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Bihar: बिहार के इस जिले में अब जानवर नहीं आएंगे सड़क पर, टकराव रोकेगी मजबूत दीवार

टकराव रोकेगी मजबूत दीवार

टकराव रोकेगी मजबूत दीवार

Bihar News: मुंगेर से मिर्जाचौकी तक बन रही नई फोरलेन सड़क यातायात को सुगम बनाने के साथ-साथ यात्रियों और वाहनों की सुरक्षा को भी प्राथमिकता देगी. यह फोरलेन अब एक्सप्रेस-वे की तर्ज पर बनाया जा रहा है, जिसमें सड़कों के दोनों किनारों पर मजबूत गार्ड वॉल और घुमावदार रास्तों पर स्टील की बैरिकेडिंग होगी. इस पहल का मुख्य उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं को कम करना है, खासकर जानवरों के अचानक सड़क पर आ जाने से होने वाले हादसों पर लगाम लगाना. 2025 तक पूरा होने वाली यह 124 किलोमीटर लंबी ग्रीनफील्ड परियोजना न केवल आवागमन को सुरक्षित बनाएगी बल्कि अपने साथ हरियाली और दूधिया रोशनी की चमक भी लाएगी, जिससे यात्रियों का अनुभव बेहतर होगा और उन्हें एक आरामदायक व सुरक्षित सफर मिलेगा.

सुरक्षा की मज़बूत दीवारें

यह फोरलेन न सिर्फ आवागमन को सुगम बनाएगा, बल्कि यात्रियों और वाहनों की सुरक्षा भी सुनिश्चित करेगा. सड़क के दोनों किनारों पर गार्ड वॉल बनाई जा रही है. ये दीवारें कई मायनों में खास होंगी:

कहलगांव और पीरपैती क्षेत्र में सर्विस रोड से जुड़े हिस्सों और शहरी इलाकों को छोड़कर, अन्य सभी बहियार साइट अलाइनमेंट में ये दीवारें दी गई हैं.

सर्विस रोड और शहरी क्षेत्र रहेंगे फ्री ज़ोन

मुंगेर-मिर्जाचौकी फोरलेन से जहां-जहां सर्विस रोड कनेक्टेड होगी, वहां दीवारें नहीं होंगी. ऐसे स्थान और शहरी क्षेत्र फ्री ज़ोन रहेंगे. बाकी सभी जगहों पर रोड सेफ्टी के उद्देश्य से प्रोजेक्ट के डिज़ाइन के अनुसार दीवारें बनाई जाएंगी.

परियोजना का विवरण

मुंगेर से मिर्जाचौकी तक 124 किलोमीटर की यह ग्रीनफील्ड फोरलेन सड़क परियोजना 2025 तक पूरी होने की उम्मीद है. यह पूरी तरह से नई सड़क है.

प्रोजेक्ट का उद्देश्य:

महत्वपूर्ण बातें:

बढ़ेगी हरियाली और सुंदरता

फोरलेन को हरा-भरा बनाने और प्रदूषण कम करने के लिए सड़क के किनारों और डिवाइडर पर पौधे लगाए जा रहे हैं. यह पहल न केवल सुंदरता बढ़ाएगी, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी. ये पौधे धूल और शोर को कम करेंगे, हवा को शुद्ध करेंगे और गर्मियों में तापमान को भी कम करने में मदद करेंगे.

नए माइलस्टोन और दूधिया रोशनी

सड़क पर सफर के दौरान यात्रियों को अपनी मंजिल की दूरी जानने में आसानी हो, इसके लिए विभिन्न माइलस्टोन बोर्ड लगाए जाएंगे. ये बोर्ड प्रमुख शहरों और गांवों की दूरी स्पष्ट रूप से दर्शाएंगे. इसके अलावा, यह फोरलेन जिले की पहली ऐसी सड़क होगी जो पूरी तरह से दूधिया रोशनी से जगमगाएगी. इससे रात में आवागमन सुरक्षित होगा, दुर्घटनाओं में कमी आएगी और सड़क की सुंदरता भी बढ़ेगी.

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