Bhagalpur News: बिहार के गांवों में महिला सशक्तीकरण की नई इबारत लिखी जा रही है. राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे महिला संवाद कार्यक्रम के तहत भागलपुर जिले में करीब 4 लाख महिलाओं ने सक्रिय भागीदारी की. सरकारी योजनाओं के लाभ और सुझावों पर महिलाओं ने खुलकर अपनी राय रखी, जिससे नीति निर्धारण में सीधे भागीदारी सुनिश्चित हो रही है. संवाद के माध्यम से सामने आए मुद्दों ने ग्रामीण विकास की असल ज़रूरतों को उजागर किया है.
भागलपुर में अब तक 3.97 लाख महिलाएं हुईं शामिल
बिहार सरकार की पहल ‘महिला संवाद’ कार्यक्रम के तहत भागलपुर जिले के 1815 ग्राम संगठनों में सफल आयोजन हुआ है. जीविका के जिला परियोजना प्रबंधक सुनिर्मल गरेन के अनुसार, इस अभियान के दौरान लगभग 3.97 लाख महिलाओं ने भाग लिया. संवाद के दौरान महिलाओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की योजनाओं की सराहना की और बताया कि इससे उन्हें आर्थिक आत्मनिर्भरता मिली है.
हरियो पंचायत की सपना देवी ने बताया कि योजना का लाभ लेकर उन्होंने खुद का उद्यम शुरू किया. वहीं, सबौर की संजू देवी ने ‘दीदी की रसोई’ जैसी गतिविधियों को महिलाओं के लिए रोज़गार सृजन का माध्यम बताया. कहलगांव की सविता देवी ने सरकार के हालिया फैसले—स्वच्छता कार्यों में जीविका दीदियों की भागीदारी—को रोजगार की बड़ी संभावना बताया.
बेहतर स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार व बाज़ार की भी रखी मांग
संवाद में शामिल महिलाओं ने सरकार से योजनाओं में सुधार की भी मांग की. उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने, ग्रामीण स्तर पर खेल-कूद व शिक्षा की सुविधा देने, किसानों के लिए अनाज भंडारण हेतु गोदाम, सस्ती दरों पर ऋण और उत्पादों की बाज़ार तक पहुंच की मांग की.
महिला संवाद के ज़रिए राज्यभर में एक करोड़ से अधिक महिलाएं सरकार से सीधा संवाद कर रही हैं. इससे न केवल उनकी भागीदारी बढ़ रही है, बल्कि भविष्य की नीतियों को भी जमीनी मजबूती मिल रही है.