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Bhagalpur News: पद्मश्री डॉ दिलीप कुमार सिंह ने गुरुवार को अपना 99वां जन्मदिन धूमधाम से मनाया. हैप्पी वैली विद्यालय समूह के संस्थापक और ‘पोलियो मैन’ के नाम से प्रसिद्ध डॉ सिंह के जन्मोत्सव पर पीरपैंती स्थित उनके आवास व विद्यालयों में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की छटा बिखरी. इस अवसर पर उनके स्वस्थ और दीर्घायु जीवन की कामना के साथ 99 दीप जलाये गये, 99 गरीबों को भोजन कराया गया और उपहार भी वितरित हुए.
सेवा और संघर्ष से रचा गया है 99 वर्षों का यह प्रेरणादायक जीवन
डॉ दिलीप कुमार सिंह का आरंभिक जीवन अत्यंत साधारण रहा. मात्र 19 वर्ष की उम्र में मां को खोने के बाद उन्होंने हर कठिनाई को आत्मबल से पार किया. भारत और अमेरिका से चिकित्सा की उच्च शिक्षा ली. विदेशों में कई प्रतिष्ठित अस्पतालों में कार्य किया, लेकिन सेवा का संकल्प उन्हें गांव पीरपैंती खींच लाया. 1954 से 1974 तक कुष्ठ रोगियों का इलाज किया और फिर हजारों गरीब मरीजों के मुफ्त मोतियाबिंद ऑपरेशन कराये. 1980 में रूस से ओरल पोलियो वैक्सीन मंगवाकर गांव के बच्चों को पोलियो से बचाया. इसी कार्य के लिए उन्हें ‘पोलियो मैन’ की उपाधि मिली.
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स्वतंत्रता संग्राम सेनानी से लेकर समाज सुधारक तक की भूमिका
डॉ सिंह ने स्वतंत्रता संग्राम में भी भाग लिया और सच्चे देशभक्त के रूप में पहचान बनायी. युवाओं को नशे से मुक्त करने के लिए भी उन्होंने अभियान छेड़ा, जिसे इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में मान्यता मिली. उनकी जीवन यात्रा में उनकी पत्नी का समर्थन हमेशा प्रेरणास्रोत बना रहा.
चौथी पीढ़ी भी चिकित्सा सेवा में सक्रिय
आज उनके पुत्र डॉ संजय कुमार सिंह, बहू डॉ प्रतिभा सिंह, पौत्र डॉ जय सिद्धार्थ सिंह और पौत्रवधू डॉ मोनिका सिसोदिया भी चिकित्सा के क्षेत्र में सेवा दे रहे हैं. डॉ सिंह के पिता डॉ यमुना प्रसाद सिंह ने 1924 में जो सेवा की नींव रखी थी, वह आज चौथी पीढ़ी में भी जारी है. डॉ दिलीप कुमार सिंह का जीवन न केवल चिकित्सा जगत, बल्कि पूरे समाज के लिए प्रेरणास्रोत है.
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