Home खेल MS Dhoni ICC Hall of Fame: धोनी को मिला अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का सर्वोच्च सम्मान, ICC हॉल ऑफ फेम में नाम दर्ज

MS Dhoni ICC Hall of Fame: धोनी को मिला अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का सर्वोच्च सम्मान, ICC हॉल ऑफ फेम में नाम दर्ज

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MS Dhoni ICC Hall of Fame: धोनी को मिला अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का सर्वोच्च सम्मान, ICC हॉल ऑफ फेम में नाम दर्ज
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MS Dhoni ICC Hall of Fame: भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने वाले पूर्व कप्तान एमएस धोनी को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने हॉल ऑफ फेम में शामिल किया है. धोनी के साथ ऑस्ट्रेलिया के मैथ्यू हेडन, दक्षिण अफ्रीका के हाशिम अमला और ग्रीम स्मिथ को भी यह सम्मान दिया गया है. धोनी की कप्तानी में भारत ने जो कामयाबियां हासिल कीं, वे अब आधिकारिक रूप से क्रिकेट इतिहास का गौरव बन गई हैं.

ICC ने गिनाया धोनी का योगदान

आईसीसी ने कहा कि एमएस धोनी ने भारत के लिए 17,266 अंतरराष्ट्रीय रन बनाए. विकेट के पीछे 829 शिकार किये और तीनों प्रारूपों में कुल 538 मैच खेले. धोनी के आंकड़े केवल क्रिकेटीय उत्कृष्टता ही नहीं, बल्कि उनकी स्थिरता, धैर्य और फिटनेस की मिसाल भी हैं. इस सम्मान के जरिए उन्हें वैश्विक मंच पर अमर कर दिया गया है.

धोनी बोले- यह एहसास मैं हमेशा संजो कर रखूंगा

सम्मान मिलने पर धोनी ने कहा, ‘आईसीसी हॉल ऑफ फेम में नामित होना गर्व और विनम्रता का विषय है. दुनिया भर के दिग्गजों के बीच खुद को देखना एक अद्भुत एहसास है. यह सम्मान मेरे करियर की सबसे यादगार उपलब्धियों में शामिल रहेगा.’

तीनों आईसीसी ट्रॉफी जिताने वाले एकमात्र भारतीय कप्तान

एमएस धोनी एकमात्र भारतीय कप्तान हैं, जिन्होंने देश को टी-20 विश्व कप, वनडे विश्व कप और चैंपियंस ट्रॉफी जिताई है. उनके नेतृत्व में भारत टेस्ट रैंकिंग में भी नंबर 1 बना. 43 वर्षीय धोनी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से भले संन्यास ले लिया हो, लेकिन वे आईपीएल में अभी भी सक्रिय हैं.

कैसे बना धोनी नेतृत्व का प्रतीक

आईसीसी ने अपनी विज्ञप्ति में लिखा कि धोनी के शांत और स्पष्ट दृष्टिकोण ने चयनकर्ताओं को यह भरोसा दिया कि वह युवा टीम का नेतृत्व कर सकते हैं. 2007 में जब भारत टी-20 विश्व कप में उतरा, तब उम्मीदें बहुत कम थीं. उस टीम में कई युवा और अनुभवहीन खिलाड़ी थे, लेकिन धोनी की अगुवाई में उन्होंने कमाल कर दिखाया.

नई पीढ़ी को तराशा, पाकिस्तान को हराकर बना इतिहास

टीम में रोहित शर्मा, रॉबिन उथप्पा, आरपी सिंह और दिनेश कार्तिक जैसे युवा खिलाड़ियों ने बेखौफ क्रिकेट खेला. नतीजा यह हुआ कि भारत ने टी-20 विश्व कप के फाइनल में पाकिस्तान को हराकर ट्रॉफी जीत ली. यही वह मोड़ था, जब भारतीय क्रिकेट ने आत्मविश्वास और नेतृत्व में नए युग की शुरुआत की.

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