डीडीसी ने लिया तैयारियों का जायजा
Shravani Mela 2025: आगामी श्रावणी मेला 2025 की तैयारियों को लेकर भागलपुर के उप विकास आयुक्त (डीडीसी) प्रदीप कुमार सिंह और नगर पुलिस अधीक्षक (सिटी एसपी) शुभांक मिश्रा ने आज सुलतानगंज का संयुक्त निरीक्षण किया. इस दौरान अनुमंडल पदाधिकारी सदर, कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद सुलतानगंज, वरीय उप समाहर्ता मिथिलेश प्रसाद सिंह सहित सभी संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे.
निरीक्षण के दौरान, उप विकास आयुक्त ने घाटों की वर्तमान स्थिति का बारीकी से जायजा लिया. उन्होंने संबंधित पदाधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी घाटों की मरम्मत का कार्य समय पर और गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूरा किया जाए. श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए घाटों की सफाई, सुरक्षा रेलिंग की व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने को कहा गया.
मेला क्षेत्र में भीड़ नियंत्रण की व्यवस्था का अवलोकन करते हुए, डीडीसी और सिटी एसपी ने स्पष्ट निर्देश दिए. प्रमुख स्थानों पर बैरिकेडिंग, निगरानी कैमरे, दिशा संकेतक और एक सुव्यवस्थित नियंत्रण कक्ष स्थापित करने के लिए कहा गया. नगर पुलिस अधीक्षक ने महिला सुरक्षा बल की तैनाती, वॉच टावर और स्वयंसेवकों की सहायता से सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ बनाने का सुझाव दिया.
उप विकास आयुक्त ने मेला क्षेत्र के बाहर अलग-अलग स्थानों पर समुचित पार्किंग व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सभी पार्किंग स्थलों पर संकेतक बोर्ड, पीने के पानी और शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाएं अनिवार्य रूप से उपलब्ध होनी चाहिए. सिटी एसपी ने बताया कि वाहनों की आवाजाही को सुगम और नियंत्रित रखने के लिए एक विस्तृत ट्रैफिक योजना तैयार की जा रही है, जिसमें वन-वे मार्ग और वैकल्पिक रूट शामिल होंगे.
सफाई व्यवस्था को लेकर उप विकास आयुक्त ने नगर परिषद को निर्देश दिया कि पूरे मेला क्षेत्र में नियमित रूप से साफ-सफाई हो. हर स्थान पर पर्याप्त संख्या में कूड़ेदान, चलित शौचालय और सैनिटेशन की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया. स्वास्थ्य विभाग को प्राथमिक उपचार केंद्रों की स्थापना, पर्याप्त एम्बुलेंस की उपलब्धता और आवश्यक चिकित्सकीय स्टाफ की तैनाती सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए.
अधिकारियों ने जोर दिया कि श्रावणी मेला एक महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजन है, जिसमें देशभर से लाखों की संख्या में श्रद्धालु गंगाजल लेकर देवघर जाते हैं. ऐसे में सभी विभाग आपसी समन्वय से कार्य करते हुए श्रद्धालुओं की सुविधा को सर्वोच्च प्राथमिकता दें.