्गा की प्रतिमा वेदी पर स्थापित की जायेगी.अष्टमी, नवमी व दशमी को महाभोग लगेगा. कालीबाड़ी के महासचिव विलास बागची ने बताया कि पंचमी तिथि पर प्रतिमा वेदी पर स्थापित की जायेगी. सप्तमी पर सैकड़ों हांडी भोग लगाया जायेगा. अष्टमी व नवमी पर हांडी भोग लगेगा. सप्तमी पर खिचड़ी, अष्टमी पर पुलाव व नवमी को खिचड़ी का भोग लगेगा. दुर्गाबाड़ी पूजा कमेटी के संयुक्त सचिव निरूपम कांति पाल ने बताया कि इस बार मंच का जीर्णोद्धार कराया जा रहा है. इसलिए सांस्कृतिक आयोजन नहीं होगा, लेकिन मां की पूजा धूमधाम से होगी.
अलीगंज सार्वजनिक चैती दुर्गा स्थान हाट समिति की ओर से कार्यकारिणी समिति का चुनाव हुआ. इसमें अजय कुमार अध्यक्ष, सोनू कुमार व अजय शर्मा उपाध्यक्ष, आनंदी प्रसाद साह सचिव, सुनील कुमार कोषाध्यक्ष, संजय साह व मनीष कुमार उपसचिव, राकेश साह व रवि शर्मा उप कोषाध्यक्ष चुने गये. मेढ़पति पप्पू पंडित होंगे.
हाथी पर होगा मां का आगमन, शुभ संकेत
पंडित अंजनी शर्मा के अनुसार मां का आगमन हाथी पर हो रहा है. जिसे शुभ संकेत माना जाता है. सुख और शांति बढ़ाने वाली है. छह अप्रैल को रामनवमी मनायी जायेगी. इस दिन हनुमत ध्वजादान, रामावतार, त्रिशूलिनी पूजा भी होगी. सात अप्रैल को विजयादशमी, अपराजिता पूजन, देवी विसर्जन और नवरात्र व्रत का पारण होगा. नवरात्रि के पहले दिन यानी 30 मार्च को कई शुभ योग भी बन रहे हैं. इस दिन पूजा का भी कई गुना लाभ प्राप्त होगा. इस दिन सर्वार्थ सिद्धि, एंद्र योग के साथ ही शुक्रादित्य, बुधादित्य और लक्ष्मीनारायण नामक शुभ योग बनेंगे.
शुभ मुहूर्त
नवरात्रि के पहले दिन पूजा के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 6.03 बजे से लगभग 7.30 बजे तक रहेगा. इस दौरान घटस्थापना भी कर सकते हैं और माता की पूजा भी. हालांकि दोपहर 12 बजकर 50 मिनट तक अभिजीत मुहूर्त रहेगा, इस शुभ मुहूर्त में भी घटस्थापना और नवरात्रि की पूजा का शुभारंभ कर सकते हैं.
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