Bihar Crime: बिहार में रंगदारी वसूली के मामलों पर सख्ती के तहत एसटीएफ ने बड़ी कार्रवाई की है. पटना के फुलवारीशरीफ स्थित सिसरो अस्पताल के डॉक्टर से दो करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने वाले गिरोह के तीन कुख्यात अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें दो को दरभंगा यूनिवर्सिटी थाना क्षेत्र से पकड़ा गया, जबकि तीसरे को उनकी निशानदेही पर फुलवारीशरीफ से दबोचा गया.
गिरफ्तार अपराधियों के पास से हथियार, कारतूस, नकदी और मोबाइल बरामद किए गए हैं. एसटीएफ की इस कार्रवाई में दरभंगा और फुलवारीशरीफ पुलिस की भी अहम भूमिका रही.
हथियार, नकदी और मोबाइल बरामद
पकड़े गए आरोपियों में दरभंगा के लहरियाचक आलमपुर निवासी नूर मोहम्मद उर्फ लालबाबू और फुलवारीशरीफ के इशोपुर निवासी मो. फरहान शामिल हैं. दोनों के पास से एक पिस्टल, छह जिंदा कारतूस, एक मैगजीन, 2.5 लाख रुपये नकद और चार मोबाइल बरामद किए गए हैं. पूछताछ में दोनों ने अपने तीसरे साथी मो. सैफ का नाम उगला, जिसे बाद में फुलवारीशरीफ से गिरफ्तार किया गया. उसके पास से एक देसी पिस्टल, पांच कारतूस, एक मैगजीन और एक मोबाइल मिला.
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जानकारी के मुताबिक, 28 जून को सिसरो अस्पताल के डॉक्टर को फोन कर दो करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी गई थी और नहीं देने पर हत्या की धमकी दी गई थी. इस बाबत डॉक्टर ने फुलवारीशरीफ थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी. मामले की गंभीरता को देखते हुए एसटीएफ को छानबीन में लगाया गया, जिसके बाद यह गिरोह गिरफ्त में आया.
दरभंगा व पटना में दर्ज है कई मामले
पुलिस सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तार तीनों अपराधियों के खिलाफ पटना, दरभंगा और अन्य जिलों में रंगदारी व आर्म्स एक्ट के तहत कई मामले दर्ज हैं. एसटीएफ इनसे और भी मामलों में पूछताछ कर रही है, जिससे अन्य नेटवर्क का खुलासा हो सकता है.
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