Shahrukh Khan(फाइल फोटो)
Shahrukh Khan: भारत में इस वक्त हाहाकार मचा है. देश गुस्से में हैं. यह जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले को लेकर है. इस हमले में अब तक 26 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है. साथ ही कई लोग घायल भी हुए हैं, इसकी तस्वीरें और वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल होते दिख रहे हैं. इसी बीच बॉलीवुड के किंग कहे जाने वाले शाहरुख खान का एक 16 साल पुराना वीडियो वायरल हो रहा है, इस वीडियो में शाहरुख ने दो तरह के इस्लाम के बारे में बताया है.
इसमें एक कट्टर इस्लाम, जिसे आतंकी मानते हैं और दूसरा वह इस्लाम, जिसका जिक्र पवित्र किताब कुरान में किया गया है. उन्होंने वीडियो में यह भी कहा कि आतंकी जिस पर यकीन करते हैं, वो असली में कोई इस्लाम नहीं है.
शाहरुख खान का यह वीडियो 16 साल पुराना है, जो CNN-IBN के साथ एक इंटरव्यू का है, जब साल 2008-09 के समय मुंबई में 26/11 हमला हुआ था. उस वक्त शाहरुख खान अपनी ‘माय नेम इज खान’ का प्रमोशन कर रहे थे. यहीं शाहरुख से सवाल किया गया कि एक मुंबईकर होने के नाते 26/11 के आतंकी हमले का उन पर क्या असर हुआ? इसके जवाब में एक्टर ने कहा, “मैं दिल्ली से हूं और मैंने दिल्ली के दंगे देखे हैं.
जब मैं मुंबई आया, तब मैंने 1993-94 का बम ब्लास्ट देखा. अभी 26/11 का हमला देखा. मैं खुद को पहले से भी ज्यादा भारतीय महसूस कर रहा हूं. इसलिए भी क्योंकि मैं मानता हूं कि मैं एक पढ़ा-लिखा लिबरल मुस्लिम हूं. मैंने कुरान पढ़ी है और मैं इस्लाम में यकीन रखता हूं.”
एक्टर आगे कहते हैं, ‘इस वक्त किसी भी तरह के आदर्शवाद या राजनीतिक विचारधारा के साथ चलने की बजाय, हम सबको एकजुट होना चाहिए. डर वो चीज है, जो सबको साथ लाता है. इस वक्त हम सब बराबरी से डरे हुए हैं.”
इस्लाम के बारे में आगे बात करते हुए किंग खान ने कहा, “मैं झूठ नहीं बोलूंगा। करीब दो-तीन साल पहले अगर कोई मुझसे कहता कि आतंकवाद इस्लामी प्रकृति का है तो मैं उसे नकार देता। लेकिन अब मुझे एक बात समझ में आ गई है कि ये आतंकवादी जिस इस्लाम का पालन कर रहे हैं, वो हमारा इस्लाम बिल्कुल नहीं है. ये हमारा धर्म बिल्कुल नहीं है. क्योंकि अल्लाह की एक आवाज़ है, जो हमारी पवित्र किताब कुरान में लिखी है.
उसमें बहुत साफ लिखा है. अगर आप एक व्यक्ति के घाव भरते हैं, तो आप पूरी मानवता के घाव भरते हैं. अगर आप एक व्यक्ति को चोट पहुँचाते हैं, तो आप पूरी मानवता को चोट पहुंचाते हैं. ‘ये मुल्ला के शब्दों में है.’