Rupees vs Dollar
Rupees vs Dollar: शेयर बाजारों में तेज उछाल और वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच अमेरिकी करेंसी में जारी कमजोरी के कारण मंगलवार को रुपया लगातार दूसरे सत्र में बढ़त के साथ 85.77 डॉलर पर बंद हुआ. यह तेजी लगातार दूसरे दिन देखने को मिली है. डॉलर में कमजोरी, घरेलू शेयर बाजारों में उछाल, कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और सकारात्मक आर्थिक संकेतकों ने रुपये को मजबूती दी.
इधर, इस तेजी से साफ हो गया है कि आने वाले दिनों में रुपए की दहाड़ किसी भी सूरत में कम होने वाली नहीं है. वहीं, दूसरी ओर डॉलर इंडेक्स भी लगातार गिरता हुआ दिखाई दे रहा है और 100 के लेवल पर आने को तैयार नहीं है.
विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में मंगलवार को रुपया 85.85 पर खुला और 85.59 के उच्चतम स्तर को छूते हुए 85.77 पर बंद हुआ. इससे पहले शुक्रवार को भी रुपया 58 पैसे की बढ़त के साथ 86.10 पर बंद हुआ था. सोमवार को बाजार डॉ भीमराव आंबेडकर जयंती के कारण बंद था.
हालांकि, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की बिकवाली ने रुपये की और मजबूती पर कुछ हद तक ब्रेक लगाया. शुक्रवार को एफआईआई ने करीब 2,519 करोड़ रुपये की बिकवाली की. विश्लेषकों का मानना है कि अगर ये ट्रेंड जारी रहा तो रुपये पर दबाव बन सकता है.
विशेषज्ञ के अनुसार, कमजोर अमेरिकी डॉलर इंडेक्स और घरेलू बाजारों में उछाल के कारण रुपए में तेजी आई. कच्चे तेल की कीमतों में रातोंरात गिरावट और पॉजिटिव मैक्रोइकॉनोमिक डेटा ने रुपये को सपोर्ट किया. हालांकि, एफआईआई आउटफ्लो ने तेज बढ़त को रोक दिया. कच्चे तेल की कीमतों में ओवरऑल कमजोरी भी निचले स्तरों पर रुपये को सपोर्ट कर सकती है. हालांकि, इंपोर्टर्स डॉलर की खरीद और एफआईआई आउटफ्लो तेज बढ़त को रोक सकते हैं. व्यापारी अमेरिका से एम्पायर स्टेट मैन्युफैक्चरिंग इंडेक्स डेटा से संकेत ले सकते हैं. अनुमान है कि यूएसडी-आईएनआर स्पॉट कीमत 85.40 रुपए से 86 रुपये के बीच होगी.
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