Youtuber Jyoti Malhotra: हिसार पुलिस ने एक सनसनीखेज कार्रवाई में यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को गिरफ्तार कर लिया है, जो ‘ट्रैवल विद जेओ’ नाम से अपना चैनल चलाती हैं. एसपी शशांक कुमार सावन ने चौंकाने वाले खुलासे करते हुए बताया कि ज्योति पर पाकिस्तानी खुफिया अधिकारी (PIO) के संपर्क में रहने और भारत-पाक संघर्ष के दौरान भी उनसे बातचीत जारी रखने का गंभीर आरोप है. यह भी सामने आया है कि पहलगाम हमले से ठीक पहले ज्योति पाकिस्तान में थीं, जिसने जांच एजेंसियों की चिंताएं बढ़ा दी हैं.
सरकारी गोपनीयता अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है.
एसपी सावन ने बताया कि ज्योति मल्होत्रा कई बार पाकिस्तान और एक बार चीन जा चुकी थीं. वह पाकिस्तानी खुफिया अधिकारी (PIO) के संपर्क में थीं, खासकर भारत-पाक संघर्ष के दौरान. उनकी यात्रा का खर्च उनकी घोषित आय से कहीं अधिक है, जो प्रायोजित यात्राओं की ओर इशारा करता है.
#WATCH | Hisar | "They were developing her (Jyoti Malhotra) as an asset. She was in touch with other YouTube influencers, and they were also in touch with the PIOs… She used to go to Pakistan, like on sponsored trips… She was in Pakistan before the Pahalgam attack, and the… pic.twitter.com/OD2wD1vzic
— ANI (@ANI) May 18, 2025
पहलगाम हमले से पहले पाकिस्तान में थी ज्योति मल्होत्रा
सबसे चौंकाने वाला खुलासा यह है कि ज्योति मल्होत्रा पहलगाम हमले से ठीक पहले पाकिस्तान में थीं. एसपी ने इस बात पर जोर दिया कि आधुनिक युद्ध केवल सीमाओं पर नहीं लड़े जाते, बल्कि पाकिस्तानी खुफिया अधिकारी सोशल मीडिया प्रभावशाली लोगों को भर्ती कर अपने संदेश फैलाने की कोशिश कर रहे हैं.
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इन वजहों से की गई गिरफ्तार
पुलिस के अनुसार, ज्योति मल्होत्रा 2023 में दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग में एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश के संपर्क में आई थीं, जब वह पाकिस्तान यात्रा के लिए वीजा लेने गई थीं. भारत ने 13 मई को कथित जासूसी में लिप्त होने के कारण दानिश को निष्कासित कर दिया था. प्राथमिकी के अनुसार, दो बार पाकिस्तान जा चुकी ज्योति, दानिश के परिचित अली अहवान से मिली थीं, जिसने उनके ठहरने की व्यवस्था की थी.
अहवान ने ज्योति की पाकिस्तानी सुरक्षा और खुफिया अधिकारियों, शाकिर और राणा शाहबाज से मुलाकात कराई. शाकिर का मोबाइल नंबर उसने ‘जट रंधावा’ के नाम से दर्ज कर रखा था ताकि कोई संदेह न हो.
व्हाट्सएप, टेलीग्राम और स्नैपचैट के जरिए लोगों के संपर्क में थी
ज्योति व्हाट्सएप, टेलीग्राम और स्नैपचैट के जरिए इन लोगों के संपर्क में थीं और कथित तौर पर उन्हें संवेदनशील जानकारी देती थीं. यह प्राथमिकी उपनिरीक्षक बिजेंद्र सिंह की शिकायत पर 16 मई को सिविल लाइंस पुलिस थाने में दर्ज की गई थी. उनके यूट्यूब चैनल पर ‘इंडियन गर्ल इन पाकिस्तान’, ‘इंडियन गर्ल एक्सप्लोरिंग लाहौर’ जैसे कई पाकिस्तान यात्रा से संबंधित वीडियो पोस्ट किए गए हैं.
ज्योति की गिरफ्तारी से कुछ दिन पहले, पंजाब पुलिस ने भी मलेरकोटला से एक महिला समेत दो लोगों को उच्चायोग में तैनात पाकिस्तानी अधिकारी से जुड़ी जासूसी गतिविधियों में संलिप्तता के आरोप में गिरफ्तार किया था. ये आरोपी गोपनीय जानकारी के बदले ऑनलाइन भुगतान प्राप्त करते थे. ज्योति मल्होत्रा के मामले की गहन जांच चल रही है, जिसमें उनके वित्तीय विवरणों और अन्य शामिल लोगों की भूमिका का विश्लेषण किया जा रहा है.