Bihar Flood: North Bihar में पहाड़ी और गंडक नदियां उफना गयी है. कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है और तबाही मचा रहा है. बगहा के दियारा में 58 किसान और मजदूर बाढ़ के पानी में फंस गए थे. एसडीआरएफ ने बचा लिया है.

Bihar Flood: गंडक, बागमती, लालबकैया, बूढ़ी गंडक समेत पहाड़ी अधवारा समूह की नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. नेपाल के जल प्रतिबंधित क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश के कारण ऐसा हुआ है. बगहा के कैलाश नगर और रामनगर दियारा में गंडक नदी में 58 मजदूर और किसान फंसे गए थे. एसडीआरएफ ने बचा लिया है. बैरगनिया में खेत से लौट रहे एक किसान की बागमती में डूबने से मौत हो गई.
East Champaran : खतरे के निशान पर पहुंचीं पांच नदियां
पूर्वी चंपारण जिले की पांच नदियां उफना गयी हैं. खतरे के निशान पर पानी बहने लगा है. लालबकेया गोआबारी मेंं 71.12 एमटीआर, लालबेगिया सिकरहना में 63.195 एमटीआर, गंडक चटिया में 69.147 एमटीआर, डुमरियाघाट गंडक में 62.22 एमटीआर व अहिरौलिया बूढ़ी गंडक में 59.62 एमटीआर पानी का स्तर है. हालात को देख इन क्षेत्रों में प्रशासनिक मुस्तैदी बढ़ा दी गयी है.
डीएम सौरभ जोरवाल ने इन इलाकों के अंचलाधिकारियों को अलर्ट मोड में रहने का निर्देश दिया है. संग्रामपुर से पुछरिया गांव को जोड़ने वाली सड़क पर गंडक का पानी चढ़ गया है. बताया गया है कि जिस गति से पानी बढ़ रहा है, अगर यही गति रही तो बाढ़ तय है. कुछ जगहों पर निचले इलाकों में पानी घुसने की सूचना है. बंजरिया में चैलहां-फुलवार मुख्य मार्ग के बुधवा नासी डायवर्सन पर जलजमाव के कारण आवागमन बाधित है.
गंडक नदी : छोड़ा गया चार लाख 44 हजार क्यूसेक पानी
बगहा शहर के पारस नगर, शास्त्री नगर और मंगलपुर समेत कई जगहों पर गंडक नदी का दबाव है. गंडक बराज से रविवार को गंडक नदी में चार लाख 44 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद लोगों में भय का माहौल है. मसान नदी के कारण झारमहुई और बरिअरवा गांव का सड़क संपर्क टूट गया है. पहाड़ी नदियों के उफान पर होने से रामनगर इलाके के इमिरती-कटहरवा समेत कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है.