Ranchi News : विश्व फिजियोथेरेपी दिवस के अवसर पर इंडियन एसोसिएशन ऑफ फिजियोथेरेपिस्ट्स (IAP), झारखंड ब्रांच और मणिपाल हॉस्पिटल के संयुक्त तत्वावधान में सोमवार को होटल चाणक्य बीएनआर में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस वर्ष की थीम थी “हेल्दी एजिंग: फ्रेल्टी और फॉल्स को रोकने पर ध्यान”, जिसमें बुजुर्गों की चोट और फ्रैक्चर के दौरान फिजियोथेरेपी के महत्व पर व्यापक चर्चा हुई.
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता डॉ. अभय कुमार पांडेय ने बताया कि आमतौर पर फिजियोथेरेपी की उपयोगिता सामान्य मरीजों पर केंद्रित रहती है, लेकिन इस बार बुजुर्गों को ध्यान में रखते हुए सेमिनार आयोजित किया गया. उन्होंने कहा कि सही फिजियोथेरेपी से बुजुर्ग मरीजों का जीवन गुणवत्ता में काफी सुधार सकता है.
डॉ. राजीव रंजन ने इस अवसर पर उल्लेख किया कि राज्य में तीन साल पहले झारखंड स्टेट फिजियोथेरेपी काउंसिल का गठन हुआ था, और अब इसका लाभ आम जनता तक पहुंचने लगा है. वहीं झारखंड ब्रांच के अध्यक्ष डॉ. अजीत कुमार ने कहा कि काउंसिल के गठन से फिजियोथेरेपी कोर्स में पारदर्शिता और गुणवत्ता सुनिश्चित हुई है.
सेमिनार में अन्य प्रमुख उपस्थितियों में डॉ. प्रमोद तिग्गा, डॉ. राहुल कुमार सिंह, आर्थोपेडिक सर्जन डॉ. राकेश अग्रवाल, डॉ. अभिनव मिश्रा, कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. एच.डी. शरण, डॉ. संजय गुप्ता, डॉ. अमित लाल, डॉ. अजय कुमार और डॉ. आरिफ आलम शामिल थे. प्रतिभागियों ने बुजुर्गों के बेहतर जीवन और स्वास्थ्य के लिए फिजियोथेरेपी की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया.
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