Patna News : बच्चों में हैंड-फुट-माउथ डिजीज यानी टोमैटो फ्लू के मामले हाल ही में सामने आने लगे हैं. पीएमसीएच, आइजीआइएमएस, एम्स और न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल के शिशु रोग विभाग के ओपीडी में ऐसे बच्चों की संख्या बढ़ रही है. पिछले पांच दिनों में केवल पीएमसीएच में सात बच्चे इलाज के लिए पहुंचे हैं. आइजीआइएमएस, एम्स और न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल में भी स्थिति लगभग यही है.
बारिश के मौसम में फ्लू और अन्य वायरल संक्रमण बढ़ जाते हैं. इस दौरान शिशु रोग विभागों में रोजाना लगभग 70 बच्चे आते हैं, जिनमें से 4-5 बच्चों में बुखार और लाल चकत्ते के लक्षण देखे जा रहे हैं.
रोग और चेतावनी
पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ. आईएस ठाकुर ने बताया कि यदि बच्चे को पहले बुखार आता है और 3-4 दिन बाद उसके हथेलियों, तलवों और मुंह के अंदर या बाहर लाल दाने दिखाई दें, तो यह हैंड-फुट-माउथ डिजीज हो सकती है. मरीजों की सुरक्षा के लिए चिकित्सकों को सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है.
डॉ. भूपेंद्र नारायण सिंह, विभागाध्यक्ष शिशु रोग, पीएमसीएच ने बताया कि टोमैटो फ्लू आमतौर पर एंटीरोवायरस और कॉक्ससेकी वायरस के कारण होता है. यह वायरल रोग 5 से 14 साल के बच्चों में अधिक देखा जाता है. लाल दाने और फफोले केवल हाथ, पैर और मुंह तक सीमित नहीं रहते, बल्कि कमर और आसपास के हिस्सों में भी दिखाई दे सकते हैं. इसे टोमैटो फ्लू इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसमें फफोले बड़े और अधिक लाल रंग के होते हैं.
जानें, लक्षण
बुखार
- सिर दर्द
- गले में खराश
- कमजोरी और भूख की कमी
- जीभ और गाल के अंदर छाले
- चेहरे, तलवों और हथेलियों पर लाल दाने
अधिकारियों ने माता-पिता से अपील की है कि यदि बच्चों में ये लक्षण दिखाई दें तो तुरंत शिशु रोग विशेषज्ञ से संपर्क करें और सावधानी बरतें.
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