West Bengal : भारत से बांग्लादेश जाने वाली मैत्री एक्सप्रेस को इस्टर्न रेलवे ने कैंसिल कर दिया है. यह ट्रेन 27 अगस्त को दोनों दिशाओं में रद्द रहेगी. यात्रियों का पूरा टिकट का किराया वापस होगा.
West Bengal : भारत और बांग्लादेश की यात्रा करने वालों की मुश्किलें बढ़ गयी है. इस्टर्न रेलवे 13109/13107 कोलकाता-ढाका-कोलकाता मैत्री एक्सप्रेस को रद्द कर दिया है. यह ट्रेनों 27 अगस्त को दोनों दिशाओं में नहीं चलेगी. यात्रियों का पूरा टिकट का किराया वापस होगा. इस संबंध में इस्टर्न रेलवे ने नोटिफिकेशन भी जारी किया है. बांग्लादेश रेलवे से प्राप्त संदेश के अनुसार, 27 अगस्त को कोलकाता से खुलने वाली 13109 कोलकाता-ढाका मैत्री एक्सप्रेस और ढाका से चलने वाली 13107 ढाका-कोलकाता मैत्री एक्सप्रेस रद्द रहेंगी.
मैत्री एक्सप्रेस और बंधन एक्सप्रेस दोनों को शुरू में 19 जुलाई, 2024 से छह अगस्त, 2024 तक के लिए रद्द किया गया था. हालांकि, अधिकारियों ने कहा था कि बांग्लादेश में मौजूदा स्थिति के कारण रद्दीकरण को अनिश्चित काल के लिए बढ़ा दिया गया है.
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West Bengal Rail News : हावड़ा ऑर्थोपेडिक अस्पताल में एडिशनल चीफ मेडिकल सुपरिटेंडेंट (एसीएमएस) और ऑर्थोपेडिक विशेषज्ञ डॉ. चंदन पाठक के नेतृत्व में चिकित्साें की एक टीम ने एक महत्वपूर्ण और जटिल सर्जरी की, जिससे जम्मू और कश्मीर के रेलवे सुरक्षा विशेष बल (आरपीएसएफ) के जवान के अंग को बचाया गया.
West Bengal Rail News : हावड़ा ऑर्थोपेडिक अस्पताल में एडिशनल चीफ मेडिकल सुपरिटेंडेंट (एसीएमएस) और ऑर्थोपेडिक विशेषज्ञ डॉ. चंदन पाठक के नेतृत्व में चिकित्साें की एक टीम ने एक सफल ऑपरेशन की है. इससे आरपीएसएफ के जवान के अंगों को बचा लिया गया है. आरपीएसएफ सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गए थे. आसनसोल से पूर्वी रेलवे के हावड़ा ऑर्थोपेडिक अस्पताल में भेजा गया था. आरपीएसएफ के घुटने पीछे की ओर अव्यवस्था में थी, साथ ही एसीएल, पीसीएल, एलसीएल और एमसीएल सहित कई ligaments(स्नायुबंधन) फटे हुए थे, साथ ही पेटेलर टेंडन एवल्शन भी था. इसके अतिरिक्त, कम्पार्टमेंट सिंड्रोम का खतरा भी था.
आरपीएसएफ की हालत बहुत खराब थी
घायलावस्था में आने पर, आरपीएसएफ की हालत बहुत खराब थी. एनेस्थीसिया के तहत बंद रिडक्शन प्रक्रिया के बाद भी घुटना अस्थिर था, जिसे एसीएमएस और एनेस्थेटिस्ट डॉ. मौसमी मजूमदार ने प्रशासित किया था. आगे की क्षति को रोकने और अंग को बचाने के लिए तत्काल और निर्णायक कार्रवाई महत्वपूर्ण थी.
डॉ. चंदन पाठक ने अपनी कुशल टीम के साथ मिलकर एक सावधानीपूर्वक सर्जिकल किया. उखड़ी हुई पेटेलर टेंडन को टाइटेनियम सिवनी एंकर का उपयोग करके टिबिया से सफलतापूर्वक जोड़ा गया. जिससे किसी भी संभावित पश्चवर्ती पुनः विस्थापन को रोका जा सका. घुटने को और अधिक स्थिर करने के लिए, एक बाहरी फिक्सेटर लगाया गया. जिससे अंग को संभावित इंट्रा-ऑपरेटिव वाहिका चोट से बचाया जा सका.
सर्जरी सफल रही
डॉ. पाठक और उनकी समर्पित टीम के विशेषज्ञ मार्गदर्शन में की गई. सर्जरी सफल रही. मरीज अब स्थिर और होश में है. प्रभावित अंग में नाड़ी मौजूद है. डॉ. पाठक और डॉ. मजूमदार द्वारा किए गए तत्काल हस्तक्षेप ने न केवल अंग को बचाया, बल्कि चिकित्सा टीम की असाधारण क्षमता और समर्पण को भी प्रदर्शित किया.
मरीज की स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है और उम्मीद है कि उसे दी गई त्वरित और विशेषज्ञ चिकित्सा देखभाल से वह पूरी तरह ठीक हो जाएगा.
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Bihar News दानापुर रेल मंडल के बंधुआ-पैमार रेलखंड के मध्य किमी 06/06 के निकट यार्ड में 25 अगस्त 2024 रविवार को मालगाड़ी का 08 वैगन पटरी से उतर गया. जानिए इसके बाद क्या हुआ ?
Bihar News : दानापुर रेल मंडल से बड़ी खबर सामने आ रही है. बंधुआ-पैमार रेलखंड के मध्य किमी 06/06 के निकट यार्ड में 25 अगस्त 2024 रविवार को मालगाड़ी का 08 वैगन पटरी से उतर गया.Derailment के कारण बंधुआ-पैमार (RORLine) पर परिचालन अवरुद्ध हो गया. पूर्व मध्य रेल] हाजीपुर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सरस्वती चन्द्र ने बुलेटिन जारी कर कहा कि आरा, गया और दानापुर से दुर्घटना राहतयान घटनास्थल पहुंच चुका है.आरओआर के माध्यम से परिचालन पुनर्बहाली का कार्य युद्धस्तर पर जारी है.सर्फेस लाइन पर आवागमन में किसी प्रकार का अवरोध उत्पन्न नहीं हुआ है.
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Janmashatami 2024 shubh muhurt: इस बार अष्टमी 26 अगस्त को सुबह 03.39 पर आरंभ होगी और इसका समापन 27 अगस्त को देर रात 02.19 पर होगा. हर वर्ष भाद्रपद कृष्ण अष्टमी तिथि को जन्माष्टमी का उत्सव मनाया जाता है. इस साल कृष्ण जन्माष्टमी कल यानी 26 अगस्त को मनाया जाएगा. कन्हैया की पूजा के लिए बस 45 मिनट का समय मिलेगा.
26 अगस्त की रात्रि में अष्टमी तिथि विद्यमान रहेगी.
जन्माष्टमी 2024 पूजा का शुभ मुहूर्त
26 अगस्त की रात्रि में अष्टमी तिथि विद्यमान रहेगी. इस बार श्रीकृष्ण की पूजा का शुभ मुहूर्त मध्यरात्रि 12.01 से 12.45 तक होगा. यानी, जन्माष्टमी की पूजा का शुभ मुहूर्त 45 मिनट तक का है. आप पूजा रात में 12:01 बजे से 12:45 बजे के बीच कर सकते हैं. इस समय सर्वार्थ सिद्धि योग बना रहेगा. भाद्रपद कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को आधी रात में भगवान विष्णु के 8वें अवतार श्री कृष्ण का जन्म हुआ था. यही वजह है कि हर साल कृष्ण जन्मोत्सव का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है.
कैसे मनाएं जन्माष्टमी का त्योहार?
जन्माष्टमी के दिन सुबह स्नान करके व्रत या पूजा का संकल्प लें. दिनभर जलाहार या फलाहार ग्रहण करें. सात्विक रहें. फिर मध्यरात्रि को भगवान कृष्ण की धातु की प्रतिमा को किसी पात्र में रखें. उस प्रतिमा को दूध, दही, शहद, शर्करा और अंत में घी से स्नान कराएं. इसी को पंचामृत स्नान कहते हैं. कृष्ण जन्माष्टमी एक हर्षोल्लासपूर्ण उत्सव है जो भगवान कृष्ण के दिव्य प्रेम और ज्ञान का सम्मान करने के लिए पूरे भारत में सभी क्षेत्रों के भक्तों को एक साथ लाता है, प्रत्येक क्षेत्र की अपनी अनूठी परंपराएं और रीति-रिवाज हैं.
इन मंत्रों का जाप करें
“हरे कृष्ण हरे कृष्ण, कृष्ण-कृष्ण हरे हरे. हरे राम हरे राम, राम-राम हरे हरे.”
“ॐ दामोदराय विद्महे,रुक्मणीवल्लभाय धीमहि,तन्नो कृष्ण प्रचोदयात् ॥”
“ॐ क्लीं कृष्णाय नमः
“जय श्री कृष्ण चैतन्य, प्रभु नित्यानंद,श्री अद्वैत, गदाधर, श्रीवास आदि गौर भक्त वृंद..”
“ॐ नमो भगवते वासुदेवाय”
श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी, हे नाथ नारायण वासुदेवा.
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SSC CGL Admit Card 24: कर्मचारी चयन आयोग (SSC) ने संयुक्त स्नातक स्तरीय (CGL) 2024 के लिए एडमिट कार्ड जारी कर दिए हैं. रीजन के अनुसार उम्मीदवारों के एडमिट कार्ड जारी हुए हैं. इस भर्ती परीक्षा में शामिल होने के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थी तुरंत ही वेबसाइट पर जाकर लॉग इन डिटेल दर्ज करके प्रवेश पत्र डाउनलोड कर सकते हैं. परीक्षा का आयोजन 9 से 26 सितंबर 2024 तक किया जायेगा.
कर्मचारी चयन आयोग (SSC) के द्वारा सीजीएल टियर 1 परीक्षा (CGL Tier 1 Exam) के लिए रीजन के आधार पर एडमिट कार्ड जारी कर दिया है. उम्मीदवार SSC की रीजनल वेबसाइट के माध्यम से एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं.
SSC CGL 2024 Admit Card: कर्मचारी चयन आयोग द्वारा एसएससी सीजीएल टियर 1 के लिए उम्मीदवार के एडमिट कार्ड जारी कर दिए गए हैं. वह अपने रीजन की एसएससी वेबसाइट के माध्यम से एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं. प्रवेश पत्र डाउनलोड करने के लिए उम्मीदवारों को लॉग इन डिटेल दर्ज करना होगा. परीक्षा का आयोजन 9 से 26 सितंबर 2024 तक किया जायेगा.
एडमिट कार्ड डाउनलोड करने की जानें पूरी प्रक्रिया
एसएससी सीजीएल एडमिट कार्ड डाउनलोड करने के लिए आपको सबसे पहले ऑफिशियल वेबसाइट ssc.gov.in पर जाना है.
इसके बाद आप अपने रीजन की वेबसाइट पर विजिट करें.
अब यहां आपको एडमिट कार्ड से संबंधित लिंक दिखाई देगा जिस पर आपको क्लिक करना होगा.
इसके बाद आपको मांगी गई डिटेल रजिस्ट्रेशन नंबर/रोल नंबर एवं डेट ऑफ बर्थ दर्ज करके सबमिट करना होगा.
जानकारी दर्ज करते ही आपका प्रवेश पत्र स्क्रीन पर ओपन हो जायेगा जहां से आप इसे डाउनलोड करके इसका प्रिंटआउट निकाल सकते हैं.
इन रीजन के उम्मीदवारों के लिए एडमिट कार्ड जारी होना बाकी है
एसएससी सीजीएल टियर 1 परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड रीजन के आधार पर जारी हुए हैं. मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, दिल्ली और उत्तराखंड रीजन के लिए अभी तक एडमिट कार्ड नहीं जारी किए गए हैं.
जानें, परीक्षा पैटर्न कैसा होगा?
SSC CGL TIER 1 परीक्षा में जनरल इंटेलिजेंस, जनरल अवेयरनेस, क्वांटेटिव एप्टीट्यूड और अंग्रेजी विषय से प्रश्न पूछे जाएंगे. हर सेक्शन से 25 सवाल पेपर में पूछे जाएंगे और हर सेक्शन के लिए अधिकतम मार्क्स 50 होगा. टियर 1 परीक्षा में ऑब्जेक्टिव टाइप और मल्टीपल चॉइस टाइप के प्रश्न पूछे जाएंगे. इस परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग के तहत हर एक गलत जवाब पर 0.50 मार्क्स काटे जाएंगे.
चार पालियों में आयोजित होगी परीक्षा
परीक्षा 4 पालियों पर होगी. प्रत्येक शिफ्ट में प्रश्न पत्र हल करने के लिए अभ्यर्थियों को 1 घंटे का समय दिया जाएगा. पहली पाली की परीक्षा सुबह 9 से 10 तक, द्वितीय पाली की परीक्षा सुबह 11.45 से दोपहर 12.45 तक, तीसरी शिफ्ट की परीक्षा दोपहर 2.30 से 3.30 तक एवं चौथी पाली की परीक्षा शाम 5.15 से 6.15 तक करायी जाएगी. ऑफिशियल वेबसाइट पर विजिट कर डिटेल्स देख सकते हैं.
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Kolkata Doctor Murder : ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म कर हत्या कर देने के मामले में कलकत्ता उच्च न्यायालय की एकल पीठ के आदेश के बाद सीबीआई ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के खिलाफ एफआईआर दर्ज की और मामले की जांच शुरु की है.
Kolkata Murder Case : ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म व हत्या से जुड़े मामले में सीबीआई संदीप घोष से लगातार पूछताछ कर रही है. कोलकाता हाई कोर्ट के आदेश पर एसआईटी ने आज सुबह निजाम पैलेस स्थित सीबीआई कार्यालय जाकर सीबीआई को सभी दस्तावेज सौंपे है. वहीं, एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू की है.
सीबीआई को कोलकाता पुलिस से दस्तावेज मिली और इसके साथ ही संदीप घोष के खिलाफ एफआईआर दर्ज की. एफआईआर की एक कॉपी पहले ही अलीपुर सीजेएम कोर्ट में जमा कर दी है. कोर्ट ने अपने आदेश में कहा था कि अगर एक ही व्यक्ति के खिलाफ अलग-अलग एजेंसियां जांच करेंगी तो इससे जटिलता पैदा होगी और जांच प्रक्रिया में भी देरी होगी. आरजी कर अस्पताल में जूनियर महिला चिकित्सक के साथ दुष्कर्म व हत्या की घटना से जुड़े एक मामले में सीबीआई अभी संदीप घोष से लगातार पूछताछ कर रही है.
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Unified Pension Scheme: कैबिनेट में न्यू पेंशन स्कीम की मंजूरी मिलने से सरकारी कर्मचारी लाभांवित होंगे. यह उनके लिए किसी तोहफा से कम नहीं है. केंद्र की नरेंद्र मोदी की सरकार ने इस पेशन स्कीम को मंजूरी दी है. नयी पेंशन स्कीम 1 अप्रैल 2025 से शुरू होगी.
Unified Pension Scheme: कैबिनेट में न्यू पेंशन स्कीम की मंजूरी मिली है. इससे सरकारी कर्मचारी को लाभ होगा. केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने सरकारी कर्मचारियों को शनिवार को बड़ा तोहफा दिया है. केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में यूनिफाइड पेंशन स्कीम को मंजूरी दी है. केंद्र सरकार के लगभग 23 लाख कर्मचारी इस एकीकृत पेंशन योजना (यूपीएस) से लाभांवित होंगे. कैबिनेट की बैठक की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की. केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक के बाद मीडिया को जानकारी देते हुए सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि नयी पेंशन स्कीम 1 अप्रैल 2025 से लागू कर दी जायेगी.
अगर किसी कर्मचारी ने न्यूनतम 25 साल तक काम किया तो रिटायरमेंट के तुरंत पहले के अंतिम 12 महीने के औसत वेतन का कम से कम 50 प्रतिशत पेंशन के रूप में मिलेगा.
अगर किसी पेंशनभोगी को मौत होती है तो उसके परिवार को मृत्यु के वक्त मिलने वाली पेंशन का 60 प्रतिशत परिवार को मिलेगा.
अगर 10 साल के बाद नौकरी छोड़ते हैं तो दस हजार रुपए पेंशन मिलेगी.
कर्मचारियों को अलग से अंशदान नहीं करना होगा, केंद्र सरकार 18 प्रतिशत अंशदान करेगी, कर्मचारी का अंशदान एनपीएस की ही तरह दस प्रतिशत होगा.
महंगाई इंडेक्सेशन का लाभ मिलेगा.
रिटायरमेंट पर ग्रेच्युटी के अलावा इकट्ठा राशि अलग से मिलेगा.
हर छह महीने की सेवा के बदले मासिक वेतन (वेतन+डीए) का दसवां हिस्सा जुड़ कर रिटायरमेंट पर मिलेगा.
पीएस के तहत सरकारी कर्मचारियों के लिए वेतन का 50 प्रतिशत पेंशन.
25 साल नौकरी करने पर पूरी पेंशन मिलेगी.
केंद्र सरकार के कर्मचारियों को एनपीएस या यूपीएस में से एक चुनने का विकल्प होगा.
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New Pension Scheme: यूनिफाइड पेंशन स्कीम को 24 अगस्त,2024 शनिवार को मंजूरी मिल गयी है. यह मंजूरी केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने दी है. न्यू पेंशन स्कीम के तहत अब 25 साल काम करने पर सरकारी कर्मचारियों को पूरी पेंशन मिलेगी. कैबिनेट की बैठक में यह फैसला लिया गया. जानिए, केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने क्या कहा ?
News Pension Scheme: यूनिफाइड पेंशन स्कीम को मंजूरी दे दी गयी है. नयी पेंशन स्कीम सरकारी कर्मचारियों के लिए एक बड़ा तोहफा होगा. केंद्र की नरेंद्र मोदी की सरकार ने इस पेशन स्कीम को मंजूरी दी है. कैबिनेट की बैठक में यह फैसला लिया गया. केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि आज केंद्रीय मंत्रिमंडल ने सुनिश्चित पेंशन प्रदान करने वाले सरकारी कर्मचारियों के लिए एकीकृत पेंशन योजना को मंजूरी दे दी है. 50% सुनिश्चित पेंशन योजना का पहला पिलर है. दूसरा पिलर सुनिश्चित पारिवारिक पेंशन होगी. केंद्र सरकार के लगभग 23 लाख कर्मचारी इस एकीकृत पेंशन योजना से लाभांवित होंगे. 2004 से 2025 तक रिटायर होने वाले कर्मचारियों को भी इस योजना का लाभ मिलेगा.
जानिए, 10 साल काम करने वालों को कितना मिलेगा पेंशन
कैबिनेट की बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया और इसमें उन्होंने बताया कि नयी पेंशन स्कीम तहत 10 साल काम करने वालों को 10 हजार रुपये पेंशन मिलेगी. बेसिक सैलरी का 20 प्रतिशत निश्चित पेंशन मिलेगी. फैमिली पेंशन 60 प्रतिशत दी जाएगी. ये भी बताया कि 25 साल काम करने वाले सरकारी कर्मचारियों को पूरी पेंशन दी जाएगी.
पिछले साल गठित हुई थी समिति
वित्त मंत्रालय ने सरकारी कर्मचारियों के लिए पेंशन योजना की समीक्षा करने और राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली के मौजूदा ढांचे में बदलाव का सुझाव देने के लिए एक समिति गठित की गयी थी. यह समिति पिछले गठित हुई थी. वित्त सचिव टी वी सोमनाथन की अध्यक्षता में समिति बनी थी.
नयी पेंशन योजना 1 अप्रैल 2025 से होगी लागू
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि यह नयी पेंशन स्कीम 1 अप्रैल 2025 से लागू होगी. कर्मचारियों के पास एनपीएस और यूपीएस के बीच चयन करने का विकल्प होगा. 25 साल काम करने वाले सरकारी कर्मचारियों को पूरी पेंशन दी जाएगी.
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Jharkhand Politics: झारखंड में बढ़ती जा रही सियासी तपिश के बीच पूर्व सीएम चंपाई सोरेन ने अपना दर्द बयां किया है. उन्होंने कहा कि सीएम पद से हटाकर अपमान किया. विधायक दल की बैठक बुलाने का अधिकार मुख्यमंत्री का होता है, लेकिन उन्हें बैठक का एजेंडा तक नहीं बताया गया था. उनसे इस्तीफा मांगा गया.
Jharkhand Politics: झारखंड के पूर्व सीएम चंपाई सोरेन ने अपना दर्द सोशल मीडिया पर शेयर किया है. उन्होंने कहा है कि विधायक दल की बैठक में उनसे इस्तीफा मांगा गया था. उन्होंने तुरंत इस्तीफा दे दिया. उन्होंने कहा कि क्या लोकतंत्र में इससे बड़ा कोई अपमानजनक कुछ हो सकता है कि एक मुख्यमंत्री के कार्यक्रमों को कोई अन्य व्यक्ति रद्द करवा दे? अपमान का यह कड़वा घूंट उन्होंने पीया. उन्होंने कहा कि समाचार देखने के बाद आप सभी के मन में कई सवाल उमड़ रहे होंगे. आखिर ऐसा क्या हुआ? जिसने कोल्हान के एक छोटे से गांव में रहने वाले एक गरीब किसान के बेटे को इस मोड़ पर लाकर खड़ा कर दिया. अपने सार्वजनिक जीवन की शुरुआत में औद्योगिक घरानों के खिलाफ मजदूरों की आवाज उठाने से लेकर झारखंड आंदोलन तक, मैंने हमेशा जन-सरोकार की राजनीति की है.
हमने जनहित में कई फैसले लिए
31 जनवरी को एक अभूतपूर्व घटनाक्रम के बाद इंडिया गठबंधन ने मुझे झारखंड के 12वें मुख्यमंत्री के तौर पर राज्य की सेवा करने के लिए चुना. अपने कार्यकाल के पहले दिन से लेकर आखिरी दिन (3 जुलाई) तक मैंने पूरी निष्ठा एवं समर्पण के साथ राज्य के प्रति अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया. इस दौरान हमने जनहित में कई फैसले लिए और हमेशा की तरह हर किसी के लिए सदैव उपलब्ध रहा. बड़े-बुजुर्गों, महिलाओं, युवाओं, छात्रों एवं समाज के हर तबके तथा राज्य के हर व्यक्ति को ध्यान में रखते हुए हमने जो निर्णय लिए, उसका मूल्यांकन राज्य की जनता करेगी.
कार्यकमों को रद्द कर कुछ इस तरह नियमों में बांधा
हूल दिवस के अगले दिन मुझे पता चला कि अगले दो दिनों के मेरे सभी कार्यक्रमों को पार्टी नेतृत्व द्वारा स्थगित करवा दिया गया है. इसमें एक सार्वजनिक कार्यक्रम दुमका में था, जबकि दूसरा कार्यक्रम पीजीटी शिक्षकों को नियुक्ति पत्र वितरण करने का था. पूछने पर पता चला कि गठबंधन द्वारा 3 जुलाई को विधायक दल की एक बैठक बुलाई गई है, तब तक आप सीएम के तौर पर किसी कार्यक्रम में नहीं जा सकते.
क्या लोकतंत्र में इस से अपमानजनक कुछ हो सकता है कि एक मुख्यमंत्री के कार्यक्रमों को कोई अन्य व्यक्ति रद्द करवा दे? अपमान का यह कड़वा घूंट पीने के बावजूद मैंने कहा कि नियुक्ति पत्र वितरण सुबह है, जबकि दोपहर में विधायक दल की बैठक होगी, तो वहां से होते हुए मैं उसमें शामिल हो जाऊंगा. लेकिन उधर से साफ इंकार कर दिया गया.
बेदाग राजनैतिक सफर में मैं पहली बार भीतर से टूट गया
पिछले चार दशकों के अपने बेदाग राजनैतिक सफर में मैं पहली बार भीतर से टूट गया. समझ नहीं आ रहा था कि क्या करूं. दो दिन तक चुपचाप बैठ कर आत्म-मंथन करता रहा. पूरे घटनाक्रम में अपनी गलती तलाशता रहा. सत्ता का लोभ रत्ती भर भी नहीं था, लेकिन आत्म-सम्मान पर लगी इस चोट को मैं किसे दिखाता? अपनों द्वारा दिए गए दर्द को कहां जाहिर करता?
जब वर्षों से पार्टी की केन्द्रीय कार्यकारिणी की बैठक नहीं हो रही है और एकतरफा आदेश पारित किए जाते हैं, तो फिर किसके पास जाकर अपनी तकलीफ बताता? इस पार्टी में मेरी गिनती वरिष्ठ सदस्यों में होती है, बाकी लोग जूनियर हैं और मुझ से सीनियर सुप्रीमो जो हैं, वे अब स्वास्थ्य की वजह से राजनीति में सक्रिय नहीं हैं, फिर मेरे पास क्या विकल्प था? अगर वे सक्रिय होते, तो शायद अलग हालात होते.
कहने को तो विधायक दल की बैठक बुलाने का अधिकार मुख्यमंत्री का होता है, लेकिन मुझे बैठक का एजेंडा तक नहीं बताया गया था. बैठक के दौरान मुझसे इस्तीफा मांगा गया. मैं आश्चर्यचकित था, लेकिन मुझे सत्ता का मोह नहीं था, इसलिए मैंने तुरंत इस्तीफा दे दिया, लेकिन आत्म-सम्मान पर लगी चोट से दिल भावुक था.
भावुक होकर मैं आंसुओं को संभालने में लगा था
पिछले तीन दिनों से हो रहे अपमानजनक व्यवहार से भावुक होकर मैं आंसुओं को संभालने में लगा था, लेकिन उन्हें सिर्फ कुर्सी से मतलब था. मुझे ऐसा लगा, मानो उस पार्टी में मेरा कोई वजूद ही नहीं है. कोई अस्तित्व ही नहीं है. जिस पार्टी के लिए हमने अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया. इस बीच कई ऐसी अपमानजनक घटनाएं हुईं, जिसका जिक्र फिलहाल नहीं करना चाहता. इतने अपमान एवं तिरस्कार के बाद मैं वैकल्पिक राह तलाशने के लिए मजबूर हो गया.
मैंने भारी मन से विधायक दल की उसी बैठक में कहा कि “आज से मेरे जीवन का नया अध्याय शुरू होने जा रहा है ” इसमें मेरे पास तीन विकल्प थे. पहला, राजनीति से संन्यास लेना, दूसरा, अपना अलग संगठन खड़ा करना और तीसरा, इस राह में अगर कोई साथी मिले, तो उसके साथ आगे का सफर तय करना. उस दिन से लेकर आज तक तथा आगामी झारखंड विधानसभा चुनावों तक इस सफर में मेरे लिए सभी विकल्प खुले हुए हैं.
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Jharkhand Politics: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन कोलकाता के रास्ते दिल्ली पहुंचे. दिल्ली पहुंचने पर उनसे पत्रकारों ने जब सवाल पूछा, तो सरायकेला विधानसभा क्षेत्र से झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के विधायक ने कहा कि वह निजी काम से दिल्ली आए हैं. वहीं, चंपाई सोरेन के दिल्ली पहुंचने से अटकलों का बाजार अभी भी गरम है.
Jharkhand Politics: झारखंड के पूर्व सीएम चंपाई सोरेन के दिल्ली पहुंचने पर पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवालों पर उन्होंने कहा है कि वह निजी काम से आए हैं. इस बीच, उनके ‘एक्स’ अकाउंट से झामुमो गायब हो गया है. चंपाई सोरेन के सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ से उनका बायो बदल गया. ‘एक्स’ पर अब उनके बायो में झारखंड मुक्ति मोर्चा का जिक्र नहीं है. चंपाई सोरेन ने अपने नाम के साथ सिर्फ झारखंड का पूर्व मुख्यमंत्री लिख लिया है. तस्वीर में भी झामुमो का जिक्र नहीं है. उनके बैकग्राउंड पोस्टर पर सिर्फ झारखंड का पूर्व मुख्यमंत्री (Champai Soren, Former Chief Minister, Jharkhand) लिखा है.
‘एक्स’ अकाउंट से झामुमो गायब.
घर से झंडा भी हटाया गया
सरायकेला-खरसावां जिले के जिलिंगोड़ा स्थित चंपाई सोरेन का पैतृक आवास है और यहां से भी झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) का झंडा हटा लिया गया है. गांव में सभी जगहों से झंडा को हटा लिया गया है. गांव में परिवार के लोग हैं, लेकिन कोई इस बारे में बात करने के लिए तैयार नहीं है. चंपाई सोरेन देर रात निजी कार से अपने पर्सनल ड्राइवर मुन्ना के साथ कोलकाता रवाना हुए. इसके बाद कोलकाता से उन्होंने दिल्ली के लिए उड़ान भरी.
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