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Bihar News: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज सोमवार को 23 जून 2025 को बिहारवासियों को एक और ऐतिहासिक सौगात दी है. बहुप्रतीक्षित कच्ची दरगाह-बिदुपुर सिक्स लेन पुल के पहले लेन का उद्घाटन करते ही यह देश का सबसे लंबा केबल ब्रिज बन गया है. इस पुल के चालू होते ही दियारा क्षेत्र और राघोपुर के लोगों का पटना से सीधा संपर्क स्थापित हो गया है. अब मात्र 5 मिनट में दियारा से पटना पहुंचना संभव होगा, जिससे लाखों लोगों का दशकों पुराना सपना साकार हो गया है.
यह पुल राघोपुर जैसे उन क्षेत्रों के लिए वरदान साबित होगा, जहाँ के निवासी मानसून में नाव के भरोसे या लंबे चक्कर लगाकर पटना आते-जाते थे. पीपा पुल के खुलने के बाद कट जाने वाली कनेक्टिविटी अब सालभर बनी रहेगी, जिससे न केवल आवागमन आसान होगा, बल्कि क्षेत्र में व्यापार, परिवहन और निवेश के नए द्वार भी खुलेंगे.
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पुल की खासियतें जो बनाती हैं इसे बेमिसाल:
- देश का सबसे लंबा केबल ब्रिज: एल एंड टी और देवू जॉइंट वेंचर द्वारा निर्मित यह पुल अपनी तरह का देश का सबसे लंबा केबल ब्रिज है.
- भव्य लागत और विशाल संरचना: 16 जनवरी 2017 को शुरू हुए इस प्रोजेक्ट में कुल 4988.40 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं, जिसमें 67 पाए शामिल हैं.
- विस्तृत कनेक्टिविटी: अप्रोच रोड के साथ पुल की कुल लंबाई 22.760 किलोमीटर है, जिसमें मुख्य पुल 9.76 किलोमीटर लंबा है.
- महात्मा गांधी सेतु पर कम होगा भार: इस पुल के चालू होने से पटना के महात्मा गांधी सेतु पर वाहनों का दबाव कम होगा, जिससे शहर में यातायात सुगम होगा.
यह पुल बिहार के बुनियादी ढांचे के विकास में एक मील का पत्थर है, जो कनेक्टिविटी और आर्थिक प्रगति को नई रफ्तार देगा. पूरी परियोजना के 2027 तक पूर्ण होने की योजना है.
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