भारत और इंग्लैंड के बीच मैनचेस्टर में खेला गया पांचवां टेस्ट ड्रॉ जरूर हुआ, लेकिन यह ड्रॉ भारतीय टीम के लिए किसी जीत से कम नहीं रहा. कप्तान शुभमन गिल की लाजवाब शतकीय पारी, केएल राहुल के साथ हुई 188 रनों की साझेदारी, और फिर जडेजा-सुंदर की अटूट दीवार ने मैच का पासा पलट दिया. भारत 0 पर दो विकेट गंवाकर संघर्ष की कगार पर था, लेकिन गिल ने कहा—“राहुल भाई के साथ साझेदारी के दौरान यकीन हुआ कि हम यह मैच नहीं हारेंगे.”
कप्तान गिल की सबसे संतोषजनक पारी
शुभमन गिल ने दूसरी पारी में 238 गेंदों में 103 रन की जुझारू पारी खेली और इसे अपने करियर की अब तक की सबसे संतोषजनक पारी बताया. उन्होंने कहा कि 0 पर दो विकेट गिरने के बाद जब केएल राहुल के साथ उनकी साझेदारी शुरू हुई, तभी इस बात पर यकीन हुआ कि मुकाबला बचाया जा सकता है. राहुल ने 230 गेंदों पर 90 रन बनाए और गिल का शानदार साथ निभाया.
सीरीज में अब भी जिंदा है उम्मीद
इस ड्रॉ के बाद भारत पांच मैचों की सीरीज में 1-2 से पीछे जरूर है, लेकिन अब 31 जुलाई से द ओवल में शुरू होने वाले आखिरी टेस्ट में बराबरी की उम्मीदें फिर से जीवित हो गई हैं. शुभमन गिल इस सीरीज में अब तक 90.25 की औसत से 722 रन बना चुके हैं, जिसमें 4 शतक और एक दोहरा शतक शामिल है.
जडेजा-सुंदर की ‘नॉटआउट’ दीवार
गिल और राहुल के आउट होने के बाद जब इंग्लैंड को फिर से मौका नजर आने लगा, तब रवींद्र जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर ने मोर्चा संभाला. दोनों ने मिलकर 203 रनों की नाबाद साझेदारी की. जडेजा ने 185 गेंदों पर 107* और सुंदर ने 206 गेंदों पर 101* रन बनाए. यह साझेदारी उस वक्त हुई जब गेंद काफी स्पिन कर रही थी, लेकिन दोनों ने गजब का संयम दिखाया. सुंदर ने अपनी पारी को अपने परिवार को समर्पित करते हुए कहा—“सिर्फ गेंद पर फोकस करने से ही हम टिक पाए.”
इंग्लैंड की पहली पारी से था भारी दबाव
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने पहली पारी में 358 रन बनाए. यशस्वी जायसवाल (58), साई सुदर्शन (61) और ऋषभ पंत (54) ने अहम योगदान दिया. जवाब में इंग्लैंड ने 669 रन ठोक दिए. रूट (150), स्टोक्स (141), डकेट (94) और क्रॉली (84) ने भारत पर जबरदस्त दबाव बना दिया. भारत के लिए जडेजा ने 4 और बुमराह ने 2 विकेट लिए.
अब बारी ओवल की: इतिहास रचने का मौका
दूसरी पारी में भारत जब 311 रन पीछे और 0 पर दो विकेट गंवा चुका था, तब गिल, राहुल, जडेजा और सुंदर ने मिलकर 425/4 तक टीम को पहुंचाया. अब सीरीज का फाइनल टेस्ट 31 जुलाई से ओवल में खेला जाएगा. गिल की कप्तानी में टीम एक नई ऊर्जा से भर चुकी है और भारत अब बराबरी के इरादे से नहीं, बल्कि इतिहास रचने की तैयारी में है.
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