India Pakistan Conflict: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के माहौल में एक महत्वपूर्ण बातें सामने आई है. खबर है कि देशभर के 12 आयुध कारखानों के समूह, म्यूनिशंस इंडिया लिमिटेड (एमआईएल) ने अपने अधिकांश फैक्ट्रियों में कर्मचारियों की लंबी छुट्टियों को तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया है. टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, अगले दो महीनों तक कर्मचारियों को दो दिन से अधिक की छुट्टी लेने की अनुमति नहीं होगी.
बोर्ड में शामिल सिनियर मैनेजमेंट सूत्रों ने इस बात से इनकार किया कि इस निर्देश का 22 अप्रैल के बाद के तनाव से कोई लेना-देना है. ऑफिसियल कारण (आयुध निर्माणी चंद्रपुर से लेकर जबलपुर तक) यह है कि वे अप्रैल के प्रोडक्शन टारगेट से चूक गए हैं और अब वे इसे पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं. चंद्रपुर के अधिकारियों ने ग्लोबल एक्सपोर्ट ऑर्डर के दबाव का हवाला दिया.
एमआईएल ने कहा कि पहलगाम हमले के बाद उसने अपने कर्मचारियों को “अलर्ट मोड” पर रखा है. एमआईएल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, “अगर हमारे उत्पादन में तेजी लाने की जरूरत है, तो हम ऐसा कर सकते हैं. लेकिन 12 कारखानों में कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द करने का कोई आधिकारिक फैसला नहीं हुआ है.”
जबलपुर स्थित आयुध निर्माणी-खमरिया के एक अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर बताया कि यह आदेश “राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनजर” जारी किया गया है. आंतरिक आदेश में कहा गया है कि किसी भी आपातकालीन स्थिति में कर्मचारी “उपयुक्त प्राधिकारी” को छुट्टी के लिए आवेदन कर सकते हैं.
पश्चिम बंगाल के कोसीपुर स्थित गन एंड शेल फैक्ट्री के एक कर्मचारी ने इस बात की पुष्टि की है कि शुक्रवार को एक आधिकारिक आदेश जारी किया गया है, जिसमें वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए सभी प्रकार की छुट्टियों को रद्द करने का निर्देश दिया गया है. वहीं, कोलकाता स्थित एक अधिकारी ने इस तरह की बातों की न तो पुष्टि की और न ही खंडन, लेकिन उन्होंने यह जरूर कहा कि “यदि मौजूदा स्थिति को देखते हुए छुट्टियां रद्द की जाती हैं तो इसमें किसी को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए.”