Sunita Williams
Sunita Williams: लंबे समय तक शून्य गुरुत्वाकर्षण में रहने के कारण अंतरिक्ष यात्रियों के शरीर पर गहरा प्रभाव पड़ता है. इसलिए सुनीता विलियम्स को कैप्सूल से बाहर निकालने के तुरंत बाद मेडिकल टीम ने उन्हें स्ट्रेचर पर बैठाया.
Sunita Williams: भारतीय मूल की अंतरिक्षयात्री सुनीता विलियम्स(Sunita Williams) को लेकर जब ड्रैगन कैप्सूल पृथ्वी के वायुमंडल में दाखिल हुआ, तो इसका तापमान 1,600 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया. स्प्लैशडाउन के बाद सेफ्टी टीम ने रिकवरी शिप की मदद से चारों अंतरिक्षयात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला. सबसे पहले निक हेग, फिर एलेक्जेंडर गोर्बुनोव, उसके बाद सुनीता विलियम्स(Sunita Williams) और आखिर में बुच विल्मर को बाहर लाया गया. 9 महीने के अंतराल के बाद जब सुनीता ने पहली बार पृथ्वी की ग्रैविटी (Gravity) महसूस की, तो उनके चेहरे पर खुशी झलक रही थी. उन्होंने हाथ हिलाकर सभी को अभिवादन किया.
9 महीने के लंबे अंतरिक्ष मिशन के बाद पृथ्वी पर लौटने में 17 घंटे का सफर तय करना पड़ा. स्पेसएक्स के ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट के जरिए पृथ्वी पर सफलतापूर्वक लौट आई है. फ्लोरिडा के तट पर आज 19 मंगलवार को तड़के 3.27 बजे सुरक्षित स्प्लैशडाउन किया. इस दौरान उनके साथ तीन अन्य अंतरिक्ष यात्री क्रू-9 मिशन के कैप्टन निक हेग, रूस के अंतरिक्षयात्री एलेक्जेंडर गोर्बुनोव और बुच विल्मर भी थे.
सुनीता विलियम्स की अंतरिक्ष से पृथ्वी पर सुरक्षित वापसी, 9 महीने बाद लौटी ‘भारत की बेटी’
शून्य गुरुत्वाकर्षण में लंबे समय तक रहने पर अंतरिक्ष यात्रियों के शरीर पर गहरा प्रभाव पड़ता है. इसलिए सुनीता विलियम्स(Sunita Williams) को कैप्सूल से बाहर निकालने के तुरंत बाद मेडिकल टीम ने उन्हें स्ट्रेचर पर बैठाया. उन्होंने कुछ सेकंड तक अपने पैरों पर खड़े होने की कोशिश की, लेकिन संतुलन नहीं बना सकीं. दो लोगों ने उन्हें सहारा देकर स्ट्रेचर पर बैठाया.
नासा के अनुसार, सुनीता विलियम्स(Sunita Williams) ने अंतरिक्ष में सबसे अधिक समय बितायी है, इसकी वजह से एक नया रिकॉर्ड बन गया है. यानी, अंतरिक्षत में सबसे अधिक समय बीताने वाली महिला का रिकॉर्ड बना है. उन्होंने स्पेस स्टेशन के बाहर 62 घंटे और 9 मिनट तक काम किया और 9 बार स्पेसवॉक किया.