Bhagalpur News: बिहार के भागलपुर में गंगा का पानी स्थिर तो हो गया है लेकिन, परेशानी अभी भी बरकरार है. रोजाना दो-चार मकान नदी में समा रहे हैं. सबौर प्रखंड का लगभग पूरा मसाढ़ू गांव बाढ़ से घिरा है और गंगा कटाव की जद में है. खून-पसीने की कमाई से बना एक दो मंजिला मकान गंगा में समा गया.
Bhagalpur News: बिहार के भागलपुर में गंगा अभी भी ऊफनाई हुई है. इस जिले के सबौर प्रखंड की बात करें, तो इसका लगभग पूरा मसाढ़ू गांव गंगा कटाव की जद में है. खून-पसीने की कमाई से बना एक दो मंजिला मकान पूरे गांव वालो के आंखों के सामने गंगा नदी में समा गया. इस तरह की घटनाएं रोजाना देखने को मिल रही है. अपना आशियाने को डूबता देख लोग सिर्फ सिसकियां ही भरकर रह जा रहे हैं. कुछ कर नहीं पा रहे हैं. लोगों का कहना है कि मेहनत की कमाई के बाद बड़ी मुश्किल से पक्का मकान बना पाते हैं लेकिन, बाढ़ चंद सेकेंडों में जिंदगीभर की कमाई बहा ले जा रहा है. ममलखा पंचायत के मसाढ़ू में कटाव की जद में आये तीन और मकान गंगा में समा गए. लोगों ने इसका वीडियो भी रिकॉर्ड किया जो काफी अधिक वायरल हो रहा है.
बाढ़ का पानी गांव से लेकर शहर तक फैला है
#WATCH | बिहार के भागलपुर में गंगा के बढ़े हुए जलस्तर से बाढ़ जैसे हालात हैं। सबौर प्रखंड के मसाडू गांव में आंखों के सामने एक घर गंगा में बह गया। जिले में बाढ़ से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है।#Bihar pic.twitter.com/3erEH9Aowj
— Hindustan (@Live_Hindustan) September 24, 2024
भागलपुर में बाढ़ का पानी गांव से लेकर शहर तक फैल गया है. इसके चलते स्कूल, कॉलेज और हाइवे तक जलमग्न हैं. एनएच-80 पर आवागमन प्रभावित है. गंगा का जलस्तर घटने की रफ्तार धीमी है. जिससे लोगों की चिंता बढ़ी हुई है. सबौर प्रखंड के मसाडू गांव का अस्तित्व मानो खत्म ही करके नदी मानेगी. यहां का आलम कुछ ऐसा ही फिलहाल है. गंगा में कई मकान अबतक समा चुके हैं. कटाव की मार से लोग त्रस्त हैं.
आशियाने को डूबता देख लोग सिर्फ सिसकियां भरकर रह गए
मंगलवार को गंगा में तीन मकान महज 10 से 15 मिनट के अंदर समा गए. अपने आशियाने को डूबता देख लोग सिर्फ सिसकियां ही भरकर रह गये. ये तीनों पक्के मकान किसान व पशुपालकों के थे. इन तीनों मकान के गंगा में समाने के बाद आसपास के लोगों में भी दहशत है. कब गंगा किनके मकान को लीन लेगी, कोई नहीं जानता है.
डेंजर लेवल के ऊपर अभी भी गंगा का जलस्तर
भागलपुर में गंगा नदी के जलस्तर में आंशिक कमी आयी है. जलस्तर अभी भी खतरे के निशान के ऊपर है और बाढ़ की स्थिति जस की तस है. बुधवार से ही जलस्तर में तेजी से कमी आने की उम्मीद जतायी गयी है. बाढ़ के कारण गंगाघाट से सटे शहर के मोहल्लों में पानी की तेज धार का दबाव बरकरार है.