Bhagalpur News: बिहार के भागलपुर में चल रहे सफाइकर्मियों की हड़ताल समाप्त हो गयी है. इसकी विधिवत घोषणा लंबी चली वार्ता के बाद मेयर डॉ बसुंधरा लाल ने की है. वहीं, अब सभी सफाइकर्मी काम पर लौट आए हैं. यह वार्ता मेयर के कार्यालय कक्ष में दिन के 11 बजे से देर शाम तक होती रही, जिसमें नगर आयुक्त, नगर प्रबंधक, स्वास्थ्य शाखा प्रभारी, हड़ताल संघ के प्रतिनिधियों के साथ सशक्त स्थाई समिति के सदस्य शामिल रहे. सफाई कर्मियों की मांगों पर विचार विमर्श कर उचित निर्णय लिया गया और हड़ताल की समाप्ति की घोषणा की गयी.
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सफाई एजेंसियों को तीन दिन के अंदर देना होगा इपीएफ का हिसाब
सफाई एजेंसियों को तीन दिनों के अंदर सफाइकर्मियों के इपीएफ का हिसाब देना होगा. इपीएफ का हिसाब अपडेट करने की मांग पर नगर आयुक्त ने इसका पूरा हिसाब यानी, कर्मी, भुगतान, बंद इपीएफ खाता से के बारे में एजेंसी को तीन दिनों के अंदर निगम कार्यालय में उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है.
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एजेंसी करेगी जमा इएसआइ की काटी जा रही राशि
सफाई कर्मियों के इलाज के लिए इएसआइ कटौती के संबंध में भी चर्चा की गई. इसमें नगर आयुक्त द्वारा जानकारी दी गयी कि इएसआइ कार्ड केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित योजना है, जिसका क्रियान्वयन अस्पताल द्वारा किया जाता है. इसमें जमा की जाने वाली राशि नियोक्ता एजेंसी द्वारा की जायेगी.
एजेंसियों को देना होगा भुगतान का प्रमाण
सफाइकर्मियों द्वारा पे-स्लिप निर्गत करने के सवाल पर नगर आयुक्त ने जानकारी दिया कि सिर्फ स्थायी व संविदा कर्मचारियों को करायी जाती है. दैनिक पारिश्रमिक पर कार्यरत कर्मियों को पे-स्लिप उपलब्ध कराने का कोई सरकारी प्रावधान नहीं है. भुगतान का प्रमाण एजेंसी द्वारा निर्गत किया जायेगा.
ये निर्णय हुए
- प्रत्येक माह की सात तारीख तक सफाई कर्मियों को पारिश्रमिक भुगतान किया जायेगा.
- निगम द्वारा एजेंसी का बिल भुगतान का इंतजार नहीं किया जायेगा.
- हड़ताल की अवधि का पारिश्रमिक भुगतान किया जायेगा. हड़ताली कर्मी पर तत्काल कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं की जायेगी.
- सफाई संघ के प्रतिनिधियों द्वारा आश्वस्त कराया गया कि अगले दो साल तक किसी भी मांग को लेकर हड़ताल नहीं करेंगे.
गंदगी मुक्त शहर बनाने में लगेंगे तीन दिन
शहर को गंदगी मुक्त बनाने में निगम और उनके सफाइकर्मियो को कम से कम तीन दिन का समय लेगा. सफाईकर्मियों के हड़ताल पर रहने की वजह से गली-मुहल्ले से लेकर मुख्य मार्गों तक करीब एक हजार टन कूड़ा जमा हो गया. वैकल्पिक व्यवस्था के बाद भी इसमें कमी नहीं आयी. अब हड़ताल समाप्ति के बाद कम पर सफाइकर्मी लौटे हैं, तो कूड़े की सफाई पूरी तरह से होने में कम से कम तीन दिन का समय लगेगा.