Unemployment News: कनाडा की बेहतर शिक्षा व्यवस्था और जीवनशैली युवाओं को भले आकर्षित करती हो, लेकिन जॉब मार्केट की सच्चाई कुछ और ही है. हाल ही में एक वायरल वीडियो में यह हकीकत उजागर हुई है, जिसमें कनाडा की एक छोटी कंपनी के बाहर सैकड़ों लोग नौकरी की आस में घंटों कतार में खड़े नजर आए. वीडियो सोशल मीडिया क्रिएटर Kanupria Canada Explorer ने शेयर किया, जो अब युवाओं के बीच चिंता का विषय बन गया है.
Viral Video में दिखा कनाडा में बेरोजगारी का सच्चा चेहरा
Kanupria द्वारा पोस्ट किए गए वीडियो में देखा गया कि एक मझोली कंपनी के बाहर करीब 700 से 800 कैंडिडेट्स इंटरव्यू की बारी के इंतजार में खड़े हैं. इनमें से मात्र 5-6 लोगों को ही नौकरी मिलने की संभावना जताई गई है. यह नजारा उस कनाडा का है, जिसे युवा अक्सर ‘अवसरों की धरती’ समझते हैं. वीडियो के अनुसार, न केवल Google जैसी मल्टीनेशनल कंपनियों में, बल्कि छोटी कंपनियों में भी नौकरी पाना बेहद मुश्किल हो गया है.
भारतीय छात्रों के लिए सबक: डिग्री ही नहीं, नेटवर्किंग भी जरूरी
हर साल हजारों भारतीय छात्र कनाडा में पढ़ाई और करियर की उम्मीद लेकर जाते हैं. लेकिन इस वीडियो ने यह साफ कर दिया है कि केवल डिग्री से बात नहीं बनती. कनाडा में नौकरी के लिए लोकल एक्सपीरियंस, नेटवर्किंग और स्पेशल स्किल्स की भी ज़रूरत होती है. जो छात्र यह मानकर जाते हैं कि पढ़ाई के बाद जॉब अपने आप मिल जाएगी, उन्हें अब यह सोचना होगा कि वहां का ग्राउंड रियलिटी क्या है.
वायरल वीडियो से सोशल मीडिया में हलचल
यह वीडियो वायरल होते ही कई छात्रों और प्रोफेशनल्स ने कमेंट कर अपनी चिंता जाहिर की. कुछ ने कहा कि यह कनाडा में इमीग्रेशन पॉलिसी की खामियों की ओर इशारा करता है, तो कुछ ने इसे कनाडा में आने वाले नए छात्रों के लिए चेतावनी बताया.
Shravani Mela 2025: विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला को लेकर देवघर प्रशासन ने व्यापक ट्रैफिक प्लान जारी किया है. डीसी नमन प्रियेश लकड़ा के निर्देश पर शहर को भीड़ नियंत्रण और कांवरियों की सुविधा के लिए नो-इंट्री और वन-वे जोनों में बांटा गया है. साथ ही बासुकीनाथ तक जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए रूट, किराया, पार्किंग और वैकल्पिक मार्गों की सूची भी जारी की गई है. मकसद साफ है—श्रद्धालुओं को निर्बाध और सुरक्षित यात्रा का अनुभव देना.
अलग-अलग रूट से जाएंगे श्रद्धालु, तय हुआ किराया
देवघर से बासुकीनाथ के लिए प्रति व्यक्ति किराया 100 रुपये और वापसी के लिए 70 रुपये तय किया गया है. श्रद्धालु बाबा मंदिर में पूजा के बाद कनभटिया मोड़, दुम्मा, रिखिया, मोहनपुर होते हुए सरैयाहाट, हंसडीहा और नोनीहाट मार्ग से बासुकीनाथ धाम जाएंगे. प्रशासन ने रूट को भीड़ नियंत्रण के मद्देनजर सावधानी से तय किया है.
भारी वाहनों पर रोक, शहर के मार्ग होंगे वन-वे
रविवार रात 11 बजे से सोमवार रात 12 बजे तक भारी वाहनों की नो-इंट्री घोषित की गई है. वहीं, आवश्यक सामान लाने वाले वाहन केवल रात 11 बजे से सुबह 6 बजे के बीच ही शहर में प्रवेश कर सकेंगे. मीना बाजार से मंदिर मोड़ और मस्जिद मोड़ से बिग बाजार जैसे मुख्य मार्गों को वन-वे घोषित किया गया है.
श्रद्धालुओं के लिए कुल 7 मुख्य पार्किंग स्थल बनाये गए हैं:
आइएसबीटी (मोटरसाइकिल व छोटे वाहन),
कोठिया मैदान,
परित्राण मेडिकल कॉलेज मैदान,
सरसा-कुशमाहा मैदान,
भलुआ मैदान,
रिखिया मंदिर के पास का मैदान,
हथगढ़ मैदान (दुमका और भागलपुर की ओर से आने वालों के लिए).
चार वैकल्पिक स्थल भी तय
चकाई, जमुई और सुल्तानगंज की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए वैकल्पिक पार्किंग स्थल भी बनाए गए हैं:
शंकर मोड़ मैदान,
देवपुरा मोड़,
कुरवा,
वास्तु विहार के पास.
श्रद्धालुओं को पार्किंग स्थल पर वाहन खड़ा करने के बाद ऑटो या टोटो के माध्यम से केवल आइएसबीटी तक जाने की अनुमति होगी, जहां से उन्हें पैदल पथ पर चलना होगा.
प्रशासन ने सभी वाहन मालिकों को बीमा, परमिट और प्रदूषण प्रमाण-पत्र अपडेट रखने का निर्देश दिया है. ओवरलोडिंग पर सख्त रोक है. मैक्सी और ऑटो रिक्शा को 16 किमी दायरे तक सीमित किया गया है. साथ ही सभी सार्वजनिक वाहनों में किराया सूची चिपकाना अनिवार्य किया गया है.
विशेष मेला बस सेवा शुरू
मेला के दौरान क्लब ग्राउंड, आइएसबीटी और अन्य प्रमुख स्थानों से बासुकीनाथ के लिए विशेष बस सेवा चलाई जाएगी. इन बसों के लिए अलग-अलग मार्ग तय किए गए हैं, जैसे नौलखा मंदिर मोड़, बैजनाथपुर, मोहनपुर, कनभटिया, तीरनगर और हिंडोलावरण.
Nitin Gadkari: केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने झारखंड के गढ़वा जिले को 2460 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की सौगात दी. उन्होंने रेहला फोरलेन सड़क का उद्घाटन किया और दो अन्य राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया. इस दौरान गडकरी के साथ राज्य के वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर, सांसद विष्णु दयाल राम और भाजपा के अन्य वरिष्ठ नेता उपस्थित रहे. यह दौरा झारखंड में सड़क इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूती देने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है.
रांची से गढ़वा, फिर फ्लाईओवर उद्घाटन और जनसभा
गढ़वा रवाना होने से पूर्व गडकरी का स्वागत रांची एयरपोर्ट पर केंद्रीय राज्य मंत्री संजय सेठ और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने किया. गढ़वा में कार्यक्रमों के बाद वे वापस रांची लौटे. यहां उन्होंने सबसे पहले बिरसा चौक पर भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. इसके बाद वे रातू रोड पहुंचे और 558 करोड़ की लागत से बने एलिवेटेड कॉरिडोर का उद्घाटन किया. इस अवसर पर उन्होंने बाइक रैली के साथ ओटीसी ग्राउंड पहुंचकर जनसभा को भी संबोधित किया.
कार्यक्रम के पश्चात नितिन गडकरी होटल रेडिशन ब्लू में अधिकारियों के साथ बैठक कर एनएच परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा करेंगे. साथ ही ट्रांसपोर्ट संबंधी विषयों पर दिशा-निर्देश भी देंगे. बैठक के बाद वे शाम 6:45 बजे रांची एयरपोर्ट से दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे.
Bihar Chunav 2025: दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बिहार की राजनीति में बड़ा दांव खेलते हुए एलान किया है कि उनकी पार्टी 2025 का विधानसभा चुनाव अकेले लड़ेगी. उन्होंने दावा किया कि AAP न केवल चुनाव लड़ेगी, बल्कि बहुमत के साथ सरकार भी बनाएगी. गुजरात में पत्रकारों से बात करते हुए केजरीवाल ने कहा कि बिहार बदलाव चाहता है और आम आदमी पार्टी वही विकल्प देने जा रही है. इस घोषणा के बाद बिहार की राजनीति में नए समीकरण बनने के संकेत मिल रहे हैं.
INDIA गठबंधन में लोकसभा साथ, विधानसभा में अलग राह
केजरीवाल ने स्पष्ट किया कि आम आदमी पार्टी लोकसभा चुनाव में INDIA गठबंधन का हिस्सा बनी रहेगी. लेकिन विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी अपनी स्वतंत्र रणनीति अपनाएगी. यह संकेत साफ है कि AAP अब सहयोगी दल नहीं, बल्कि एक स्वतंत्र राजनीतिक शक्ति के तौर पर उभरना चाहती है. इससे गठबंधन में हलचल की संभावना भी बनी है.
केजरीवाल ने बिहार चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर भी सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा, “लोकतंत्र की बुनियाद निष्पक्षता पर टिकी होती है, लेकिन बिहार में जो हो रहा है, वह ठीक नहीं है. जनता सब देख रही है.” इस बयान से संकेत मिलता है कि AAP आने वाले चुनावों में प्रशासनिक पारदर्शिता को भी बड़ा मुद्दा बनाएगी.
जातीय राजनीति में नया समीकरण?
बिहार की राजनीति लंबे समय से जातीय समीकरणों और गठबंधनों के इर्द-गिर्द घूमती रही है. ऐसे में AAP का दावा कि वह अकेले चुनाव लड़ेगी और सरकार बनाएगी, उसके आत्मविश्वास और आक्रामक रणनीति की ओर इशारा करता है. यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या आम आदमी पार्टी बिहार की पारंपरिक सियासी संरचना में सेंध लगा पाती है या नहीं.
Microsoft Layoffs 2025: दुनिया की अग्रणी टेक कंपनियों में शामिल माइक्रोसॉफ्ट ने एक बार फिर हजारों कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का बड़ा फैसला लिया है. इस बार कंपनी ने कुल 9,100 लोगों की छंटनी की है, जो इसके कुल वर्कफोर्स का करीब 4% हिस्सा है. कंपनी ने यह कदम वैश्विक मंदी, लागत नियंत्रण और मुनाफा बचाने जैसे कारणों के चलते उठाया है. यह छंटनी माइक्रोसॉफ्ट की 2023 के बाद की सबसे बड़ी छंटनी मानी जा रही है, जिससे हजारों परिवारों की आजीविका पर असर पड़ेगा.
4% वर्कफोर्स की कटौती, सबसे बड़ा झटका सेल्स टीम को
माइक्रोसॉफ्ट के कुल 2.28 लाख कर्मचारियों में से 9,100 को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है. कंपनी की ओर से यह स्पष्ट नहीं किया गया कि इन छंटनियों में कितने कर्मचारी मुख्यालय (वॉशिंगटन) से हैं, लेकिन पहले हुए दो दौर की छंटनी में 2,300 वॉशिंगटन से थे. माना जा रहा है कि इस बार भी अधिकतम असर सेल्स, क्लाउड और सपोर्ट टीमों पर पड़ा है.
छंटनी के पीछे तीन बड़े कारण
कंपनी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि यह फैसला “ऑपरेशनल एफिशिएंसी” यानी कार्य कुशलता बढ़ाने के मकसद से लिया गया है. वैश्विक स्तर पर टेक सेक्टर मंदी के दौर से गुजर रहा है, निवेश घटा है, राजस्व में गिरावट आई है और कंपनियां कॉस्ट-कटिंग के जरिए मुनाफा बचाने में जुटी हैं.
माइक्रोसॉफ्ट के चीफ कमर्शियल ऑफिसर जुडसन अल्थॉफ ने दो महीने की छुट्टी पर जाने का फैसला लिया है. कंपनी ने इसे उनकी ‘पर्सनल सैबेटिकल’ करार दिया है, लेकिन यह छुट्टी ऐसे वक्त पर आई है जब कंपनी में भारी उथल-पुथल है. अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक कर्मचारियों में डर और असमंजस का माहौल है, खासकर वे टीमें जो पहले ही अनिश्चितता के दौर से गुजर रही थीं.
बिग टेक में छंटनी का नया दौर
माइक्रोसॉफ्ट से पहले गूगल, मेटा, अमेजन और ट्विटर जैसी कंपनियां भी 2024-25 में बड़ी संख्या में छंटनी कर चुकी हैं. ऑटोमेशन, AI टूल्स और मुनाफा केंद्रित बिजनेस मॉडल के चलते बड़ी कंपनियां अब कम लोगों में ज्यादा काम करवाने की दिशा में बढ़ रही हैं. जानकारों का कहना है कि 2025 के अंत तक यह ट्रेंड और तेज हो सकता है.
Bihar Election 2025: एलजेपी प्रमुख चिराग पासवान ने एक बार फिर बिहार की सियासत में हलचल मचा दी है. एनडीए के घटक दल होने के बावजूद वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गढ़ राजगीर में सभा कर राजनीतिक ताकत का प्रदर्शन कर चुके हैं. वहीं तेजस्वी यादव की सीट राघोपुर को लेकर भी उन्होंने बयान देकर संकेत दे दिया है कि उनका मकसद केवल सहयोगी बनकर रहना नहीं, बल्कि अगुवाई करना है. सवाल उठता है कि चिराग की चुनावी रणनीति क्या सिर्फ सीटों का विस्तार है या मुख्यमंत्री पद की ओर कदम?
नीतीश के इलाके में सभा कर दिया संदेश
चिराग पासवान ने हाल ही में जिन इलाकों में सभाएं की हैं, उनमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का गृह क्षेत्र राजगीर भी शामिल है. यह वही इलाका है, जहां 2020 के विधानसभा चुनाव में चिराग की एलजेपी के उम्मीदवारों ने जेडीयू को तगड़ा नुकसान पहुंचाया था. उस चुनावी चोट को नीतीश अब भी नहीं भूले हैं. चिराग की सभा और उसमें दिए गए बयानों से यह साफ है कि वे केवल गठबंधन का हिस्सा बनकर नहीं चल रहे, बल्कि अपने अस्तित्व को अलग पहचान देना चाहते हैं.
तेजस्वी की सीट पर भी दिखी दिलचस्पी
जब चिराग से पूछा गया कि क्या वे राघोपुर से चुनाव लड़ सकते हैं, तो उनका जवाब था—”वह विधानसभा क्षेत्र मेरी ही लोकसभा सीट में आता है.” यानी राजनीतिक संकेतों की भाषा में कहें, तो चिराग ने इस सवाल को न तो सीधे नकारा और न ही स्वीकार किया. दूसरी ओर, उनके रिश्तेदार और सांसद अरुण भारती शाहाबाद इलाके का ज़िक्र कर रहे हैं, जो बताता है कि पार्टी के भीतर रणनीतिक मंथन ज़ोरों पर है.
चिराग के चुनाव लड़ने के पीछे असली मंशा?
यह सवाल अहम है कि चिराग को खुद चुनाव लड़ने की जरूरत क्यों पड़ रही है. क्या पार्टी विस्तार के लिए उनका खुद मैदान में उतरना ज़रूरी है? जानकारों का मानना है कि चिराग यह साबित करना चाहते हैं कि वे न केवल एलजेपी (रामविलास) के सर्वमान्य नेता हैं, बल्कि बिहार की राजनीति में एनडीए के भीतर भी उनका कद मजबूत हो. साथ ही वे अपने वोटरों को यह संदेश देना चाहते हैं कि एनडीए में वे महज ‘सहयोगी’ नहीं, बल्कि भविष्य के ‘लीडर’ हैं.
2020 की गलती दोहराना नहीं चाहते
2020 के विधानसभा चुनाव में चिराग की वजह से जेडीयू को काफी नुकसान हुआ था और नीतीश की सीटों की संख्या कम रह गई थी. इस बार अगर चिराग खुद मैदान में उतरते हैं, तो वे अपने वोटरों को एनडीए के पक्ष में एकजुट कर सकते हैं, जिससे सीटों का अंतर और मजबूत हो सके.
राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा आम है कि चिराग पासवान ‘बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट’ के नारे के सहारे खुद को मुख्यमंत्री पद के संभावित दावेदार के तौर पर प्रोजेक्ट करना चाहते हैं. भले ही अभी यह लक्ष्य दूर हो, लेकिन उम्मीद की राजनीति में चिराग अपनी मौजूदगी और नेतृत्व क्षमता का संकेत देने में जुटे हैं.
Aaj Ka Rashifal: 3 जुलाई 2025 को ग्रहों की चाल में हुए बदलाव कई राशियों की किस्मत पर गहरा असर डाल सकते हैं. कुछ जातकों को करियर में नया मौका मिलेगा, तो कुछ को वित्तीय मोर्चे पर राहत. वहीं, कुछ के रिश्तों में तनाव बढ़ सकता है. चंद्रमा, बृहस्पति और शनि की युति के चलते यह दिन कुछ राशियों के लिए विशेष फलदायक और कुछ के लिए सतर्कता भरा रहेगा. जानिए आपकी राशि के लिए कैसा रहेगा आने वाला दिन — करियर, प्रेम, धन और सेहत के लिहाज से.
मेष राशि (Aries)
करियर: काम के सिलसिले में यात्रा करनी पड़ सकती है. बिजनेस: नए व्यापार की योजना बनेगी, सलाह लेकर कदम बढ़ाएं. धन: फिजूलखर्ची से बचें, बचत पर ध्यान दें. शिक्षा: छात्रों को अच्छे परिणाम मिल सकते हैं. लव/पारिवारिक: जीवनसाथी संग मधुर पल बीतेंगे. उपाय: विष्णु जी को खीर चढ़ाएं, शाम को मिठाई का दान करें. लकी कलर: हरा लकी नंबर: 5
वृषभ राशि (Taurus)
करियर: काम का दबाव बढ़ेगा, मन शांत रखें. बिजनेस: व्यापार में मुनाफा संभव, लेकिन गति धीमी रहेगी. धन: निवेश में सतर्क रहें, लाभ का अवसर मिलेगा. शिक्षा: पढ़ाई में मन कम लगेगा. लव/पारिवारिक: घर का माहौल खुशनुमा रहेगा. उपाय: शिवलिंग पर दूध चढ़ाएं. लकी कलर: हरा लकी नंबर: 4
मिथुन राशि (Gemini)
करियर: नई नौकरी के अवसर मिल सकते हैं. बिजनेस: थोड़ी हानि संभव, घबराएं नहीं. धन: धन आएगा, लेकिन खर्च भी बढ़ेगा. शिक्षा: पढ़ाई में रुचि बढ़ेगी. लव/पारिवारिक: पुरानी अनबन खत्म हो सकती है. उपाय: मंदिर के बाहर भोजन वितरित करें. लकी कलर: नीला लकी नंबर: 7
कर्क राशि (Cancer)
करियर: मेहनत भविष्य में रंग लाएगी. बिजनेस: मांग बढ़ेगी, व्यापारिक संबंध मजबूत होंगे. धन: लालच से बचें, सोच-समझकर निवेश करें. शिक्षा: किसी विषय में नई शुरुआत कर सकते हैं. लव/पारिवारिक: जीवनसाथी से विवाद से बचें. उपाय: हलवा बनाकर भगवान को अर्पित करें. लकी कलर: पीला लकी नंबर: 1
सिंह राशि (Leo)
करियर: सलाह लेकर निर्णय लें. बिजनेस: लाभ मिलेगा. धन: आर्थिक स्थिति बेहतर हो सकती है. शिक्षा: परिणाम सकारात्मक रहेंगे. लव/पारिवारिक: मतभेद की संभावना. उपाय: मूंग दाल का हलवा दान करें. लकी कलर: पिंक लकी नंबर: 9
कन्या राशि (Virgo)
करियर: काम का दबाव बढ़ेगा, सहयोग मिलेगा. बिजनेस: ग्राहकों की संख्या बढ़ेगी. धन: खर्चों पर नियंत्रण रखें. शिक्षा: सभी डाउट्स क्लियर हो सकते हैं. लव/पारिवारिक: संदेह से बचें, समय साथ बिताएं. उपाय: कुत्ते को रोटी खिलाएं. लकी कलर: सफेद लकी नंबर: 8
तुला राशि (Libra)
करियर: काम की सराहना होगी, दिखावे से बचें. बिजनेस: प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ सकता है. धन: खरीदारी के योग हैं. शिक्षा: करियर संबंधी सलाह मिलेगी. लव/पारिवारिक: संतुलन जरूरी है. उपाय: मिठाई दान करें. लकी कलर: नेवी ब्लू लकी नंबर: 3
वृश्चिक राशि (Scorpio)
करियर: तनावपूर्ण और व्यस्त दिन रहेगा. बिजनेस: निर्णय में जल्दबाजी से बचें. धन: शॉपिंग में खर्च संभव है. शिक्षा: पढ़ाई से जुड़ी गतिविधियों में व्यस्तता. लव/पारिवारिक: संबंध मजबूत होंगे, धैर्य रखें. उपाय: घरवालों की सेवा करें. लकी कलर: बेंगनी लकी नंबर: 5
धनु राशि (Sagittarius)
करियर: प्रमोशन के योग हैं. बिजनेस: वाद-विवाद से बचें. धन: रुका पैसा मिल सकता है. शिक्षा: परीक्षा में सफलता संभव है. लव/पारिवारिक: रिश्तों को लेकर सतर्क रहें. उपाय: दुर्गा चालीसा पढ़ें. लकी कलर: हरा लकी नंबर: 2
मकर राशि (Capricorn)
करियर: स्थितियां अनुकूल रहेंगी. बिजनेस: नई प्रॉपर्टी लेने की योजना बन सकती है. धन: निवेश सोच-समझकर करें. शिक्षा: मेहनत की जरूरत है. लव/पारिवारिक: किसी की तबीयत बिगड़ सकती है. उपाय: मंदिर में दान करें. लकी कलर: क्रीम लकी नंबर: 15
कुंभ राशि (Aquarius)
करियर: किसी को वित्तीय मदद कर सकते हैं. बिजनेस: व्यापार में सलाह से लाभ होगा. धन: फिजूलखर्ची से बचें. शिक्षा: परिणाम पक्ष में हो सकते हैं. लव/पारिवारिक: पुराने दोस्त से मुलाकात संभव. उपाय: बच्चों को खिलौने दें. लकी कलर: पीला लकी नंबर: 13
मीन राशि (Pisces)
करियर: कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है. बिजनेस: आर्थिक मदद की आवश्यकता महसूस हो सकती है. धन: लाभ होगा, जोखिम से बचें. शिक्षा: मेहनत बढ़ानी होगी. लव/पारिवारिक: प्रेम जीवन अनुकूल रहेगा. उपाय: कुत्तों को बिस्किट खिलाएं. लकी कलर: गोल्डन लकी नंबर: 15
Khushi Mukherjee: खुशी मुखर्जी आजकल अपने बोल्ड लुक्स और अजीबो-गरीब आउटफिट्स के कारण लगातार सोशल मीडिया पर ट्रोल हो रही हैं. कभी उर्फी जावेद तो कभी कंगना शर्मा की तरह चर्चा में रहनेवाली इस हसीना को फलक नाज, जरीन खान और शिव ठाकरे जैसे सितारों ने भी खरी-खोटी सुनाई है. लेकिन सवाल ये है कि आखिर खुशी मुखर्जी हैं कौन? और कैसे उन्होंने बी-ग्रेड फिल्मों से निकलकर करोड़ों की कमाई कर डाली? मुंबई की सड़कों पर अक्सर नजर आनेवाली खुशी का अब तक का सफर चौंकाने वाला है.
रियलिटी शो से शुरुआत, साउथ फिल्मों में काम
खुशी मुखर्जी ने एमटीवी के पॉपुलर रियलिटी शोज स्प्लिट्सविला 10 और लव स्कूल 3 से अपने करियर की शुरुआत की थी. इसके बाद उन्होंने तमिल फिल्म अंजल थुरई, तेलुगू फिल्में डोंगा प्रेमा और हार्ट अटैक में अभिनय किया. हिंदी भाषा की कई बी-ग्रेड फिल्मों में भी उन्होंने बोल्ड किरदार निभाए हैं, जिनमें उनका अभिनय सीमाओं को लांघता हुआ दिखा.
खुशी को टीवी पर भी देखा गया है. बालवीर रिटर्न्स और कहत हनुमान जय श्री राम जैसे शो में उनके किरदार छोटे लेकिन चर्चा में रहे. इसके अलावा वह गांडू, नूरी, स्ट्रेंजर और जंगल से दंगल जैसे एडल्ट वीडियो में भी नजर आ चुकी हैं, जिससे उनकी पहचान और विवाद दोनों बढ़े.
अश्लीलता के आरोपों पर दी सफाई
अपने पहनावे और अश्लील कंटेंट को लेकर ट्रोल हो रही खुशी ने एक इंटरव्यू में कहा कि वे बॉलीवुड की कई अभिनेत्रियों से प्रेरणा लेती हैं. उन्होंने खुद को डिफेंड करते हुए कहा कि उन्होंने जो किया है, वो कई बड़े स्टार्स ने पहले ही किया है.
एप से दो महीने में कमाए 10 करोड़
खुशी का सबसे चौंकाने वाला दावा उनकी कमाई को लेकर है. उन्होंने बताया कि एक एप पर उनके वीडियो देखकर एक विदेशी शख्स ने चार से पांच बार विजिट कर 1 करोड़ 13 लाख रुपये खर्च किए थे. खुशी ने इस प्लेटफॉर्म के जरिए महज दो महीने में 10 करोड़ रुपये कमा लिए. हालांकि उन्होंने दावा किया कि इस पर कोई भी अश्लील कंटेंट नहीं था.
28 साल की उम्र में 12 करोड़ की नेटवर्थ
नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक खुशी मुखर्जी की कुल संपत्ति 12 करोड़ रुपये आंकी गई है. बंगाली ब्राह्मण परिवार से आनेवाली इस अभिनेत्री ने अपने करियर के जरिए न सिर्फ बोल्डनेस को नई परिभाषा दी बल्कि डिजिटल दुनिया में एक नया ट्रेंड भी सेट किया है.
Bilawal Bhutto Zardari: पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी, जो कभी भारत के खिलाफ आग उगलते थे और ‘सिंधु में या तो पानी बहेगा या खून’ जैसे बयान देते थे, अब पूरी तरह नरम हो चुके हैं. बुधवार को उन्होंने एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में गिड़गिड़ाते हुए भारत से आतंकवाद के खिलाफ ऐतिहासिक साझेदारी की अपील की. बिलावल ने कहा कि भारत और पाकिस्तान एक-दूसरे के विरोधी नहीं बल्कि पड़ोसी हैं और उन्हें मिलकर क्षेत्रीय शांति के लिए काम करना चाहिए. यह वही बिलावल हैं जिन्होंने सिंधु जल संधि पर भारत को ललकारा था, लेकिन अब शांति की हिमालय जैसी नींव रखने की बात कर रहे हैं.
भारत से साझेदारी की अपील, सिंधु संधि पर बदला रुख
इस्लामाबाद में आयोजित इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस के दौरान बिलावल भुट्टो ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत से अभूतपूर्व सहयोग मांगा. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अब भारत के साथ मिलकर इस साझा खतरे से निपटना चाहता है. उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत और पाकिस्तान को मिलकर आतंक के खिलाफ फ्रंट बनाना चाहिए, न कि एक-दूसरे के खिलाफ.
सिंधु जल संधि को लेकर भी बिलावल का रुख बदला हुआ दिखा. उन्होंने कहा कि पानी को हथियार नहीं बनाया जाना चाहिए और शांति के लिए ‘हिमालय जितनी मजबूत नींव’ रखी जानी चाहिए. उन्होंने सिंधु घाटी सभ्यता को साझा विरासत बताया और इसे कमजोरी नहीं, बल्कि दूरदर्शिता का प्रतीक करार दिया.
तालिबान पर भी साधा निशाना
भुट्टो ने अफगान तालिबान को लेकर भी कड़ा संदेश दिया. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने काबुल को बचाया और अब अफगान तालिबान की जिम्मेदारी है कि वह आतंकियों की आवाजाही और हथियारों की तस्करी रोके. उनका यह बयान पाकिस्तान की उस नीति में बदलाव का संकेत है, जहां वह पहले तालिबान पर नरमी दिखाता रहा है.
भारत के फैसलों से बदले सुर
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने सिंधु जल संधि को सस्पेंड कर दिया था, जिससे पाकिस्तान तिलमिला उठा था. इसी दौरान बिलावल ने खून बहाने की धमकी दी थी. मगर भारत के ठोस एक्शन के बाद अब वही बिलावल भारत से हाथ जोड़कर बातचीत की अपील कर रहे हैं.
चौथे हफ्ते में थमी रफ्तार(फोटो क्रेडिट: सोशल मीडिया)
Housefull 5 Box Office Day 24: अक्षय कुमार की बहुप्रतीक्षित कॉमेडी फिल्म ‘हाउसफुल 5’ रिलीज के 24वें दिन बॉक्स ऑफिस पर थोड़ी थमती नजर आई. चौथे हफ्ते में फिल्म की रफ्तार सुस्त हो गई है, लेकिन अब तक का कुल कलेक्शन इसे फ्लॉप नहीं कहने देता. sacnilk की रिपोर्ट के मुताबिक, फिल्म ने रविवार को यानी 24वें दिन मात्र 0.09 करोड़ रुपये की कमाई की. इसके साथ ही इसका कुल भारत में नेट बॉक्स ऑफिस कलेक्शन 181.53 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है.
शुरुआती धमाल के बाद धीमी पड़ी कमाई
‘हाउसफुल 5’ ने पहले सप्ताह में 127.25 करोड़ और दूसरे सप्ताह में 40.85 करोड़ रुपये कमाए. तीसरे हफ्ते में गिरावट देखने को मिली, जहां कलेक्शन 12.55 करोड़ रहा. चौथे सप्ताह में रोजाना कमाई में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है. रविवार को 0.09 करोड़ की कमाई के साथ यह फिल्म अब रुकती हुई नजर आ रही है. आमिर खान की सितारे ज़मीन पर और साउथ की फिल्म कन्नप्पा के कारण दर्शकों का ध्यान बंटा है, जिससे फिल्म की पकड़ कमजोर हुई है.
‘हाउसफुल 5’ एक मल्टीस्टारर एंटरटेनर है जिसमें अक्षय कुमार, रितेश देशमुख और अभिषेक बच्चन प्रमुख भूमिकाओं में हैं. इनके साथ फरदीन खान, नाना पाटेकर, जैकी श्रॉफ, रंजीत और जॉनी लीवर जैसे मंझे हुए कलाकार हैं. महिला स्टारकास्ट में जैकलीन फर्नांडिस, नरगिस फाखरी, सोनम बाजवा और सौंदर्या शर्मा शामिल हैं. चंकी पांडे और डिनो मोरिया की स्पेशल अपीयरेंस ने भी दर्शकों को हंसाया है. हालांकि हंसी का यह सफर अब धीमा हो चला है.