Shravani Mela 2025:श्रावणी मेला 2025 की तैयारियों को लेकर भागलपुर के समीक्षा भवन में जिला पदाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी की अध्यक्षता में एक अहम बैठक आयोजित की गई. इस दौरान सभी संबंधित विभागों को जिम्मेदारियां सौंपी गईं और पिछली बार के अनुभवों के आधार पर इस वर्ष की तैयारियों को और बेहतर करने पर जोर दिया गया. दरअसल, 11 जुलाई से श्रावणी मेला शुरू होने जा रहा है और इसकी तैयारी के मद्देनजर प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक हुई है.
बैठक में उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता, आपदा प्रबंधन पदाधिकारी, जनसंपर्क निदेशक, सिविल सर्जन, पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय समेत सभी प्रमुख विभागों के अधिकारी उपस्थित थे.
11 जुलाई से शुरू होगा मेला, कांवरियों का आगमन एक सप्ताह पहले
बैठक में बताया गया कि श्रावणी मेला इस वर्ष 11 जुलाई से शुरू होगा. हालांकि, पश्चिम बंगाल से आने वाले कांवरिया श्रद्धालु एक सप्ताह पहले ही पहुंचना शुरू कर देते हैं, इसलिए पेयजल और सफाई की व्यवस्था पहले से सुनिश्चित करनी होगी.
कांवरिया पथ और मेला क्षेत्र की व्यवस्था
भागलपुर में कांवरिया पथ की लंबाई 14 किलोमीटर है, जिसका अंतिम पड़ाव धांधी बेलारी है.
- साफ-सफाई और रंग-रोगन: सुल्तानगंज नगर परिषद द्वारा किया जाएगा.
- पेयजल और शौचालय की व्यवस्था: पीएचइडी विभाग करेगा.
शौचालय और जल व्यवस्था
पीएचइडी के कार्यपालक अभियंता ने जानकारी दी है-
- मेला क्षेत्र के 15 भवनों में 217 स्थायी शौचालय
- 247 अस्थायी शौचालय
- नगर परिषद के 150 सहित कुल 615 शौचालय
- 12 आरओ वाटर कूलर
- 17 स्थलों पर वाटर टैंकर
सभी शौचालयों की सफाई के लिए तीन शिफ्ट में सफाईकर्मी तैनात रहेंगे.
सुरक्षा व्यवस्था और निगरानी
- नमामि गंगे घाट व सीढ़ी घाट: बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल द्वारा बैरिकेडिंग
- गंगा नदी में निगरानी: एसडीआरएफ की चार टीमें मोटरबोट के साथ
- स्वास्थ्य सुविधा: कांवरिया पथ पर 13 स्वास्थ्य शिविर
- सीसीटीवी कैमरे: संपूर्ण मेला क्षेत्र में निगरानी के लिए
- अस्थाई थाना और नियंत्रण कक्ष: सीढ़ी घाट और कृष्णगढ़ में
सांस्कृतिक कार्यक्रम और जनजागरूकता
- सांस्कृतिक संध्या: रोजाना शाम को नमामि गंगे घाट और धांधी बेलारी में
- जनसंपर्क विभाग: धांधी बेलारी और कृष्णगढ़ में विभागीय प्रदर्शनी
- सूचना केंद्र: पांच जगहों पर – भूले-बिछड़े लोगों की सहायता के लिए
- सरकारी योजनाओं का प्रचार: कांवरिया पथ में होर्डिंग और नुक्कड़ नाटक
विद्युत आपूर्ति और तकनीकी व्यवस्था
- 43 ट्रांसफॉर्मर से दो फीडरों द्वारा बिजली आपूर्ति.
- सात जगहों पर इलेक्ट्रिशियन तैनात रहेंगे.
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जिलाधिकारी के निर्देश और सराहना
डॉ. नवल किशोर चौधरी ने कहा कि पिछले वर्ष की सफल व्यवस्था की चर्चा देश-विदेश में हुई थी. पहली बार बैरिकेटिंग में जाली लगाई गई, पूजन सामग्री और खाद्य पदार्थों के दाम तय किए गए, पुलिस बल के आवास की बेहतर व्यवस्था हुई और कांवरियों के लिए मोबाइल ऐप शुरू किया गया.
उन्होंने इस वर्ष भी सभी विभागों को पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ कार्य करने का निर्देश दिया. साथ ही यह भी कहा कि कांवरिया पथ में दुकानों के बीच अंतर हो, ताकि रास्ता चौड़ा और सुरक्षित रहे.