ग्रामीण सड़क(सांकेतिक तस्वीर)
Ranchi News: झारखंड में ग्रामीण कनेक्टिविटी को मजबूत करने की दिशा में राज्य सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. इस साल मनरेगा (MGNREGA) योजना के तहत 7347 ग्रामीण सड़कों के निर्माण का लक्ष्य रखा गया है. लंबे अंतराल के बाद मनरेगा से सड़क निर्माण का कार्य शुरू हुआ है. ग्रामीण विकास विभाग ने इसके लिए पूरे राज्य में सर्वे कराया था, जिसमें लगभग 22,000 यूनिट सड़कों की पहचान की गई थी. फिलहाल पहले चरण में 7347 सड़कों पर काम शुरू हुआ है. 60% राशि मजदूरी और 40% राशि मटेरियल पर खर्च की जायेगी. गढ़वा जिले में सबसे अधिक 1932 सड़कों के निर्माण का लक्ष्य रखा गया है. इससे न केवल रोजगार मिलेगा बल्कि गांवों को पक्की सड़क सुविधा भी प्राप्त होगी.
7347 ग्रामीण सड़कों के निर्माण का लक्ष्य तय
राज्य सरकार के ग्रामीण विकास विभाग ने मनरेगा योजना के तहत इस वित्तीय वर्ष में कुल 7347 ग्रामीण सड़कों के निर्माण का लक्ष्य रखा है. प्रति किलोमीटर 7.50 लाख रुपये की लागत से सड़कें बनाई जाएंगी. अब तक 126 सड़कों का निर्माण कार्य पूरा किया जा चुका है.
22 हजार यूनिट का सर्वे, पहले चरण में 7347 सड़कें
पूरे राज्य में सर्वे कराया गया, जिसमें लगभग 22,000 यूनिट सड़कें चिह्नित की गईं. पहले चरण में 7347 सड़कों का निर्माण हो रहा है. खर्च का वितरण 60% मजदूरी और 40% मेटेरियल पर आधारित होगा। वर्षों बाद मनरेगा से फिर से सड़क निर्माण शुरू हुआ है.
गढ़वा जिला बना अग्रणी, 1932 सड़कें बनेंगी
गढ़वा में सर्वाधिक 1932 सड़कों का निर्माण कराया जाएगा, जिनमें से 32 का कार्य पूरा हो चुका है. यहां मिट्टी कटाई व मोरम डालने का कार्य हो रहा है. रांची में 59 सड़कें चिह्नित की गई हैं, लेकिन अभी तक एक भी योजना पूरी नहीं हुई है.
इन जिलों में भी योजनाएं अधूरी
बोकारो, चतरा, पूर्वी सिंहभूम, लातेहार और सरायकेला-खरसावां में भी अब तक एक भी योजना पूरी नहीं हुई है. वहीं, पलामू में 1130 व साहिबगंज में 830 सड़कों का निर्माण प्रस्तावित है.
हर जिले में कितना लक्ष्य तय
आधारभूत संरचना के साथ रोजगार सृजन
मनरेगा के तहत ग्रामीण सड़कों का निर्माण वर्षों बाद फिर से शुरू हुआ है. योजना का उद्देश्य ऐसी जगहों पर सड़क बनाना है जहां पहले कोई कनेक्टिविटी नहीं थी. इससे न सिर्फ गांवों को बेहतर संपर्क मिलेगा, बल्कि बड़ी संख्या में मानव दिवस भी सृजित होंगे.