Samastipur News: समस्तीपुर में बदमाशों ने घर में घुसकर BPSC शिक्षिका के सिर में गोली मार दी. जिसमें उसकी मौके पर ही मौत हो गई. बताया गया कि बदमाशों ने शिक्षिका के पति पर गोली चलाई थी लेकिन, वह झुक गया और गोली शिक्षिका को जा लगी.
Bihar Crime News: समस्तीपुर जिले के दलसिंहसराय थाना क्षेत्र में एक दिल दहलाने वाली घटना घटी. अजनौल पंचायत के वार्ड संख्या 4 के खोकसहा में एक 24 वर्षीय BPSC शिक्षिका मनीषा कुमार साह को उनके घर में घुसकर गोली मार दी गई. मृत शिक्षिका के ससुर नरेश साह ने पूरी घटना के बारे में विस्तार से बताया. मामला जमीन विवाद जुड़ा है. बदमाशों ने घर में घुसकर बीपीएससी शिक्षिका की गोली मारकर हत्या कर दी. बताया गया कि बदमाश मृतका के ससुर की हत्या करने के लिए पहुंचे थे. लेकिन ससुर ने ने झुककर अपनी जान बचा ली और गली शिक्षिका को जाकर लग गयी. जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई. मृतका की पहचान 40 साल के अमित शाह की पत्नी 35 साल की मनीषा के रूप में हुई है. मनीषा, मनिका में सरकारी स्कूल में शिक्षक है. करीब डेढ़ साल पहले उसकी पोस्टिंग हुई थी.
मृतका के ससुर ने बताया कि मेरा जमीनी विवाद चल रहा है. इस मामले में कुछ बदमाश आज मेरी हत्या करने आए थे. मैं बच गया, लेकिन बदमाशों ने मेरी बहू की गोली मारकर हत्या कर दी. मामला दलसिंहसराय थाना क्षेत्र के खोकसाहा गांव का है.
सुबह चार बजे की घटना
मृतका मनीषा के ससुर नरेश कुमार साह ने बताया कि ‘सुबह करीब चार बजे चार से पांच लोग मेरे घर के दरवाजे को खटखटाकर आवाज देने लगे और पूछने लगी कि नरेश भइया कहां हैं? मैंने आवाज सुना तो उठकर बाहर निकला. मुझे लगा कि कोई पड़ोसी है, गांव का ही है जो आवाज दे रहा है. मैंने दरवाजा जैसे खोला, देखा कि सामने जो लोग खड़े हैं, उनमें से एक के हाथ में पिस्टल थी.
हथियार देखकर छत की ओर भागे नरेश साह
- नरेश ने कहा कि बदमाशों के हाथ में हथियार देखकर मैं छत की ओर भागा.
- मेरी पत्नी सुनैना भी नीचे छिप गई.
- बदमाश मेरे पीछे भागते हुए छत तक पहुंच गए.
- शोर सुनकर मेरे बेटे अवनीश और बहू ने कमरे का दरवाजा खोला.
- बदमाश मेरे बेटे के कमरे में घुसे और गोली चला दी.
- अवनीश नीचे बैठ गया.
- इसकी वजह से उसके पीछे खड़ी बहू मनीषा कुमारी साह के सिर में गोली जा लगी.
जमीनी विवाद चल रहा था
घटना को लेकर नरेश साह ने बताया कि उनका एक जमीनी विवाद चल रहा था. विवाद को लेकर उन्होंने 20 दिसंबर को थाने में आवेदन दिया था. इधर, घटना के बाद डीएसपी विवेक कुमार शर्मा और थानाध्यक्ष राकेश कुमार रंजन मौके पर पहुंचकर जांच में जुट गए थे. घटना से आक्रोशित लोग एसपी के साथ वरीय अधिकारी के आने के बाद ही शव उठाने की बात पर अड़े रहे. इधर, आवेदन के आधार पर 23 दिसंबर को ही सुपरविजन हुआ था. पुलिस ने जांच पड़ताल की थी.