32 C
Delhi
Wednesday, August 20, 2025
- Advertisment -

PM-CM पर शिकंजा; 30 दिन की हिरासत पर जाएगी कुर्सी, हंगामा के बाद बिल संयुक्त समिति को भेजा गया

Constitution Amendment Bill: लोकसभा में पेश संविधान संशोधन बिल के प्रावधानों से बड़ा राजनीतिक बवाल खड़ा हो गया. 30 दिन हिरासत में रहने पर पीएम-सीएम का पद स्वत: खत्म माना जाएगा.

Constitution Amendment Bill: संसद के मानसून सत्र में बुधवार को लोकसभा में भारी हंगामे के बीच तीन अहम विधेयक पेश किए गए. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सदन में संविधान (130वां संशोधन) विधेयक, 2025, संघ शासित प्रदेश शासन (संशोधन) विधेयक, 2025 और जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन (संशोधन) विधेयक, 2025 पेश किए. इन पर विचार करने के लिए लोकसभा ने उन्हें संसद की संयुक्त समिति के पास भेजने का निर्णय लिया. समिति में लोकसभा के 21 और राज्यसभा के 10 सदस्य शामिल होंगे और यह अपनी रिपोर्ट अगले सत्र के पहले सप्ताह के अंतिम दिन तक सौंपेगी.

इसे भी पढ़ें-पीएम-सीएम हटाने वाला बिल पेश होते ही संसद में मचा घमासान, विपक्ष भड़का, भारी हंगामा

संविधान संशोधन विधेयक का प्रावधान

नए संविधान संशोधन विधेयक में प्रावधान है कि प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और मंत्री यदि किसी गंभीर अपराध में गिरफ्तार होकर लगातार 30 दिन तक हिरासत में रहते हैं, तो उन्हें स्वत: पद से हटाया हुआ माना जाएगा. सरकार का दावा है कि इससे राजनीति में शुचिता और जवाबदेही बढ़ेगी.

विपक्ष का तीखा विरोध

विधेयक पेश होते ही विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया. कांग्रेस, एआईएमआईएम, आरएसपी और समाजवादी पार्टी सहित कई दलों के सांसदों ने विरोध जताया. एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी, कांग्रेस के मनीष तिवारी और केसी वेणुगोपाल, आरएसपी के एन. के. प्रेमचंद्रन और सपा के धर्मेंद्र यादव ने विधेयक को लोकतंत्र के लिए खतरा बताया.

इसे भी पढ़ें-डॉ. पूशन मोहापात्रा ने NEET PG 2025 में बनाया इतिहास, रैंक 1 के साथ 707 अंक

विपक्षी सांसदों ने फाड़ी प्रतियां

प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्रियों को प्रभावित करने वाला प्रावधान सामने आने पर विपक्षी सांसद आक्रोशित हो उठे. कई नेताओं ने विधेयकों की प्रतियां फाड़कर सदन में फेंकीं और सरकार पर लोकतांत्रिक ढांचे को कमजोर करने का आरोप लगाया.

शाह और वेणुगोपाल में तकरार

सदन में कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल और गृह मंत्री अमित शाह के बीच तीखी नोकझोंक भी देखने को मिली. वेणुगोपाल ने कहा कि भाजपा इस कानून को नैतिकता का हवाला देकर ला रही है, लेकिन जब शाह गुजरात के गृह मंत्री थे और उनकी गिरफ्तारी हुई थी, तब क्या उन्होंने पद छोड़ा था? इस पर अमित शाह ने जवाब देते हुए कहा कि उन्होंने गिरफ्तारी से पहले ही इस्तीफा दे दिया था और अदालत से निर्दोष साबित होने तक कोई संवैधानिक पद स्वीकार नहीं किया. शाह ने पलटवार करते हुए कहा, “हमें नैतिकता सिखाने का अधिकार विपक्ष को नहीं है. मैंने आरोप लगने पर खुद इस्तीफा दिया था. हम इतने निर्लज्ज नहीं हो सकते कि पद से चिपके रहें.”

बिहार में कार्यपालक पदाधिकारी के 3 ठिकानों पर छापेमारी, EOU ने पटना से लखनऊ तक कसा शिकंजा

बैलवा बेलगाम हो गया है, उसे नाथिए; तेज प्रताप यादव का बिना नाम लिए भाई बीरेंद्र पर हमला

- Advertisement -
सोनी कुमारी
सोनी कुमारी
HelloCities24 से शुरुआत के दिनों से ही जुड़ी हैं. डिजिटल मीडिया में काम करने का अनुभव है. राजनीतिक, सामाजिक, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों के साथ-साथ जलवायु परिवर्तन, नवीकरणीय ऊर्जा और ग्रामीण पत्रकारिता में गहरी रुचि रखती हैं.
संबंधित खबरें

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

जरूर पढ़ें

- Advertisment -
Patna
broken clouds
30.8 ° C
30.8 °
30.8 °
65 %
5.7kmh
83 %
Wed
30 °
Thu
34 °
Fri
35 °
Sat
33 °
Sun
32 °

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

- Advertisment -

अन्य खबरें

- Advertisment -
Close