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Wayanad Landslide: मलबे में दबे सैकड़ों लोग, हर तरफ चीख-पुकार, 123 लोगों की मौत, केरल में 2 दिन का राजकीय शोक

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HelloCities24
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Wayanad Landslide: भूस्खलन ने केरल के वायनाड में भयंकर तबाही मचाई है. हर तरफ चीख-पुकार मची है. खुद की और अपनों की जान बचाने के लिए लोग जद्दोजहद कर रहे हैं. मंगलवार को हुए भीषण लैंडस्लाइड से कई लोगों की जान चली गई है. वहीं दर्जनों लोगों के अभी भी लैंडस्लाइड में फंसे होने की आशंका है. इस भीषण हादसे में अब तक 123 लोगों की मौत हो चुकी है. 

Wayanad Landslide: मलबे में दबे सैकड़ों लोग, हर तरफ चीख-पुकार, 123 लोगों की मौत, केरल में 2 दिन का राजकीय शोक Wayanad Landslide 002Wayanad Landslide: मलबे में दबे सैकड़ों लोग, हर तरफ चीख-पुकार, 123 लोगों की मौत, केरल में 2 दिन का राजकीय शोक Wayanad Landslide 002
Wayanad Landslide

Wayanad Landslide: केरल के वायनाड में लैंडस्लाइड के कारण कई घर टूट गए हैं. पेड़ उखड़ गए हैं. बचाव दल का कहा है कि मलबे में सैकड़ों लोग दबे हो सकते हैं. बताते चलें कि हादसे में अब तक 93 लोगों की मौत चुकी है. मृतकों में कई महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं. राहत और बचाव में कई टीमें जुटी हुई हैं. एक सूत्र ने बताया कि बचावकर्मियों को नदियों और कीचड़ से लोगों के अंग बरामद हो रहे हैं, इसलिए इस त्रासदी में मारे गए लोगों की सही संख्या का पता लगाना मुश्किल है. सूत्र ने बताया कि यह स्पष्ट नहीं है कि जो अंग मिल रहे हैं, वे एक ही व्यक्ति के हैं या कई व्यक्तियों के हैं.

सेना, नौसेना और NDRF के बचाव दल खराब मौसम के बीच पीड़ितों की तलाश कर रहे हैं और पीड़ित लोगों को आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए कई एजेंसियां ​​मिलकर काम कर रही हैं. हालांकि मंगलवार का रेस्क्यू ऑपरेशन रुक गया है और बुधवार की सुबह फिर से राहत बचाव कार्य चलाया जाएगा. इससे पहले, केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने बताया था कि वायनाड में भूस्खलन में घायल होने वाले लोगों का अलग-अलग अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है.

उन्होंने बताया कि भूस्खलन में मरने वाले व्यक्तियों के शवों की पहचान की जा रही है. मुख्यमंत्री ने बताया कि कई शव मृतकों के परिवारों को सौंप दिए गए हैं. मुख्यमंत्री का कहना है कि प्रदेश के पोथुकल में चलियार नदी से 16 शव मिले हैं, इसके अलावा शवों के टुकड़े भी बरामद किए गए हैं. उन्होंने कहा कि कई लोगों के फंसे होने या बह जाने की आशंका है और हम बचाव कार्य जारी रखेंगे.

राहत और बचाव में एनडीआरएफ के साथ जुटी है सेना
लैंडस्लाइड के बाद से ही राहत और बचाव कार्य शुरू हो गया है. एनडीआरएफ सहित भारतीय सेना समेत और अन्य बचाव दल फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं. एझीमाला नौसेना अकादमी से नौसेना का एक दल भी बचाव प्रयासों में जुटा है. बचाव दल भूस्खलनों के बाद मलबे में दबे लोगों को बचाने तथा लापता लोगों की तलाश में जुटे हैं. मलबे से कई लोगों के कटे अंग मिले हैं. जिससे यह पहचानना मुश्किल हो रहा है कि यह अंग एक ही शख्स के हैं या अलग अलग लोगों के हैं.

राहुल गांधी भी वायनाड जा सकते हैं

बताया जाता है कि जिले में स्थापित 45 राहत शिविरों में 3,000 से अधिक लोगों को ट्रांसफर किया गया है. उन्होंने बताया कि पहला भूस्खलन तड़के दो बजे हुआ, उसके बाद दूसरा भूस्खलन सुबह चार बजकर दस मिनट पर हुआ. मुख्यमंत्री ने बताया कि मेप्पाडी, मुंदक्कई और चूरलमाला क्षेत्रों से संपर्क टूट गया है और चूरलमाला-मुंदक्कई सड़क पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है. लोकसभा में विपक्ष के नेता और वायनाड के पूर्व सांसद राहुल गांधी ने संसद में भी वायनाड की भूस्खलन की घटनाओं में कई लोगों की मौत का जिक्र किया. राहुल गांधी आने वाले दिनों में वायनाड दौरे पर जा सकते हैं.

पीएम मोदी पल पल की जानकारी ले रहे हैं : गृह राज्य मंत्री
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने मंगलवार को लोकसभा में कहा कि केरल के वायनाड में भूस्खलन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. केंद्र सरकार राज्य को हर जरूरी मदद मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हालात की पूरी जानकारी ले रहे हैं. गृह मंत्री अमित शाह ने केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन से फोन पर बात की है और हर जरूरी सहायता का भरोसा दिया है.

राजकीय शोक की घोषणा

अधिकारियों ने बताया कि भूस्खलन प्रभावित इलाकों में मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टमाला और नूलपुझा गांव शामिल हैं. केरल सरकार ने भूस्खलन में लोगों की मौत के बाद प्रदेश में दो दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है. मुख्यमंत्री विजयन ने कहा कि राज्य सरकार इस घटना से बहुत दुखी हैं, जिसमें कई लोगों की जान चली गई है और संपत्ति को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा है. मुख्य सचिव वी. वेनू द्वारा जारी एक आधिकारिक अधिसूचना में 30 और 31 जुलाई को राजकीय शोक घोषित किया गया है.

प्रोटोकॉल के अनुसार, इन दो दिनों में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और सभी सरकारी कार्यक्रमों को रद्द किया जाएगा. बचाव दल मलबे में फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए लगातार काम कर रहे हैं.

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