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Signs of Angry Ancestors: पूर्वजों की नाराजगी को नजरअंदाज करने से बढ़ सकती है मुश्किलें, जानें क्या संकेत देते हैं?

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By HelloCities24
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Signs of Angry Ancestors: हिंदू धर्म (Hindu Dharma) समेत विभिन्न संस्कृतियों में पितरों (Pitru) से संबंधित पूजा-पाठ, ध्यान, दान आदि का बहुत ही ज्यादा महत्व है. हिंदू धर्म में तो पितरों को लेकर ऐसी मान्यता है कि, मरणोपरांत भी पितृ अपनी कृपादृष्टि परिवार पर बनाए रखते हैं. पितृ यदि प्रसन्न होते हैं तो परिवार को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं.

Hindu Dharma

Signs of Angry Ancestors: पूर्वज या पितरों के नाराज होने पर जीवन में परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इसलिए ऐसा कोई काम न करें, जिससे पितृ नाराज हों. कुछ संकेतों से पितरों की नाराजगी का पता चलता है. हिंदू धर्म में तो पितरों को लेकर ऐसी मान्यता है कि, मरणोपरांत भी पितृ अपनी कृपादृष्टि परिवार पर बनाए रखते हैं. पितृ यदि प्रसन्न होते हैं तो परिवार को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं.

लेकिन किसी कारण पितृ नाराज हो जाए तो इससे जीवन में संकट आ सकता है. जाने-अनजाने में हुए गलत कार्यों से पूर्वज या पितृ कुपित होते हैं. इसलिए भूलकर भी ऐसा कोई काम नहीं करना, जो पितरों की नाराजगी का कारण बनें.

लेकिन प्रश्न यह है कि पितरों की नाराजगी को कैसे पहचानें और पितरों को प्रसन्न करने के लिए क्या करें? यदि आपको भी ये संकेत मिल रहे हैं तो समझ लीजिए कि आपके पूर्वज आपसे नाराज हैं.

पूर्वज नाराजगी से ये मिलते संकेत

खाने में बाल निकलना: खाने में कभी-कभी बाल निकलना आम बात को हो सकती है. लेकिन अक्सर ऐसा होता है या पहले निबाला में ही बाल निकल जात है तो यह पितृ दोष का संकेत हैं.

अज्ञात भय और चिंता: आपको या फिर परिवार के किसी सदस्य को अज्ञात भय सताता है या फिर हमेशा चिंता मसहूस होती है तो यह पितृ दोष (Pitra Dosh) का संकेत है.

पूर्वजों के सपने आना (Dream of Ancestors): यदि परिवार के किसी सदस्य को बार-बार पूर्वजों के सपने आते हैं या सपने में आप पूर्वज को दुखी या फिर रोता हुआ देखते हैं तो इसे अच्छा नहीं माना जाता है.

दुर्गंध या बदबू आना: साफ-सफाई के बाद भी यदि घर से बदबू आए और यह पता न चले की आखिर बदबू कहां से आ रही है तो यह नाराज पितरों के संकेत हो सकते हैं.

घर के किसी सदस्य का कुंवारा और निसंतान रहना: घर पर पितृ दोष होने से घर के किसी सदस्य का विवाह नहीं हो पाता है. खासकर ऐसा तब होता है, जब घर पर किसी ऐसे सदस्य की मृत्यु हुई हो जोकि कुंवारा हो. इसके अलावा किसी दंपती को संतान न होना भी पितरों की नाराजगी का संकेत होता है.

शुभ-मांगलिक कार्यों में अड़चन आना: तीज-त्योहार या फिर शुभ कार्यों के दौरान किसी न किसी तरह से खलल पड़ना या अशुभ घटनाएं हो जाना भी पितरों की नाराजगी का संकेत है. यह इस बात को दर्शाता है कि आपके पितृ असंतुष्ट हैं.

पितर दोष के ये रहे कुछ उपाय (Pitru Dosh Upay)

इन उपायों से आपके पूर्वज प्रसन्न होंगे और आप सुखी-संपन्न जीवन व्यतीत कर सकेंगे.

  • पीपल वृक्ष की 108 बार परिक्रमा करने से भी पितृ दोष कम होता है.
  • पूर्वजों के निमित्त कुआं, तालाब या प्याऊ आदि का निर्माण कराएं.
  • पूर्वज नाराज हों तो उनके निमित्त पिंड दान जरूर करें.
  • किसी मंदिर के प्रांगण में बरगद या पीपल का पेड़ लगाएं और पूजा करें.
  • अमावस्या के दिन पितरों के नाम से दूध, चीनी, कपड़ा या दक्षिणा किसी ब्राह्मण या जरूरतमंद को दान करें.
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