Bihar News: पूर्णिया में दारोगा समेत 04 पुलिसकर्मी गिरफ्तार, वसूली का खेल उजागर

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Bihar News: बिहार के पूर्णिया जिले में पुलिस की कार्यशैली पर एक बार फिर सवालिया निशान लगा दिया है. श्रीनगर मार्ग पर वाहन चेकिंग के नाम पर एक दारोगा समेत चार पुलिसकर्मियों को एक आम नागरिक से ₹1.10 लाख की जबरन वसूली के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. इस घटना ने खाकीधारियों के आचरण पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.

कसबा थाना क्षेत्र के मोहिनी गांव के रहने वाले अभिनंदन यादव बीती रात लगभग 12 बजे अपनी कार से कानकी की ओर जा रहे थे. जैसे ही उनकी गाड़ी चुन्नी उरांव चौक के पास पहुंची, वहां पहले से मौजूद पुलिस की एक गाड़ी ने उन्हें रोक लिया. कार की सीट पर रखे ₹1.10 लाख नकद देखकर पुलिसकर्मियों की नीयत डोल गई. उन्होंने अभिनंदन से जबरन वह रकम छीन ली और विरोध करने पर उन्हें धमकाकर वहां से भगा दिया.

तलाशी में मिली वसूली की पूरी रकम

लूटपाट के शिकार हुए अभिनंदन यादव डर के मारे चुप नहीं बैठे. उन्होंने तुरंत हिम्मत दिखाई और रात में ही बाइक से थाना पहुंचकर वहां मौजूद पुलिस अधिकारियों को आपबीती सुनाई. उन्होंने घटना में शामिल पुलिसकर्मियों का हुलिया भी विस्तार से बताया, जिससे उनकी पहचान करने में मदद मिल सके.

मामले की गंभीरता को समझते हुए पूर्णिया के पुलिस अधीक्षक (SP) कार्तिकेय शर्मा ने तत्काल जांच के आदेश दिए. शुरुआती जांच में मिले सबूतों के आधार पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस वाहन के निजी चालक अमन कुमार उर्फ गोलू को हिरासत में ले लिया. तलाशी के दौरान अमन के पास से वही ₹1.10 लाख बरामद हुए, जो अभिनंदन यादव से लूटे गए थे. पूछताछ में अमन ने न केवल वसूली की बात कबूल की, बल्कि इस अपराध में शामिल अन्य पुलिसकर्मियों के नाम भी उजागर कर दिए.

FIR दर्ज कर भेज दिए न्यायिक हिरासत में

पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए पुलिस अवर निरीक्षक (एसआई) अरुण कुमार झा, सिपाही अनुज कुमार, सिपाही योगेंद्र पासवान और चालक अमन कुमार उर्फ गोलू के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली. इन सभी को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. एसपी कार्तिकेय शर्मा ने इस घटना पर सख्त रुख अपनाते हुए बताया कि सभी आरोपियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है और उनके खिलाफ विभागीय जांच की कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है.

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