Bhagalpur News: भागलपुर में बुडको के कामों की जमीनी हकीकत खंगालने पहुंची टीम
Bhagalpur News: भागलपुर के जीरोमाइल थाना क्षेत्र में टोटो लूटकांड के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. नवगछिया के तीन आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, जिससे कई अहम सुराग हाथ लगे हैं. आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने अन्य संभावित ठिकानों पर भी छापेमारी शुरू कर दी है. यह भी आशंका जताई जा रही है कि गिरफ्तार युवक अन्य लूट की घटनाओं में भी शामिल रहे हैं. फिलहाल पूछताछ और तकनीकी विश्लेषण के आधार पर आगे की कार्रवाई जारी है.
बियाडा क्षेत्र में हुई थी टोटो लूट
घटना 13 जून की है, जब बियाडा स्थित पुल के नीचे से एक टोटो की लूट की गई थी. इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज होते ही जीरोमाइल थाना पुलिस ने जांच शुरू कर दी थी. तकनीकी साक्ष्य, मोबाइल लोकेशन और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने नवगछिया इलाके से तीन संदिग्धों को चिह्नित किया और सोमवार की शाम उन्हें हिरासत में ले लिया.
अन्य लूटकांडों में भी शामिल हो सकते हैं आरोपी
पुलिस को संदेह है कि गिरफ्तार युवक सिर्फ टोटो लूट में ही नहीं, बल्कि इलाके में हुए अन्य लूटकांडों में भी शामिल रहे हैं. इसलिए पूछताछ के दौरान उनकी संलिप्तता को लेकर कई बिंदुओं पर जांच की जा रही है. थानाध्यक्ष मुरलीधर साह ने बताया कि पूछताछ में कई अहम सुराग मिले हैं, जिनके आधार पर अन्य आरोपियों तक भी पहुंचने की कोशिश की जा रही है.
आगे और गिरफ्तारी की संभावना
पुलिस टीम अब अन्य ठिकानों की तलाश में जुट गई है और यह भी संभावना जताई जा रही है कि जल्द ही और लोग इस मामले में गिरफ्त में आ सकते हैं. टोटो लूट के पीछे संगठित गिरोह का हाथ भी हो सकता है, जिसकी पड़ताल गहराई से की जा रही है.
Patna News: गर्मी की लंबी छुट्टी के बाद पटना के स्कूल-कॉलेजों में सोमवार को फिर से पढ़ाई का सिलसिला शुरू हो गया. शहर के सरकारी व निजी शिक्षण संस्थानों में बच्चों का पारंपरिक तरीके से तिलक लगाकर स्वागत किया गया. बच्चों ने भी पूरे उत्साह के साथ पहले दिन स्कूल का आनंद उठाया. दोस्तों से मिलकर छुट्टियों की यादें साझा कीं और शिक्षकों से गर्मजोशी भरे संवाद किए. ‘स्वागत सप्ताह’ के तहत बच्चों के लिए गतिविधि-प्रधान शिक्षण की व्यवस्था की गई है. पहले दिन लगभग 90% उपस्थिति रही, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि बच्चे अब पढ़ाई के लिए पूरी तरह तैयार हैं.
राजधानी पटना के सभी स्कूल-कॉलेज सोमवार को खुल गये. बालक और कन्या मध्य विद्यालय सहित कई संस्थानों में छात्रों का स्वागत तिलक, फूलों और गर्मजोशी से किया गया. छोटे बच्चों की चहक और शिक्षकों की मुस्कान से स्कूल परिसर में फिर से जान आ गई. बच्चों ने शिक्षकों का अभिवादन कर आशीर्वाद लिया और क्लास रूम में लौटने की खुशी जाहिर की.
गर्मी की छुट्टियों की ‘एक्सप्रेस’ क्लास
‘गर्मी एक्सप्रेस’ थीम पर पहले दिन शिक्षकों ने बच्चों से छुट्टियों में बिताए अनुभवों को साझा कराया. बच्चों ने गांव, पहाड़, घूमने-फिरने और खेल के अनुभवों को सुनाया. इस संवाद से बच्चों और शिक्षकों के बीच बेहतर समझ बनी. वहीं, गर्मी से बचाव के उपाय, मौसमी फल-सब्जियों के फायदे और स्वच्छता पर भी चर्चा की गई.
27 जून तक चलेगा ‘स्वागत सप्ताह’
शिक्षा विभाग के निर्देश पर 27 जून तक ‘स्वागत सप्ताह’ चलेगा. हर दिन एक नई थीम पर पहली घंटी संचालित की जायेगी—गृह कार्य एक्सप्रेस, गणित एक्सप्रेस, रीडिंग एक्सप्रेस आदि. इसका उद्देश्य बच्चों को पढ़ाई की ओर सहज रूप से प्रेरित करना है. शिक्षकों ने होमवर्क की समीक्षा भी शुरू कर दी है.
निजी स्कूलों में भी दिखा उत्साह
कार्मेल, संत माइकल, लोयोला, नॉट्रेडेम, संत जेवियर्स जैसे निजी स्कूलों में पहले दिन 90% से अधिक उपस्थिति रही. लंच ब्रेक के दौरान बच्चे अपने दोस्तों से गर्मी की छुट्टियों के मजेदार अनुभव साझा करते नजर आए. बच्चों ने कहा कि उन्हें पहले दिन बहुत मजा आया और शिक्षकों के तिलक से स्वागत पाकर वे बेहद उत्साहित हैं.
बच्चों ने क्या कहा
प्रज्ञान: दोस्तों से मिलकर छुट्टियों की यादें ताजा हो गईं. स्कूल आकर बहुत अच्छा लगा. अंशुल: होमवर्क पूरा था, दोस्तों से फिर मिलकर चर्चा भी की. दीपा कुमारी: तिलक लगाकर स्वागत हुआ, आज का दिन हमेशा याद रहेगा. लाडो कुमारी: शिक्षकों के स्नेह से बहुत अच्छा महसूस हुआ, पहली बार ऐसा स्वागत देखा.
Bhagalpur News: ट्रेड लाइसेंस घोटाले में घिरे निगम कर्मी निरंजन मिश्रा ने खुद को बेगुनाह बताया है और जांच पदाधिकारी को पत्र सौंप कर पूरे मामले में अपना पक्ष रखा है. उन्होंने बताया कि उनकी प्रतिनियुक्ति 15 सितंबर 2020 को ट्रेड लाइसेंस शाखा में हुई थी और 18 सितंबर को उन्होंने प्रभार लिया था. कुछ ही दिन में उन्हें कंप्यूटर ऑपरेटर गौतम कुमार की गतिविधियों से गड़बड़ी का संदेह हुआ. मिश्रा के अनुसार, उन्होंने इसकी मौखिक जानकारी तत्कालीन नगर आयुक्त को दी और 3 अक्टूबर 2020 को लिखित रूप से भी सूचित किया. फर्जीवाड़ा तब उजागर हुआ जब कुछ लाइसेंसधारी नवीनकरण के लिए आए और उनके लाइसेंस निगम के रजिस्टर में नहीं मिले. मिश्रा ने कहा कि उन्होंने 13 जनवरी 2021 को संचिका में टिप्पणी की और मामला तत्कालीन प्रभारी नगर आयुक्त तक गया.
इसके बाद जांच टीम भी बनी. उन्होंने दावा किया कि रिपोर्ट उन्हें कभी नहीं दी गई. फिर भी, बिना जांच के 9 जनवरी 2022 को रविवार के दिन उन्हें निलंबित कर दिया गया. मिश्रा ने बताया कि निलंबन से पहले उन्होंने ₹12,04,100 और निलंबन के बाद ₹19,200 निगम कोष में जमा किया. लेखा परीक्षा रिपोर्ट के आधार पर ₹1,47,000 की मांग हुई, जिसका उन्होंने साक्ष्यों के साथ जवाब दिया. उनका कुल जमा ₹12,23,300 रहा, लेकिन निलंबन समाप्ति आदेश में सिर्फ ₹19,200 का जिक्र है.
पद संभालते ही पकड़ ली थी गड़बड़ी
मिश्रा ने अनुसार, 18 सितंबर 2020 को प्रभार लेने के बाद ही उन्होंने महसूस किया कि कंप्यूटर ऑपरेटर गौतम कुमार के क्रियाकलाप संदिग्ध हैं. उन्होंने तत्कालीन नगर आयुक्त को इसकी मौखिक जानकारी दी और 3 अक्टूबर को लिखित आवेदन भी दिया. बाद में जब विकास पांडेय, रामानंद घोष और रमन कुमार अपने लाइसेंस के नवीनीकरण के लिए पहुंचे, तब यह साफ हो गया कि उनके लाइसेंस न रजिस्टर में थे और न ही उनकी फीस जमा थी.
जांच रिपोर्ट कभी नहीं सौंपी गई
मिश्रा ने अपने पत्र में कहा है कि 13 जनवरी 2021 को उन्होंने संचिका में टिप्पणी के साथ मामला अधीक्षक के पास भेजा, जिसने अपनी टिप्पणी भी अंकित की. यह मामला 13 मार्च 2021 को फिर से उठा. प्रभारी नगर आयुक्त ने तीन बार यानी 27 जनवरी, 1 अप्रैल और 25 जनवरी को जांच टीमों का गठन किया, पर मिश्रा को कभी रिपोर्ट नहीं मिली. जिलाधिकारी के निर्देश पर अपर समाहर्ता कार्यालय में भी जांच हुई, जिसमें मिश्रा ने सहयोग किया.
पत्र के अनुसार, 5 जनवरी 2022 को मिश्रा को ₹1,53,400 रुपये निगम कोष में जमा करने को कहा गया. 6 जनवरी को पूछा गया कि राशि अब तक क्यों नहीं जमा हुई. मिश्रा ने 8 जनवरी को जवाब दिया कि सूची में अधिकांश राशि उनके कार्यभार ग्रहण करने से पहले की है. फिर भी 9 जनवरी, जो रविवार था, को उन्हें निलंबित कर दिया गया. मिश्रा ने दावा किया कि वह पहले ही ₹12,04,100 जमा कर चुके थे.
लेखा परीक्षा रिपोर्ट के आधार पर फिर से मांगी गई राशि
बिहार सरकार के लेखा परीक्षा दल की जांच के आधार पर 4 अप्रैल 2022 को मिश्रा से ₹1,47,000 रुपये फिर से मांगे गए. मिश्रा ने इस पर भी साक्ष्यों सहित जवाब दिया. उन्होंने कुल ₹12,23,300 रुपये निगम कोष में जमा किए. 3 दिसंबर 2022 को उन्हें निलंबन से मुक्त किया गया, पर आदेश में केवल ₹19,200 रुपये का उल्लेख किया गया.
Jharkhand Liquor Policy: झारखंड में शराब के शौकीनों के लिए बुरी खबर है. 30 जून को वर्तमान उत्पाद नीति के तहत खुदरा शराब की बिक्री बंद हो जाएगी और नई नीति के तहत प्रक्रिया पूरी न होने के कारण 1 जुलाई से शराब की दुकानें बंद रहने की आशंका गहरा गई है. राज्य में लगभग 1453 खुदरा शराब दुकानों का हैंडओवर-टेकओवर और नई नीति के तहत लॉटरी की प्रक्रिया अभी तक अधूरी है, जिससे लाखों लीटर शराब की बिक्री प्रभावित हो सकती है.
उत्पाद मंत्री योगेंद्र प्रसाद ने भले ही जेएसबीसीएल (JSBCL) की देखरेख में बिक्री जारी रखने की घोषणा की हो, लेकिन जमीनी स्तर पर जिलों को अब तक कोई आधिकारिक निर्देश नहीं मिला है. ऐसे में 1 जुलाई को मात्र 7 दिन शेष रहते हुए, राज्य में शराब की बिक्री कैसे होगी, इस पर गहरा सस्पेंस बना हुआ है.
अधूरी प्रक्रिया: नई उत्पाद नीति को कैबिनेट से स्वीकृति मिलने के बावजूद, खुदरा दुकानों की लॉटरी और अन्य आवश्यक प्रक्रियाएं अभी तक पूरी नहीं हो पाई हैं.
हैंडओवर-टेकओवर की चुनौती: 30 जून से पहले 1453 दुकानों के स्टॉक मिलान, बिक्री और जमा राशि का हिसाब कर जेएसबीसीएल को हैंडओवर करना एक बड़ी चुनौती है. 7 दिनों में यह प्रक्रिया पूरी करना असंभव लग रहा है.
अधिकारी का अभाव: बताया जा रहा है कि उत्पाद आयुक्त के ट्रेनिंग में जाने के कारण नीति को लागू करने की आवश्यक प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई है. अब नए सचिव व आयुक्त को पदस्थापित किया गया है, जिनसे अगले सप्ताह तक निर्देश जारी होने की उम्मीद है.
यदि 30 जून तक दुकानों के हैंडओवर-टेकओवर की प्रक्रिया पूरी नहीं हुई, तो राज्य में कुछ दिनों तक शराब की दुकानें पूरी तरह बंद रह सकती हैं, जिससे सरकार को राजस्व का बड़ा नुकसान होगा और उपभोक्ताओं को परेशानी होगी. फिलहाल, सबकी निगाहें उत्पाद विभाग पर टिकी हैं कि वे इस संकट को कैसे टालते हैं.
Sarkari Naukri 2025:सरकारी नौकरी की तलाश कर रहे 10वीं पास युवाओं के लिए बड़ी खुशखबरी है! केंद्र सरकार के अधीन कार्यरत प्रतिष्ठित कंपनी इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (ECIL) ने 45 पदों पर बंपर वैकेंसी निकाली है. यह उन युवाओं के लिए सुनहरा अवसर है जो कम शैक्षणिक योग्यता के साथ एक अच्छी और स्थायी सरकारी नौकरी पाना चाहते हैं. चयनित उम्मीदवारों को 20,480 रुपये की आकर्षक सैलरी के साथ सरकारी भत्तों का लाभ भी मिलेगा.
इस भर्ती के लिए आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन है और इच्छुक उम्मीदवार ECIL की आधिकारिक वेबसाइट ecil.co.in पर जाकर तुरंत आवेदन कर सकते हैं. आवेदन करने का तरीका नीचे विस्तार से बताया गया है.
ECIL भर्ती 2025: आवेदन प्रक्रिया और महत्वपूर्ण जानकारी
कौन कर सकता है आवेदन: न्यूनतम 10वीं पास युवा इन पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं. कुछ तकनीकी पदों के लिए आईटीआई (ITI) या डिप्लोमा की अतिरिक्त योग्यता भी मांगी जा सकती है. आयु सीमा न्यूनतम 18 वर्ष निर्धारित है, जबकि अधिकतम आयु पद के अनुसार होगी.
पदों की संख्या: कुल 45 पदों पर भर्ती की जाएगी.
चयन प्रक्रिया: उम्मीदवारों का चयन मेरिट लिस्ट, डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन और संभवतः इंटरव्यू के आधार पर किया जाएगा.
वेतन: चयनित कैंडिडेट्स को 20,480 रुपये मासिक वेतन के साथ अन्य सरकारी भत्ते भी मिलेंगे.
आवेदन शुल्क: आमतौर पर इन पदों के लिए आवेदन शुल्क नहीं होता या बहुत कम होता है, विस्तृत जानकारी ऑफिशियल नोटिफिकेशन में उपलब्ध होगी.
ऐसे करें ऑनलाइन आवेदन
सबसे पहले ECIL की आधिकारिक वेबसाइट ecil.co.in पर जाएं.
होमपेज पर “New Vacancies” सेक्शन पर क्लिक करें.
इसके बाद, “Online Applications are invited for the posts of ‘Trainee Officer (Radiological Safety) for Headquarters in Hyderabad” (या संबंधित वैकेंसी लिंक) पर क्लिक करें.
“Apply Online” पर क्लिक कर अपनी डिटेल्स भरें और रजिस्ट्रेशन करें.
रजिस्ट्रेशन के बाद, एप्लीकेशन फॉर्म को ध्यानपूर्वक भरें और सभी आवश्यक डॉक्यूमेंट्स अपलोड करें.
आवेदन पूरा होने के बाद, उसका प्रिंटआउट लेकर भविष्य के संदर्भ के लिए सुरक्षित रख लें.
उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि आवेदन करने से पहले ECIL द्वारा जारी विस्तृत ऑफिशियल नोटिफिकेशन को ध्यानपूर्वक पढ़ लें ताकि सभी आवश्यक शर्तों और योग्यताओं की जानकारी प्राप्त हो सके. यह मौका उन युवाओं के लिए बेहद महत्वपूर्ण है जो जल्द से जल्द सरकारी क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं.
Bihar IPS Transfer: बिहार पुलिस महकमे में बड़ा बदलाव देखने को मिला है. राज्य सरकार ने सात भारतीय पुलिस सेवा (IPS) अधिकारियों का तबादला कर दिया है, जिसमें कई अहम पदों पर नई नियुक्तियां की गई हैं. इस फेरबदल के साथ, जितेंद्र राणा को पटना का नया आईजी बनाया गया है, जबकि गरिमा मलिक अब निगरानी विभाग की कमान संभालेंगी.
इस तबादला सूची में सबसे अहम नाम जितेंद्र राणा का है, जिन्हें अब केंद्रीय क्षेत्र का पुलिस महानिरीक्षक (IG) बनाया गया है. वे अब पटना और आसपास के महत्वपूर्ण क्षेत्रों की कमान संभालेंगे. वहीं, केंद्रीय क्षेत्र की आईजी रहीं गरिमा मलिक को अब निगरानी विभाग का आईजी नियुक्त किया गया है, जो भ्रष्टाचार पर लगाम कसने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी.
CM नीतीश ने देश के सबसे लंबे केबल ब्रिज का किया उद्घाटन
Bihar News: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज सोमवार को 23 जून 2025 को बिहारवासियों को एक और ऐतिहासिक सौगात दी है. बहुप्रतीक्षित कच्ची दरगाह-बिदुपुर सिक्स लेन पुल के पहले लेन का उद्घाटन करते ही यह देश का सबसे लंबा केबल ब्रिज बन गया है. इस पुल के चालू होते ही दियारा क्षेत्र और राघोपुर के लोगों का पटना से सीधा संपर्क स्थापित हो गया है. अब मात्र 5 मिनट में दियारा से पटना पहुंचना संभव होगा, जिससे लाखों लोगों का दशकों पुराना सपना साकार हो गया है.
यह पुल राघोपुर जैसे उन क्षेत्रों के लिए वरदान साबित होगा, जहाँ के निवासी मानसून में नाव के भरोसे या लंबे चक्कर लगाकर पटना आते-जाते थे. पीपा पुल के खुलने के बाद कट जाने वाली कनेक्टिविटी अब सालभर बनी रहेगी, जिससे न केवल आवागमन आसान होगा, बल्कि क्षेत्र में व्यापार, परिवहन और निवेश के नए द्वार भी खुलेंगे.
देश का सबसे लंबा केबल ब्रिज: एल एंड टी और देवू जॉइंट वेंचर द्वारा निर्मित यह पुल अपनी तरह का देश का सबसे लंबा केबल ब्रिज है.
भव्य लागत और विशाल संरचना: 16 जनवरी 2017 को शुरू हुए इस प्रोजेक्ट में कुल 4988.40 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं, जिसमें 67 पाए शामिल हैं.
विस्तृत कनेक्टिविटी: अप्रोच रोड के साथ पुल की कुल लंबाई 22.760 किलोमीटर है, जिसमें मुख्य पुल 9.76 किलोमीटर लंबा है.
महात्मा गांधी सेतु पर कम होगा भार: इस पुल के चालू होने से पटना के महात्मा गांधी सेतु पर वाहनों का दबाव कम होगा, जिससे शहर में यातायात सुगम होगा.
यह पुल बिहार के बुनियादी ढांचे के विकास में एक मील का पत्थर है, जो कनेक्टिविटी और आर्थिक प्रगति को नई रफ्तार देगा. पूरी परियोजना के 2027 तक पूर्ण होने की योजना है.
TMBBU News: टीएमबीयू में स्नातक सत्र 2025-29 के लिए उन छात्रों को एक और मौका दिया गया है, जिन्हें अब तक नामांकन नहीं मिल पाया था. सोमवार से विश्वविद्यालय की ओर से ऑनस्पॉट नामांकन के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू की जा रही है. पात्र छात्र किसी भी कॉलेज में जाकर आवेदन कर सकते हैं और 29 जून तक नामांकन सुनिश्चित कर सकते हैं.
जिनका नाम मेरिट लिस्ट में नहीं आया, उन्हें मिलेगा मौका
डीएसडब्ल्यू प्रो. विजेंद्र कुमार ने जानकारी दी कि यह मौका सिर्फ उन छात्रों को दिया जा रहा है, जिन्होंने ऑनलाइन आवेदन तो किया था, लेकिन पहली, दूसरी या तीसरी मेधा सूची में उनका नाम नहीं आया. वे छात्र अब संबंधित कॉलेज में जाकर ऑनस्पॉट आवेदन कर सकते हैं. आवेदन के साथ ऑनलाइन फॉर्म की स्लिप संलग्न करना अनिवार्य होगा.
विश्वविद्यालय प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि यह अंतिम मौका होगा. इसके बाद किसी भी स्थिति में नामांकन की प्रक्रिया नहीं खोली जाएगी. तीसरी सूची से नामांकन की प्रक्रिया 20 जून को समाप्त हो चुकी है. ऐसे में जिन छात्रों का नाम रह गया है, वे देर न करें और समय रहते आवेदन पूरा कर लें.
Bhagalpur News: भागलपुर में बुडको के कामों की जमीनी हकीकत खंगालने पहुंची टीम
Bhagalpur: भागलपुर मेंबौंसी रेल पुल संख्या-2 पर प्रस्तावित रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) का काम अब ठोस राह पर है. लगभग 67 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला यह आरओबी अगले माह से बनना शुरू होगा. शहर के दक्षिणी हिस्से को जोड़ने वाले इस ब्रिज से ट्रैफिक जाम, जलजमाव और वैकल्पिक रास्तों की दुश्वारियां अब अतीत की बात बन जाएंगी.
वर्क ऑर्डर जारी, बरसात के बावजूद नहीं थमेगा काम
आरओबी निर्माण के लिए हरदेव कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड को वर्क ऑर्डर जारी कर दिया गया है. कंपनी ने साइट पर कैंप लगाने की तैयारी भी शुरू कर दी है. पुल निर्माण निगम के अनुसार, निर्माण कार्य मौसम साफ रहने पर हर हाल में जारी रहेगा. यह पुल बौंसी अंडरपास में जलजमाव से राहत देगा और दक्षिणी भागलपुर को स्मार्ट कनेक्टिविटी से जोड़ेगा.
ओवरब्रिज के लिए जहां-जहां जमीन की जरूरत है, वहां सामाजिक प्रभाव आकलन (SIA) के लिए ललित नारायण मिश्रा इंस्टीट्यूट को जिम्मा दिया गया है. भू-अर्जन विभाग को तीन लाख रुपये की जरूरत है, जिसे पुल निर्माण निगम से फंड कराने की प्रक्रिया चल रही है. इससे भूमि अधिग्रहण की राह भी आसान हो जाएगी.
कम लागत में हुआ आवंटन, अप्रोच रोड भी बनेगा
हरदेव कंस्ट्रक्शन को यह प्रोजेक्ट टेंडर वैल्यू से 17.51% कम दर पर मिला है. पहले यह पुल 81 करोड़ से ज्यादा की लागत में बनना था, लेकिन अब 66.96 करोड़ रुपये में तैयार होगा. ओवरब्रिज के साथ दोनों ओर अप्रोच रोड का भी निर्माण होगा, जिससे भारी वाहनों को भी सुगम रास्ता मिलेगा.
ट्रैफिक मैनेजमेंट को मिलेगी बड़ी राहत
इस ओवरब्रिज से दक्षिणी भागलपुर की ट्रैफिक व्यवस्था को बड़ा फायदा मिलेगा. बौंसी अंडरपास में बारिश के दौरान जलभराव से जो वैकल्पिक रास्ते जाम हो जाते थे, अब वह समस्या खत्म हो जाएगी. शहर से बौंसी और गोराडीहा की ओर जाने वाले लोगों को अब तेज, सुरक्षित और बाधारहित आवागमन मिलेगा.
Bhagalpur News: किलकारी बिहार बाल भवन में चल रहे 20 दिवसीय ‘चक धूम धूम समर कैंप’ का रंगारंग समापन रविवार को हो गया. इस शिविर में कुल 1647 बच्चों ने पंजीकरण कराया था, जिनमें से 511 प्रतिभागी समापन समारोह में मंच पर उतरे. समारोह में बच्चों की रंग-बिरंगी प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया और हर प्रस्तुति ने कला के प्रति बच्चों की गहराई और ऊर्जा को दर्शाया.
चित्रांकन, संगीत, नाटक और नृत्य… हर विधा में चमके नन्हें कलाकार
समारोह के पहले सत्र का उद्घाटन जिला अपर समाहर्ता महेश्वर प्रसाद सिंह, एसओ बिहार बॉर्ड निभास प्रसाद और जिला कला एवं संस्कृति पदाधिकारी अंकित कुमार ने संयुक्त रूप से किया. कार्यक्रम की शुरुआत कैनवास चित्रांकन से हुई, साथ ही शिविर के दौरान बनी कलाकृतियों की प्रदर्शनी भी लगाई गई. सितार विधा के बच्चों ने मिक्स राग बजा कर समा बांधा, वहीं संगीत विधा के बच्चों ने राज्य गीत गाया. शास्त्रीय संगीत में बच्चों ने राग यमन पेश किया और तालियों की गड़गड़ाहट से सभागार गूंज उठा.
हरियाणवी नृत्य से लेकर यमलोक की अदालत तक, बच्चों ने छुए सामाजिक सरोकार
दूसरे सत्र में हरियाणवी नृत्य की ऊर्जा ने मंच पर जान फूंकी. नाटक विधा में बच्चों ने ‘यमलोक की अदालत’ का मंचन कर पर्यावरण दुरुपयोग जैसे गंभीर विषय पर गहरा व्यंग्य किया. प्रमंडलीय कार्यक्रम समन्वयक साहिल राज ने कहा कि यह समर कैंप न केवल बच्चों की प्रतिभा दिखाने का अवसर रहा, बल्कि उनके व्यक्तित्व, सामाजिक चेतना और रचनात्मकता के विकास की दिशा में भी एक बड़ा कदम है. मौके पर वैभव राज, रश्मि आनंद, कुमार संभव, बजमी इकराम समेत कई विशिष्ट लोग उपस्थित रहे.