तुर्किए का बहिष्कार
Boycott Turkiye Trending In India: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भयावह आतंकी हमले और उसके बाद भारत-पाकिस्तान के बीच पनपे सैन्य तनाव ने तुर्की को भारत के कड़े विरोध का सामना करने पर मजबूर कर दिया है. 22 अप्रैल के आतंकी हमले में 26 निर्दोषों की निर्मम हत्या के बाद, भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया. इसके जवाब में पाकिस्तान ने भारतीय सैन्य ठिकानों पर ड्रोन हमले किए, जिन्हें भारत के एयर डिफेंस सिस्टम ने सफलतापूर्वक मार गिराया.
इन गिराए गए ड्रोनों के तुर्की निर्मित होने की चौंकाने वाली जानकारी सामने आने और तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगान द्वारा पाकिस्तान को खुले तौर पर समर्थन देने के बयान के बाद, भारत में तुर्की के खिलाफ आक्रोश की लहर दौड़ गई है. सोशल मीडिया पर ‘बॉयकॉट तुर्की’ का ट्रेंड एक जन-आंदोलन का रूप ले चुका है, जिसका असर अब व्यापारिक और पर्यटन क्षेत्रों पर भी स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है.
ट्विटर, फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर #BoycottTurkey हैशटैग के साथ लाखों की संख्या में पोस्ट, वीडियो और मीम्स साझा किए जा रहे हैं. भारतीय नागरिक तुर्की के उत्पादों के बहिष्कार और तुर्की के साथ सभी प्रकार के व्यापारिक संबंधों को तत्काल प्रभाव से रोकने का आह्वान कर रहे हैं. यह सिर्फ ऑनलाइन विरोध प्रदर्शन तक सीमित नहीं है, बल्कि ज़मीनी स्तर पर भी इसका व्यापक प्रभाव दिख रहा है.
तुर्की के खिलाफ इस विरोध का सीधा असर विभिन्न व्यापारिक क्षेत्रों पर पड़ रहा है.
तुर्की के खिलाफ देशव्यापी विरोध की आवाज अब ट्रैवल कंपनियों तक भी पहुंच गई है. प्रमुख ट्रैवल ऐप EaseMyTrip ने आधिकारिक तौर पर घोषणा की है कि उन्होंने तुर्की के सभी ट्रैवल पैकेज निलंबित कर दिए हैं. कंपनी ने यह भी सुनिश्चित किया है कि रद्द की गई बुकिंग के लिए सभी यात्रियों को पूरा रिफंड दिया जाएगा. यह कदम तुर्की के पर्यटन उद्योग को बड़ा झटका दे सकता है, क्योंकि भारत से तुर्की जाने वाले पर्यटकों की संख्या काफी अधिक है.
यह जानकारी सामने आने के बाद कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान पाकिस्तान द्वारा इस्तेमाल किए गए ड्रोन तुर्की निर्मित थे, भारतीय जनता का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया है. लोगों का मानना है कि तुर्की ने न केवल एक आतंकवादी देश का समर्थन किया है, बल्कि भारत की संप्रभुता और सुरक्षा को भी सीधे तौर पर चुनौती दी है.