Bhagalpur News: भागलपुर नगर निगम की नाले उड़ाही योजना की पोल सोमवार को महज आधे घंटे की बारिश ने खोल दी. नगर निगम दावा करता रहा कि उड़ाही का काम तेज़ी से चल रहा है, लेकिन ज़मीनी सच्चाई यह है कि 50 फीसदी से भी कम नालों की सफाई हुई है. इसी लापरवाही का नतीजा रहा कि शहर के कई हिस्से तीन घंटे तक पानी में डूबे रहे और जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ.
सबसे ज़्यादा प्रभावित इलाके:
- भीखनपुर–शीतला स्थान रोड
- गुड़हट्टा चौक से सिकंदपुर
- सिकंदपुर से मिरजानहाट रोड
- लोहापट्टी
इन इलाकों में पानी घरों और दुकानों में घुस गया, सड़कों पर जलजमाव के कारण बाजार तक समय से पहले बंद हो गया.
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उड़ाही में बना बाधा प्रशासनिक संकट
सफाइकर्मी हड़ताल, नगर आयुक्त का तबादला और फिर नये आयुक्त की छुट्टी—इन तीन वजहों ने पूरी व्यवस्था को ठप कर दिया. प्रभारी आयुक्त को वित्तीय अधिकार नहीं मिले, जिससे जरूरी संसाधनों की खरीद और मजदूरी का भुगतान तक रुक गया.
नाले के मुहाने भी नहीं हुए साफ
नगर निगम उड़ाही तो पूरी नहीं कर सका, लेकिन जाम नालों के मुहानों को भी नहीं खुलवाया. अगर यही काम समय पर कर लिया जाता, तो जलनिकासी कुछ हद तक आसान हो सकती थी. निगम की निष्क्रियता पर अब सवाल उठने लगे हैं.
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हथिया नाला सहित 1100 नाले अब निगम की सबसे बड़ी चुनौती
भागलपुर में हथिया नाला समेत 1100 छोटे-बड़े नाले हैं. इनमें अधिकांश की उड़ाही अधूरी है. हथिया जैसे मुख्य नाले की सफाई नहीं होने से बाकी क्षेत्रों में भी जलनिकासी प्रभावित हो रही है. आधे घंटे की बारिश ने जो हाल किया, उसमें लगातार बारिश में हालात भयावह हो सकते हैं.
“नाले के मुहानों को प्राथमिकता से क्लियर कराया जाएगा. इससे उड़ाही नहीं होने वाले क्षेत्रों में भी बहाव बना रहेगा.”— डॉ. बसुंधरा लाल, मेयर
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